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कबीर यात्रा : कालू में गूंजी कबीर की वाणी, मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, 5 अक्टूबर को कतरियासर में होगा अंतिम पड़ाव, धोरों में बरसी कबीर वाणी




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4 अक्टूबर 2025 शनिवार

खबरों में बीकानेर


✒️@Mohan Thanvi

कबीर यात्रा : कालू में गूंजी कबीर की वाणी, मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, 5 अक्टूबर को कतरियासर में होगा अंतिम पड़ाव
धोरों में बरसी कबीर वाणी






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कबीर यात्रा : कालू में गूंजी कबीर की वाणी, मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, 5 अक्टूबर को कतरियासर में होगा अंतिम पड़ाव
धोरों में बरसी कबीर वाणी 
बीकानेर, 4 अक्टूबर।
"चदरिया झीनी-रे झीनी, हे राम नाम रंग...मन लाग्यो मेरो यार फकीरी में हो...सरीखी वाणी और निर्गुण भजनों के स्वरों से शनिवार को कालू गांव सराबोर हो गया। अवसर था राजस्थान कबीर यात्रा के आयोजन का। मलंग फोक फाउंडेशन, लोकायन संस्थान, जिला प्रशासन बीकानेर, बीकानेर विकास प्राधिकरण और नगर निगम बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में चल रही राजस्थान कबीर यात्रा शनिवार को कालू पहुंची थी।
 जहां शाम को कलाकारों ने सूफी, कबीर वाणी और निर्गुण भजनों से समां बांध दिया। कस्बे के जगदम्बा माता मंदिर प्रांगण में हुए कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों और कबीर यात्रा में शामिल यात्रियों ने तालियां बजाकर गर्मजोशी के साथ कलाकरों का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम में एसडीएम दयानंद जी, एसएचओ धर्मवीर सिंह जी और बीडीओ किशोर चोधरी जी शामिल हुए। 

इन्होंने कलाकारों ने छेड़े तराने...

कार्यक्रम में महेशाराम मेघवाल ने कबीर वाणी "कबीरा चलत-चलत जुग भया, कौन बतावे धाम जी...के स्वर छेड़े तो पूरा मंदिर परिसर तालियों से गूंज उठा। कलाकार ने "थारो राम हृदय माई बाहर क्यों भटके...जोगिया सहित कई सूफी, वाणी और निर्गुण भजनों को सुनाकर सभी मंत्रमुग्द कर दिया। उन्होंने अपनी गायिकी विशेष छाप छोड़ी। वहीं कार्यक्रम में कबीर लोक वाणी गायक"केलम दारिया ने "न जाने तेरा साहिब कैसा है...सूरत मेरी राम से लगी...सहित निर्गुण भजन और वाणियों की मधुर प्रस्ततियां दी। कार्यक्रम में कबीर कैफे ने अलग ही अंदाज की गायिकी से महफिल को रोशन कर दिया। कबीर कैफे की टीम ने जब "मन लाग्यो मेरो यार फकीरी में....के स्वर छेड़े तो पूरा परिसर झूम उठा। कलाकारो ने "चदरिया झीनी-रे झीनी "चौरासी की नींद...सरीखी निर्गुण रचनाओं की दमदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मालवा से आए कालूराम बामनिया ने "कहां से आया कहां जाओगे...सुनाकर सभी को भावभिवोर कर दिया। कार्यक्रम में लुईस रोज के साथ ही स्कॉटलेंड और जपान से आई कलाकारों ने भी भागीदारी निभाई।

धोरों में बरसी कबीर वाणी
कबीर यात्रा : धोरों की धरती पर छाया कबीर की भक्ति का रंग, छत्तरगढ़ में कलाकारों ने अपने फन से कबीर को किया साकार, चार अक्टूबर को कालू में सजेगी स्वरों मेहफिल
बीकानेर, 3 अक्टूबर।
"आज गुरु आविया, म्हारे मन में उठी हिलोर, गुरुजी ने बार-बार वंदन करूं...गरुजी का स्मरण करती कबीर की वाणियों के संवेत स्वर शुक्रवार को छत्तरगढ़ की वादियों में गूंज उठे। मौका राजस्थान कबीर यात्रा के तीसरे दिन का। 
मलंग फोक फाउंडेशन, लोकायन संस्थान, जिला प्रशासन बीकानेर, बीकानेर विकास प्राधिकरण और नगर निगम बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राजस्थान कबीर यात्रा शुक्रवार को छत्तरगढ़ पहुंची थी। इससे पूर्व सुबह के सत्र में आए हुए मेहमान कलाकारों और यात्रियों ने सत्संग में भागीदारी निभाई। इस दौरान सभी ने ग्रामीण संस्कृति को समीप से देखा और अभिभूत हुए। ग्रामीणों ने भी कबीर यात्रा में भागीदारी निभा रहे कलाकारों और यात्रियों का जबर्दस्त स्वागत किया। आयोजन में इस बार सौ से ज्यादा कलाकार भागीदारी निभा रहे हैं। 
कार्यक्रम में महेंद्रा सस्टेन प्राइवेट लिमिटेड 200 मेघा वाट से त्रिलोक सिंह जी, एडमिन इंचार्ज उदय भास्कर,अमित सिंह, एसडीएम पवन कुमार जी,राजू चौहान,मुकेश शर्मा, नेमीचंद उपाध्याय, राजेन्द्र सिंह जी भाटी,सरपंच प्रतिनिधि सद्दाम हुसैन,विमल पारीक,कन्हैयाल ज्याणी कृष्णा जी भाटिया, राजकीय विद्यालय के एनसीसी, स्काउट टीम, एडवोकेट लक्ष्मीनारायण सहित छतरगढ़ गांव के गणमान्य लोग शामिल हुए। 

इन कलाकरों ने जमाया रंग...

कार्यक्रम में मालवा के दयाराम सरोलिया ने "आज गुरु आविया म्हारे मन में उठी हिलोर...सहित निर्गुण भजन-वाणी सुनाकर सभी को मंत्रमुग्द कर दिया। छत्तरगढ़ की आरसीपी कॉलोनी के क्लब ग्राउण्ड में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल श्रोताओं ने तालियां बजाकर कलाकारों का हौसला बढ़ाया। वहीं डीडवाना की रामा कुमारी ने सूफी अंदाज में "सतगुरु जी ने देख्या, गरुजी ने बार-बार वदना...सुनाकर खूब दाद बटौरी। 
कार्यक्रम में बीकानेर की मीरा बाई ने निर्गुण वाणी "चाल बसो उन देश में म्हारी हेली", गुजरात से आए वाणी गायक मुरालाल मारवाड़ा, बैंगलुरु के वासु दीक्षित, कव्वाली ग्रुप मेहफिल ए समां सहित कलाकारों ने अपनी दमदार गायिकी से श्रोताओं को कबीर की भक्तिरस में रंग दिया। 
 
 
राजस्थान कबीर यात्रा के निदेशक गोपाल सिंह ने बताया कि शनिवार को कालू गांव में कबीर यात्रा का आयोजन होगा। इसमें आमंत्रित कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इस यात्रा में भारत के अलग-अलग राज्यों के साथ ही जापान सहित अन्य देशों के कालाकार अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।

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