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खबरों में बीकानेर 🎤 🌐 मीडिया व प्रशासन के समन्वित प्रयासों से ही हो सकेगा योजनाओं का प्रसार - केवलिया

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मीडिया व प्रशासन के समन्वित प्रयासों से ही हो सकेगा योजनाओं का प्रसार-केवलिया
बीकानेर, 6 मार्च। कथाकार व राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सचिव शरद केवलिया ने कहा कि मीडिया व प्रशासन के समन्वित प्रयासों से ही कल्याणकारी योजनाओं से अधिकाधिक आमजन लाभान्वित हो सकते हैं।
        केवलिया शुक्रवार को हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोकप्रशासन संस्थान में ’मीडिया की प्रशासन में भूमिका’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। केवलिया ने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रशासन द्वारा सफल क्रियान्वयन के प्रयास किए जाते हैं, वहीं मीडिया इन योजनाओं के संबंध में समाचार प्रकाशित-प्रसारित कर दूरदराज के क्षेत्रों के निवासियों को भी जागरूक करता है। मीडिया जहां प्रशासन द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी देता है, वहीं आमजन की परिवेदनाओं से भी प्रशासन को अवगत करवाता है। इस प्रकार मीडिया प्रशासन व आमजन के मध्य सेतु का कार्य करता है।
        केवलिया ने उपस्थित अधिकारियों को कहा कि वे अपने विभागों से संबंधित योजनाओं की पूरी जानकारी रखें तथा सभी पात्र लोगों को इनका लाभ दिलाने के हरसंभव प्रयास करें। योजनाओं की प्रगति के संबंध में अद्यतन आंकड़े तैयार रखें व इन्हें मीडिया को उपलब्ध करवायें। योजनाओं के प्रचार-प्रसार में सोशल मीडिया का भी आवश्यकतानुसार उपयोग किया जा सकता है। विभागीय अधिकारी किसी भी अफवाह अथवा गलत सूचना की जानकारी मिलते हीे तत्काल उच्चाधिकारियों के साथ-साथ मीडिया को भी अवगत कराएं जिससे अफवाहों पर प्रभावी अंकुश लग सके।
        अतिरिक्त निदेशक एवं पाठ्यक्रम निदेशक शिशिर चतुर्वेदी ने प्रशासन और मीडिया को एक दूसरे का पूरक बताते हुए कहा कि अधिकारी सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए मीडिया से संवाद बनाए रखें।
पांच दिवसीय मिड केरियर प्रशिक्षण सम्पन्न
हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में 2 से 6 मार्च तक पांच दिवसीय मिड-केरियर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। अतिरिक्त निदेशक एवं पाठ्यक्रम निदेशक शिशिर चतुर्वेदी द्वारा प्रशिक्षण का शुभारम्भ करते हुए प्रशिक्षण के उद्धेश्य के बारे मे सम्भागियों से चर्चा की गई प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सुशासन, उपापन नियम, लीडरशिप एवं टीम बिल्डिंग, कार्यस्थल पर कार्यदक्षता, वित्तीय प्रबन्धन, मानव अधिकार, साईबर सुरक्षा, सेवा नियम, जेम पोर्टल, सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005, आदि विषयों की जानकारी एवं नियमांे से अद्यतन करवाने के साथ-साथ प्रबन्धन सम्बंधी जानकारी प्रदान की गई।
प्रथम तीन सत्रों मे पाठ्यक्र्र्रम निदेशक द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को फील्ड हेतु सभी राज्य सेवा के अधिकारियों को राजस्थान राज्य अभिलेखागार का भ्रमण करवाया गया। भ्रमण के दौरान निदेशक अभिलेखागार डा महेन्द्र खडगावत ने बताया कि 50 करोड पुराने रिकार्ड एवं पाण्डुलिपियों में से डेढ करोड रिकार्ड को आॅनलाईन कर दिया गया है। इस विजिट मे विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रिकार्ड का संधारण कैसे किया जाता है, आॅनलाईन की प्रकिया एवं बेहद पुरानी पाण्डुलिपियों को किस तरह से संधारित किया जाता है, पूर्ण प्रक्रिया से सम्भागियों को अवगत कराया गया। अभिलेखागार की आर्ट गैलरी व ताम्रपत्रों को भी विजिट के दौरान दिखाया गया। राज्य सेवा मे 8 वर्ष पूर्ण कर चुके अधिकारी हेतु पांच दिवसीय राज्य सेवा के अधिकारियों हेतु नियमित अनिवार्य सेवाकालीन प्रशिक्षण की व्यवस्था के तहत प्रत्येक लोक सेवक द्वारा अपने सम्पूर्ण सेवाकाल मे कम से कम तीन बार (8 वर्ष, 16 वर्ष, 24 वर्ष) प्रशिक्षण प्राप्त किया जाता है इसी क्रम मे जन. स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, आयुर्वेद विभाग एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारी टैªनिंग में उपस्थित हुए।





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