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मेरा जूता है जापानी समूह गान की रही यादगार प्रस्तुति गायक मुकेश को इल्मस सदस्यों ने दी हृदय से स्वरांजली






-मेरा जूता है जापानी समूह गान की रही यादगार प्रस्तुति
गायक मुकेश को इल्मस सदस्यों ने दी हृदय से स्वरांजली


*खबरों में बीकानेर*




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मेरा जूता है जापानी समूह गान की रही यादगार प्रस्तुति
गायक मुकेश को इल्मस सदस्यों ने दी  हृदय से स्वरांजली

अजमेर । इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी ने आज मुकेश नाइट कार्यक्रम में जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल थीम पर इल्मस सदस्यों ने गायक मुकेश को हृदय से स्वरांजली देकर कार्यक्रम को यादगार बना दिया ।

 जयपुर रोड स्थित रेस्टोरेंट में आयोजित कार्यक्रम में रूमानी गीतों में अध्यक्ष गणेश चौधरी ने पत्नी रानी के साथ महबूब मेरे तू है तो दुनिया, महासचिव कुंज बिहारी लाल ने रशिम मिश्रा के साथ हर दिल जो प्यार करेगा और वंदना मिश्रा के साथ क्या खुब लगती हो बड़ी सुन्दर... 


 कुमकुम जैन ने हमसफर मेरे हमसफर , नरेश रतनानी ने उषा मित्तल के साथ चुरा लेना तुझको और रशिम मिश्रा के साथ सावन का महीना पवन करे शोर, नीरज मिश्रा एंव वंदना मिश्रा जे हम तुम चोरी से और उषा मित्तल के साथ किसी राह में किसी मोड पर... 

आलोक वर्मा ने कभी कभी मेरे दिल में अनिल जैन ने चांद सी महबूबा मेरी कब के रोमांटिक सत्र के बाद संस्थापक डाॅ लाल थदानी के ऊषा जी के साथ संसार है इक नदिया के दौरान सभागार ने मुक्त कंठ से तारीफ़ की ।

 श्याम पारीक के एक दिन बिक जाएगा माटी गीत और पत्नी अर्चना पारीक के साथ तेरे होठों के दो फूल प्यारे में सदस्य भी झूम उठे।

 मस्ती और छेड़खानी वाले गीतों को सचिव कमल शर्मा ने मेरा नाम राजू घराना अनाम, अशोक दरयानी के ताश के बावन पत्ते, अनूप गौड का तौबा ये मतवाली चाल , लक्ष्मण हरजानी ने बोल राधा बोल संगम 
गणेश चौधरी ने ओ महबूबा तेरे दिल के पास और लोकेश त्रिपाठी के डम डम भीगा भीगा ने मस्ती का माहोल बना दिया ।

 दर्द भरे नगमों में उपाध्यक्ष डाॅ दीपा थदानी ने कोई जब तुम्हारा ह्रदय तोड़ दे, शरद कुमार शर्मा ने तुम जो हमारे मीत ना होते, आजाद अपूर्वा ने मुझको इस रात की तन्हाई, मीना कंजानी ने जुबां पे दर्द भरी दास्तां , दीपक भार्गव ने जाने कहाॅ गये वो दिन,उपाध्यक्ष गोपेन्द्र पाल सिंह ने राम करे ऐसा हो जाए , सुषमा शर्मा के जिक्र होता है जब कयामत का गानों को भी खूब तारीफ़ मिली ।


मुकेश के अंतिम गीत चंचल निर्मल कोमल को विजय हल्दानिया ने जब सुनाया तो सभागार में उपस्थित सदस्यों ने तालियां के साथ खड़े होकर अभिवादन किया ।

 जिंदगी की हकीकत और सच्चाई का आइना दिखाने वाले गानों की भी झड़ी लग गई । मंजु टेकचंदानी जिंदगी ख्वाब है, डाॅ एस एन भट्ट मैने तेरे लिए ही सात, डाॅ अभिषेक माथुर ने सब कुछ सीखा हमने ना अनुप गौड एंव मोहम्मद जाकिर:- सात अजूबे इस दुनियाॅ मे अपनी प्रस्तुति दी ।

 पहली बार मंच पर दिव्या गोपलानी ने किसी की मुस्कुराहटों पे , अनिल हिंगोरानी कहीं दूर जब दिन ढल जाए , मोहन किशोर मिश्रा ने दुनियाॅ बनाने वाले गाकर शानदार उपस्थिति दी। अंत में महिला और पुरुष सदस्यों ने मेरा जूता है जापानी समूह गान को विशिष्ट अंदाज में गाकर कार्यक्रम को ऊंचाइयां प्रदान की ।


महासचिव कुंजबिहारी और सांस्कृतिक प्रभारी रश्मि मिश्रा के साथ नीरज की उत्तम व्यवस्था रही मंच संचालन अशोक दरियानी और डॉ लाल थदानी ने किया । श्रीमती रानी चौधरी और रश्मि मिश्रा के आकर्षक नृत्य की सबने तारीफ़ की ।


अंत में अध्यक्ष गणेश चौधरी ने आभार व्यक्त करते हुए आगामी कार्यक्रम लता मंगेशकर और महेंद्र कपूर के 90 के दौर के गानों पर रखने की घोषणा की ।


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