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प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें महिलाएं-डाॅ. डुकवाल
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प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें महिलाएं-डाॅ. डुकवाल
गृह विज्ञान महाविद्यालय में तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रारम्भ
बीकानेर, 25 फरवरी। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय में तीन दिवसीय ‘जैतून उद्यमी एवं कौशल विकास प्रशिक्षण’ सोमवार को प्रारम्भ हुआ। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत आयोजित इस प्रशिक्षण में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं।
पहले दिन के सत्र को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण प्रभारी डाॅ. विमला डुकवाल ने कहा कि महिलाएं पूर्ण गंभीरता से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा व्यक्तिगत अथवा समूह स्तर पर व्यवसाय प्रारम्भ करते हुए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाएं। उन्होंने जैतून की विशेषताओं और इसके मूल्य संवर्धन की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। सहप्रभारी डाॅ. मधु गोयल ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियों को ओलिव केक, बिस्कुट, चाॅकलेट, अचार सहित अन्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं इन महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की विक्रय स्टाल बुधवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर लगाई जाएगी। इस दौरान डाॅ. ममता सिंह, नम्रता जैन तथा प्रिया यादव ने महिलाओं को विभिन्न जानकारियां दीं।
प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें महिलाएं-डाॅ. डुकवाल
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प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें महिलाएं-डाॅ. डुकवाल
गृह विज्ञान महाविद्यालय में तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रारम्भ
बीकानेर, 25 फरवरी। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय में तीन दिवसीय ‘जैतून उद्यमी एवं कौशल विकास प्रशिक्षण’ सोमवार को प्रारम्भ हुआ। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत आयोजित इस प्रशिक्षण में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं।
पहले दिन के सत्र को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण प्रभारी डाॅ. विमला डुकवाल ने कहा कि महिलाएं पूर्ण गंभीरता से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा व्यक्तिगत अथवा समूह स्तर पर व्यवसाय प्रारम्भ करते हुए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाएं। उन्होंने जैतून की विशेषताओं और इसके मूल्य संवर्धन की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। सहप्रभारी डाॅ. मधु गोयल ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियों को ओलिव केक, बिस्कुट, चाॅकलेट, अचार सहित अन्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं इन महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की विक्रय स्टाल बुधवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर लगाई जाएगी। इस दौरान डाॅ. ममता सिंह, नम्रता जैन तथा प्रिया यादव ने महिलाओं को विभिन्न जानकारियां दीं।
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