खून की एक-एक बूंद बेशकीमती -पूर्व ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी स्व. जितेंद्र सिंह सेवड़ा की तृतीय पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव सेवड़ा में हुआ रक्तदान शिविर का आयोजन
2010 से ब्लागिंग की दुनिया में ⛹️
औरों से हटकर सबसे मिलकर 🏅
खबरों में बीकानेर 📰
आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...
Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...
Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
खून की एक-एक बूंद बेशकीमती -पूर्व ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी
स्व. जितेंद्र सिंह सेवड़ा की तृतीय पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव सेवड़ा में हुआ रक्तदान शिविर का आयोजन
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सेवड़ा में रखा गया शिविर
खून की एक-एक बूंद बेशकीमती -पूर्व ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी
बीकानेर,20 मई। सोमवार को कोलायत विधानसभा क्षेत्र के गांव सेवड़ा में स्व.जितेन्द्र सिंह सेवड़ा की स्मृति में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 574 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया।
इस अवसर पर पूर्व ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने रक्त दानदाताओं और आयोजकों का आभार प्रकट किया और कहा कि खून की एक-एक बूंद बेशकीमती होती है, ये किसी लैब या फैक्ट्री में नहीं बन सकता। अपने देश में हर दो सेकेंड में किसी को खून की जरूरत पड़ती है, जबकि कई बार खून न मिलने से लोगों की जान चली जाती है। कोई दाता अपना ब्लड देता है, तब जाकर किसी एक इंसान की जान बचती है, लेकिन इसके बाद भी देश में रक्तदान करने वालों की कमी है। युवा छात्रा नेता और कम आयु में राजनीति में नाम कमाने वाला स्व. जितेन्द्र सिंह सेवड़ा की स्मृति में रखा गया यह रक्तदान शिविर उनको सच्ची श्रद्धाजंलि है। हमें उनके बताये मार्ग पर चलकर सामाजिक सरोकार के कार्यों में सक्रिय योगदान देना चाहिए।
शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने युवाओं को अधिक से अधिक रक्तदान करने की अपील करते हुए कहा कि देश में रक्तदान के प्रति आज भी जागरूकता नहीं आई है। एक हजार लोगों में से केवल 8 लोग ही स्वैच्छिक रूप से ब्लड डोनेट करते हैं। हर छठवें मिनट में रक्त की कमी से एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। समय पर ब्लड नहीं मिलने पर लोग दम तोड़ देते हैं। देश में जितने ब्लड की आवश्यकता होती है, उससे कई गुना कम लोग रक्तदान करते हैं। थैलेसीमिया के मरीजों को ब्लड की जरूरत होती है।
इस अवसर पर अतिथियों ने रक्तदाता और शिविर में सहयोग करने वालों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। स्व. जितेंद्र सिंह सेवड़ा का छोटा भाई सुरेन्द्र सिंह भाटी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी कुंभ सिंह पातावत, प्रधान प्रतिनिधि झंवरलाल सेठिया, पूर्व सरपंच भंवर सिंह भाटी, रामचंद्र मेघवाल, अशोक मेघवाल, शैतान सिंह सांखला, सांवरलाल भादू, सरपंच रामेश्वर भूतड़ा, भवानी सिंह गिराजसर आदि वरिष्ठ जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
Comments
Post a Comment
write views