सिंधी नाटक जांबाज़ धीअरु : सूर्य परमाल - Mohan Thanvi सीन 1 कासिम जो दरबार सूत्रधार: दाहरसेन जो सिन्धु जे लाय…
ये रास्ते हैं जीवन के... पुल से स्टेशन विहंगम दिखा । तीनों प्लेटफार्म मानो छू सकता था । वहां गाड़ी की प्रतीक्षा में …
एक ताबीज देते वो और कहते हैं भिगोना बारिश/आंसुओं में अहंकार/पाप धुल जायेगा !
लोगोँ मेँ जागरूकता और परिवर्तन उन्हेँ प्रोत्साहित करता है जो व्यवस्था मेँ सहयोग करते हैँ विपरीत इसके वो लोग प्रभावित...
Posted by Mohan Thanvi on Sunday 7 April 2024
Social Plugin