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एनआरसीसी में वैज्ञानिक-उद्यमी संवाद : उष्ट्र चमड़ा व्यवसाय में है प्रबल संभावनाएं

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एनआरसीसी में वैज्ञानिक-उद्यमी संवाद : उष्ट्र चमड़ा व्यवसाय में है प्रबल संभावनाएं

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एनआरसीसी में वैज्ञानिक-उद्यमी संवाद : उष्ट्र चमड़ा व्यवसाय में है प्रबल संभावनाएं

बीकानेर। राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान
केन्द्र (एनआरसीसी) के तत्वावधान में
वैज्ञानिक-उद्यमी संवाद कार्यक्रम का
आयोजन किया गया जिसमें बीकानेर के
चमड़ा व्यवसायियों को केन्द्र में आमन्त्रित
कर उष्ट्र चमड़े का महत्व समझाते हुए उन्हें
व्यवसाय की पहचान हेतु पंजीयन करवाने
आदि की जानकारी दी गई। वैज्ञानिक-
उद्यमी संवाद कार्यक्रम के इस अवसर पर
केन्द्र निदेशक डॉ.आर.के. सावल ने कहा
कि उष्ट्र का चमड़ा व्यावसायिक दृष्टिकोण
से भी विशेष महत्व रखता है तथा प्रतिवर्ष
हजारों देशी व विदेशी सैलानी भ्रमण करते
यहां आते हैं। ये सैलानी उष्ट्र उत्सव, मेलों
आदि के माध्यम से ऊँट के चमड़े से बने
विविध आकर्षक व उपयोगी उत्पादों यथा-
बैग, बेल्ट, हैट, टॉपी, जूते, उपहार के
ड बे, मोबाइल कवर, फोल्डर-बैग, पानी
एवं दूध रखने के लिए बर्तन आदि को
खरीदने हेतु उत्सुक रहते हैं। डॉ.सावल ने
सहभागी उद्यमियों को उनमें विद्यमान हुनर
को नई पीढ़ी तक एक रोजगार के रूप में
पहुंचाने हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि
बीकानेर के उद्यमी भी चमड़े के परंपरागत
सामान के साथ-साथ प्रचलित नूतन उत्पाद
बनाकर बहुत अच्छी आमदनी प्राप्त कर
सकते हैं। उष्ट्र चमड़े के इस व्यवसाय को
इकाई के रूप में सुदृढ़ तौर पर आगे बढ़ाया
जाना चाहिए, क्योंकि इस व्यवसाय में
प्रबल संभावनाएँ छिपी है। संवाद कार्यक्रम
के दौरान सहभागी चमड़ा उद्यमियों ने
व्यवसाय से जुड़ी अनेक जिज्ञासाओं को
वैज्ञानिकों के समक्ष रखा जिनका उचित
निराकरण किया गया। उद्यमियों को केन्द्र
के माध्यम से बिक्री किए जा रहे उष्ट्र चमड़े
से संबंधित सोविनीर शॉप का भ्रमण
करवाया गया। इस शॉप में ऊँट चमड़े से
निर्मित विविध वस्तुओं को देखकर वे
काफ रोमांचित हुए तथा उन्होंने केन्द्र
निदेशक को आश्वस्त किया कि वे उष्ट्र
चमड़े के व्यवसाय को आगे बढ़ाने हेतु
पूरजोर कोशिश करेंगे। उद्यमियों के ज्ञान में
अभिवृद्धि हेतु उष्ट्र संग्रहालय, कैमल डेयरी,
उष्ट्र दुग्ध पार्लर आदि का भ्रमण करवाते
हुए कैमल मिल्क से बनी आइसक्रीम का
रसास्वादन भी करवाया गया। केन्द्र में
किसान स-
मान निधि योजना के सीधे
प्रसारण, वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई।


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