खबरों में बीकानेर
🚰जल बचाओ
🌹पर्यावरण संरक्षण जरूरी
हाईलाइट्स :
👇
🌅
*औरों से हटकर सबसे मिलकर*
**
⌚
🚪
✍🏻
प्रदूषण के घेरे में मीडिया - टीवी चैनल भी...,
सुप्रीम कोर्ट की बेंच का सरकारों पर तंज, मीडिया पर भी प्रहार
नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने प्रदूषण को लेकर लगता है अब और अधिक सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। बुधवार को दिल्ली में वायु प्रदूषण संबधित चल रही सुनवाई के दौरान अदालत ने प्रदूषण से निपटने के लिए कदम न उठाने पर सरकारों और नौकरशाही पर साफ तौर नाराजगी दर्शायी। टीवी मीडिया पर भी प्रहार किया। अदालत ने आलोचकों को भी अपने तंज के दायरे लेते कहा कि वे स्टार होटलों में बैठकर पराली जलाने को लेकर बयान देते रहते हैं। इतना ही नहीं, चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की अगुवाई वाली बेंच ने बिना कोई प्रयास किए ही संस्थानों की आलोचना करने वालों पर भी हमला बोला। अदालत का कहना था कि टेलीविजन पर होने वाली बहसों से किसी से भी ज्यादा प्रदूषण होता है।
प्रदूषण के मुद्दे पर अदालत अब अगले बुधवार को सुनवाई करेगी।
जानिए - इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का किस को लेकर क्या कहना था,
- नौकरशाही पूरी तरह से शिथिल हो गई है। पानी की बाल्टी या फिर स्प्रिंकलर्स के इस्तेमाल तक के लिए हमें ही कहना है।
- आप सभी का कहना है कि वाहनों की वजह से मुख्य तौर पर प्रदूषण हो रहा है। लेकिन अब भी दिल्ली में बड़े पैमाने पर ईंधन की खपत करने वाली कारें चल रही हैं। इन पर रोक कौन लगाएगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि इन पर रोक लगाने और वर्क फ्रॉम होम का तब तक कोई फायदा नहीं होगा, जब तक दूसरे राज्य कदम नहीं उठाते हैं। हमें उम्मीद है कि पैनल की ओर से इस बारे में जल्दी ही कोई प्लान दिया जाएगा।
- कुछ जिम्मेदारियां भी लोगों और संस्थाओं को उठानी चाहिए। हर चीज अदालतों के फैसलों से ही नहीं हो सकती है। आखिर दिल्ली में दिवाली के बाद भी 10 दिनों तक पटाखे चलाए जाने की वजह क्या थी।
*
C P MEDIA मूलाधार हि स
खबरों में बीकानेर
0 Comments
write views