खबरों में बीकानेर
*औरों से हटकर सबसे मिलकर*
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इन तक खबर ही नहीं पहुंची कि कोरोना फिर फन फैला रहा
घुमक्कड़ : भीड़ को बता दो - कोरोना का साया गहराया
भीड़ को बताना होगा कि कोरोना रूप बदलकर फिर से दुनिया को लॉक डाउन की राह दिखाने तत्पर नजर आ रहा है। चारों और भीड़ है। इधर भीड़। उधर भीड़। कोरोना के खौफ से अनजान भीड़। यूं कोरोना से खौफ खाने की जरूरत भी नहीं। लेकिन कोरोना से बचाव की जरूरत तो है ही। इससे गाफिल बिना मास्क लगाए लोगों की भीड़।
घूमता रहता हूं। कभी स्टेशन पर। कभी बस स्टैंड पर। सब्जी मंडी में भी। धान मंडी में भी। बाजार में तो घर का सामान लेने जाना ही होता है। भीड़ का हिस्सा बनना पड़ता है। सिनेमा देखने भी चला जाता हूं। कभी खेल मैदान पर भी यह देखने पहुंच जाता हूं कि हमारे खिलाड़ी कैसा खेलते हैं। सभी जगह भीड़ मिलती है। मतलब (मेरे+हमारे ) घूमने से भीड़ बढ़ती है !
मेरे घूमने की बात घूम फिर कर कोरोना पर आए उससे पहले मैं खुद ही आप तक कोरोना की बात पहुंचा रहा हूं। सीधी सट्ट।
बाजार में आज बहुत भीड़ थी। सावे है ना। मुहूर्त निकले हैं शादियों के। ऐसे खुशी के मौके पर और जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए लोग शादी समारोह के लिए सामान खरीदने निकले है। अधिकांश लोग बिना मास्क लगाए हैं। चारों ओर भीड़ लगी है। कोरोना के नए रूप से अनजान भीड़।
लेकिन सुबह की अखबारों में तो देश भर में जगह-जगह के समाचारों के साथ अपने इस शहर के समाचार भी कोरोना की हैडलाइन के बगैर नहीं थे। हमारे शहर में फिर से कोरोना संक्रमित केस बढ़ते दिख रहे हैं। एक जवान मौत से शहर दुखी भी है। बावजूद इसके बाजार में लोगों की भीड़ बिना मास्क इधर से उधर घूमते दिख रही है।
सुबह घूमने जाने पर पार्क में और भ्रमण पत्र पर भी बहुत से लोग बिना मास्क दिखाई दिए। बीते दिनों जब मैं ट्रेन से सफर करके अपने शहर आ रहा था तब भी बहुत से यात्री बिना मास्क दिखे। प्लेटफार्म पर भीड़ थी। यहां तक की स्टेशन पर आने के लिए रिक्शा के लिए भी एक से अधिक उम्मीदवार सड़क पर थे। मगर सभी नहीं तो बहुत से बिना मास्क थे। उन तक शायद कोरोना के कारण लोगों को हो रही तकलीफ और संवेदना नहीं पहुंची। या खबर ही नहीं पहुंची कि कोरोना फिर फन फैला रहा है।
इस भीड़ को बताना होगा कि कोरोना रूप बदलकर फिर से दुनिया को लॉक डाउन की राह दिखाने तत्पर नजर आ रहा है। चारों और भीड़ नियंत्रित करने के लिए उपाय करने होंगे। डराने के नहहीं, बचाव के उपाय। इधर भी उधर भी। रीड किस बात को अच्छी तरह से जानती और समझती है वही बात बता नहीं होगी। बताना होगा, कोरोना के खौफ नहीं बल्कि बिना मास्क लगाए घूमने का नुकसान। यह बताना होगा। जैसे मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। वैसे ही कोरोनावायरस भीड़ में फैलता है। - घुमक्कड़
C P MEDIA



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