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अउ - आई विटनेस : आग की लपटों से घिरे हेलीकॉप्टर से तीन-चार लोग गिर रहे थे
हेलीकॉप्टर के क्रैश : हृदय विदारक घटना
दोपहर करीब 12:30 बजे नानजप्पनचथिराम इलाके में रहने वाला कुमार नाम का एक युवक हेलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त होते देख पुलिस और दमकल अधिकारियों को फोन करने के लिए दौड़ पड़ा। हेलीकॉप्टर आग की लपटों से घिरा हुआ था, इन्हीं लपटों के बीच तीन-चार लोग हेलीकॉप्टर से गिर रहे थे, वे खुद भी जल रहे थे।
देश के रक्षा प्रमुख (cds) बिपिन रावत व 13 अन्य लोगों को ले जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की हृदय विदारक घटना को कुछ लोगों ने अपनी आंखों से देखी। बुधवार दोपहर यह हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर जिले के नानजप्पनचथिराम इलाके के कट्टेरी पार्क में हुआ। जमीन पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने जोरदार आवाज सुनी और उसके बाद चंद लम्हों में हेलीकॉप्टर को आसमान से जमीन पर गिरते देखा। हेलीकॉप्टर आग की लपटों से घिरा हुआ था, इन्हीं लपटों के बीच तीन-चार लोग हेलीकॉप्टर से गिर रहे थे, वे खुद भी जल रहे थे। सीडीएस बिपिन रावत ऊंटी के पास वेलिंगटन डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे। हेलीकॉप्टर सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था। तभी यह क्रैश हो गया। दोपहर करीब 12:30 बजे यह हादसा होते देख नानजप्पनचथिराम इलाके में रहने वाला कुमार नाम का एक युवक पुलिस और दमकल अधिकारियों को फोन करने के लिए दौड़ पड़ा।
पेड़ से टकराया, आग के लपटें मेरे घर से भी ऊपर थीं
द न्यूज मिनट्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी कृष्णस्वामी ने बताया, 'मैंने हेलीकॉप्टर को नीचे आते देखा। भयानक तेज आवाज सुनाई दी। यह एक पेड़ से टकराया और तब आग लग गई थी। हेलिकॉप्टर जमीन पर गिरने से पहले पास के एक बड़े पेड़ से टकरा गया।' कृष्णस्वामी का घर दुर्घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर है। कृष्णस्वामी ने बताया कि हादसा करीब 12:20 बजे हुआ। घटनास्थल घाट रोड, मेट्टुपलायम व कुन्नूर के करीब बताया गया है।
कृष्णस्वामी ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाला कुमार तुरंत पुलिस व फायर ब्रिगेड का फोन करने दौड़ा। मैंने लोगों को हेलिकॉप्टर से गिरते व जलते हुए देखा तो मैं भी वहां से भाग खड़ा हुआ। हेलीकॉप्टर के जमीन पर गिरने के बाद धुएं का गुबार व आग की लपटें उठ रही थीं।
कंबल व चादर से बनाया स्ट्रेचर
घटनास्थल पर सबसे पहले स्थनीय लोग पहुंचे और उन्होंने बाल्टियों व पाइप से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। लोग कंबल और रजाई मंगा रहे थे, ताकि जले हुए लोगों को बचाया जा सके। कंबल और चादर से स्ट्रेचर बनाया गया। इसकी मदद से घायलों को बाहर निकाला।
घटनास्थल की तस्वीरें बयां कर रही हैं कि इलाके में हेलीकॉप्टर के जलते हुए टुकड़े और धुआं फैला हुआ था। अग्निशमन विभाग व अन्य बचाव दल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे व हताहतों व घायलों को निकाला। हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई ह। तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया है।
C P MEDIAअमर उजाला




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