Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

m

m

खबरों में बीकानेर 🎤🌐 कोरोना :: मॉस्क लगाने की सभी को जरूरत नहीं / निजी चिकित्सालयों को कोरोना वायरस नियंत्रण में सहयोग करने के निर्देश

 ✒️खबरों में बीकानेर 🎤 🌐



 📰


सच्चाई पढ़ें । सकारात्मक रहें । संभावनाएं तलाशें । 




🙏 




 twitter, Podcast, YouTube, साहित्य-सभागार के साथ-साथ Facebook, Pinterest, LinkedIn और Instagram पर भी आपकी खबरें Khabron Me Bikaner 🎤






🇮🇳


 खबरों में बीकानेर 🎤 🌐


 ✍️

राजस्थान सरकार
निदेशालय, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (आई.ई.सी.)सेवाएं, जयपुर
 
*निजी चिकित्सालयों को कोरोना वायरस नियंत्रण में सहयोग करने के निर्देश*
जयपुर, 8 मार्च। प्रदेश मंे कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए सभी निजी चिकित्सालयों को प्राथमिक उपचार सहित आइसोलेशन वार्ड स्थापित कर खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ वाले रोगियों को उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। सभी निजी चिकित्सा संस्थानों को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी इन्फेक्शन कन्ट्रोल प्रोटोकोल का पूरी गंभीरता के साथ पालन करने के निर्देश भी दिये गये हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री रोहित कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य भवन में रविवार को निजी चिकित्सालयों, इंडियन मेडिकल ऐसोशिएशन, मेडिकल प्रेक्टिशनर सोसायटी और प्राइवेट नर्सिंग सोसायटी के पदाधिकारियों के साथ हुयी बैठक में यह निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस की प्रभावी स्क्रीनिंग एवं उपचार सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए निजी चिकित्सालय, इंडियन मेडिकल ऐसोशिएशन, मेडिकल प्रेक्टिशनर सोसायटी और प्राइवेट नर्सिंग सोसायटीज का सहयोग आवश्यक हैै। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में कोेरोना वायरस के संक्रमण संभावित रोगियों के लिए अलग से ओपीडी संचालित करने और आवश्यक जानकारियां चिकित्सालय परिसर में प्रदर्शित करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने बताया कि 100 से अधिक बिस्तरों वाले निजी चिकित्सालयों में आइसोलेशन वार्ड संचालित किये जाये। 

श्री सिंह ने बताया कि निजी चिकित्सालयों में कोरोना वायरस के लक्षणों वाले रोगियों को उपचार सुविधा आवश्यकरूप से उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये गये हैं और निजी चिकित्सालय विशेषकर खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ वाले रोगियों को उपचार सुविधा प्रदान करेंगे। उन्हांेने बताया कि सभी निजी चिकित्सालयों से इन लक्षणों वाले उपचार किये एवं उपचारत् रोगियों का रिकार्ड चिकित्सा विभाग को शिघ्र उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये गये हैं। उन्हांेने बताया कि कोई भी निजी चिकित्सालय उनके यहां आने वाले कोरोना वायरस संक्रमण के रोगियों का प्राथमिक उपचार किये बिना राजकीय चिकित्सालयों में रैफर नहीं कर सकेंगे। 

  बैठक में फोर्टिस हॉस्पिटल, ईटरनल हर्ट हॉस्पिटल, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंव चिकित्सालय, नारायणा हृदयालय एवं अन्य निजी चिकित्सालयों, इंडियन मेडिकल काउंसिल, मेडिकल प्रेक्टिशनर सोसायटी, प्राइवेट नर्सिंग सोसायटीज के पदाधिकारियों सहित एसएमएस मेडिकल कॉलेज  चिकित्सालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।

*घर-घर सर्वे हेतु 615 टीमों द्वारा 32 हजार 118 घरों का सर्वे*
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम गतिविधियों की रविवार को विस्तृत समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना के संबंध में घर-घर सर्वे हेतु 615 टीमों द्वारा 32 हजार 118 घरों का सर्वे किया गया है। उन्हांेने बताया कि राज्य नियंत्रण कक्ष में कोरोना वायरस के बारे में 132 लोगों द्वारा और 108/104 कन्ट्रौल रूम में 57 लोगों द्वारा जानकारी-सुविधा के लिए दूरभाष पर सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 303 सैम्पल कोरोना वायरस जांच हेतु लिये गये जिनमें से 300 नेगेटिव, 2 पॉजिटीव एवं 01 का परिणाम आना शेष है।

*ग्राम सभाओं में घर-घर पहुंचायी कोरोना वायरस से बचाव की आवश्यक जानकारियां*
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि अंतर्राष्ट्ीय महिला दिवस के अवसर पर रविवार को प्रदेशभर में आयोजित हुयी 11 हजार 152 ग्रामसभाओं में कोरोना वायरस संक्रमण के पहचान के लक्षण एवं बचाव की महत्वपूर्ण जानकारियां पहंुचायी गयी हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए रेडियो, अखबार, टेलीविजन, होर्डिंग्स बोर्ड्स, पैम्पलेट्स इत्यादि सहित सोशियल मीडिया पर भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।  उन्होंने बताया कि ग्राम-ढाणियों तक कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में आवश्यक लक्षण पहचान तथा बचाव की आवश्यक जानकारियां आशासहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और एएनएम इत्यादि कार्मिकों ने ग्रामीणों को दीं है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में आवश्यक जानकारियां वाले पैम्पलेट्स भी ग्रामसभाओं में आनेवाले ग्रामीणजनों को वितरित किये गये हैं। 

*मॉस्क लगाने की सभी को जरूरत नहीं*
श्री सिंह ने आमजन से आव्ह्ान किया है कि कोरोना वायरस से नहीं घबरायें और थोड़ी सी सावधानी अपनाकर इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी व्यक्तियों को मुंह पर मॉस्क लगाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ वाले लोग मॉस्क का उपयोग करें ओैर अपने घर पर अकेले कमरे में पूरा आराम करें।  

*कोरोना वायरस जांच की सभी को नहीं आवश्यकता*
सवाईमानसिंह चिकित्सालय के विशेषज्ञों ने बैठक में यह जानकारी दी कि चिकित्सालय में खांसी, जुकाम व बुखार के सामान्य लक्षणों वाले लोग भी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए पहंुच रहे हैं। श्री सिंह ने इस बारे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार ही संभावितों की जांच एवं उपचार करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की जांच विशेषकर ऐसे व्यक्तियों के लिए जरूरी है जो पिछले 15 दिनों में कोरोना प्रभावित देश की यात्रा से लौटे हैं अथवा किसी ऐसे व्यक्ति के सीधे सम्पर्क में आये हैं। ऐसे व्यक्ति को यदि तेज बुखार के साथ खांसी व सांस लेने में तकलीफ है तभी कोरोना संक्रमण जांच की आवश्यकता है। साथ ही उस ऐसे लक्षण वाले व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती किया जाना आवश्यक है। 

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने आमजन से आव्ह्ान किया है कि वे कोरोना संक्रमण की अनावश्यक जांच से बचें एवं उचित सावधानी अपनाकर चिंता से मुक्त रहें। 







📒 📰 📑 पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 📖 📓








  























Post a Comment

0 Comments