-एक दबाओ न दो, काटो और ब्लॉक कर दो
तरीके बदल बदल कर ठगने की कोशिश में है साइबर ठग
एक दबाओ न दो, काटो और ब्लॉक कर दो
तरीके बदल बदल कर ठगने की कोशिश में है साइबर ठग
साइबर ठगों ने अपने तरीके बदल बदल कर इतने कांड कर दिए हैं कि निश्चित रूप से आपकी जान पहचान वालों में से कोई इनके शिकंजे में फंसकर अपनी जमा पूंजी गवांने की कगार तक पहुंच गया होगा । हो सकता है किसी ने अपनी रकम गवां भी दी हो।
साइबर ठग किसी एक तरीके पर स्थिर नहीं है । क्योंकि सोशल मीडिया पर भी साइबर ठगों की कारस्तानियां वायरल होती रहती है। इस कारण आमजन के जागरूक होने के साथ-साथ साइबर ठग तक भी यह सूचना पहुंच जाती है कि उनके इस्तेमाल किए जा रहे तरीके अब लोगों की समझ में आ गए हैं । इसलिए वह नित नए बल्कि प्रति मिनट नए तरीके अपनाते हुए उन्हें आजमा कर किसी न किसी की जमा पूंजी पर हाथ मारने का प्रयास करते रहते हैं ।
बीते दिनों ऐसे समाचार सामने आए कि घर परिवार में किसी सदस्य के पास किसी का फोन आया कि मैं आपके पिता या बड़े भाई अथवा आपके पति अथवा देवर का दोस्त बोल रहा हूं और मुझे उनको पैसे देने हैं उन्होंने कहा है कि आपके खाते में दे दूं। इस झांसी में आकर लोगों ने अपनी निजी सूचनाओं को साइबर ठग तक पहुंचा दिया और उनके खाते में पैसे आने की बजाय उनके खाते से पैसे निकल गए । इसी तरह साइबर ठग अब किसी न किसी बहाने से आपसे एक या दो नंबर दबाने की बात करते हैं।
हो सकता है आपके नाम के पहले अक्षर ए बी सी डी को दबाने की भी बात करते हों। उनका यह जाल बैंक खाते की डिटेल जानने के लिए होता है । वह आपसे यह भी कह सकते हैं कि आपका बैच सामान्य है किंतु इसे कंफर्म करने के लिए कंपनी वेरिफिकेशन करना चाहती है । ज्यादा जानकारी के लिए एक दवाएं या फीड करने के लिए दो दबाएं।
इस तरह यकायक फोन आने पर फोन को रिसीव करने वाले या वाली सोच भी नहीं पाती या पाते कि यह व्यक्ति जिसने फोन किया है वह चाहता क्या है । उसे यही लगता है कि किसी तरह की उनकी जानकारी अधूरी है और वह उसे पूरी करना चाहता है। इसलिए वह तुरंत अपनी जानकारी उसे उपलब्ध करा देते हैं और अगले ही पल उनका फोन हैक हो जाता है और बैंक खाते से रुपए भी निकल जाते हैं। इसलिए सचेत रहें ।
जब भी किसी अपरिचित का फोन आए तो पहले उससे परिचय जानने की कोशिश करें यदि वह आनाकानी करें या गलत जानकारी दे तो तुरंत फोन काटे और नंबर को ब्लॉक लिस्ट में डाल दे । यदि आपको मामला और अधिक गंभीर लगता है तो तुरंत ही अपने नजदीकी क्राइम ब्रांच में पहुंचकर साइबर ठग के बारे में बताएं । साइबर सेल आपकी शिकायत को तुरंत नोट करेगी और कार्रवाई भी शुरू हो जाएगी।
यदि किसी फोन कॉल को आप ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं तब भी आप इसकी सूचना अवश्य अपने नजदीकी साइबर सेल तक जल्द से जल्द पहुंचाने का प्रयास करें। आपके इस प्रयास से न केवल आप ठगे जाने से बचेंगे बल्कि यदि वह ठग पकड़ा जाता है तो जिस-जिस को उसने ठगा है उसे भी राहत मिलने की संभावनाएं बलवती हो जाती है।
केवल एक या दो दबाना या एबीसीडी दबाना अथवा सीधे-सीधे जानकारी मांग लेना कि आपका कार्ड बन गया है क्रेडिट कार्ड बन गया है या इसी तरह से कोई और कार्ड बन गया है कहकर भी आपसे जानकारियां लेने के प्रयास हो सकते हैं । आपको बस सावधानी इतनी रखती है कि आप अपरिचित से तो 10 20 सेकंड से ज्यादा बात करें ही ना।
कोई परिचित है और घनिष्ठ है वह भी अगर आपसे आपकी निजी जानकारी मांग रहा हो तो याद रखें आपको अपनी निजी जानकारी किसी को भी नहीं देनी है। तभी आप अपनी गाढ़ी कमाई सुरक्षित रखने में सफल हो सकते हैं।
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