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3 सितम्बर 2025 बुधवार
खबरों में बीकानेर
✒️@Mohan Thanvi
जानिए क्या लाभ हैं घर-दुकान में गौमय धूप बत्ती के इस्तेमाल से
गोमय धूपबत्ती जलाने के मुख्य कारण
आध्यात्मिक शुद्धिकरण, पर्यावरण और घर का शुद्धिकरण हैं, जिसमें नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और कीटाणु, मच्छर व अन्य कीटों का निवारण होता है, साथ ही यह मानसिक शांति और सुकून भी प्रदान करता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गोमय धूप से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि आती है।
गोमय धूपबत्ती जलाने के मुख्य कारण:
वातावरण की शुद्धि:
गाय के गोबर से बनी धूपबत्ती वातावरण को शुद्ध करती है। इसके धुएं से हवा में मौजूद रोगाणु और सूक्ष्म कीटाणु नष्ट होते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा का अंत:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गोमय धूपबत्ती जलाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
कीटाणुओं और मच्छरों का निवारण:
गोमय धूप का धुआँ एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में कार्य करता है, जिससे मच्छर, मक्खियाँ और अन्य कीट दूर रहते हैं।
मानसिक शांति और सुकून:
धूप जलाने से मन और मस्तिष्क को सुकून मिलता है, जिससे तनाव का स्तर कम होता है और मानसिक संतुलन बना रहता है।
वास्तु दोष का निवारण:
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, गोमय धूपबत्ती से घर के वास्तु दोषों को दूर करने में मदद मिलती है।
धार्मिक महत्व:
धार्मिक कार्यों और पूजा-पाठ में गोमय धूपबत्ती का उपयोग किया जाता है क्योंकि इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
पवित्रता का अनुभव:
गोमय धूपबत्ती जलाने से घर में पवित्रता और शांति का अनुभव होता है।
अन्य फायदे:
यह प्राकृतिक और जैविक होती है, जो पर्यावरण के अनुकूल है।
यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, जिससे घर का माहौल खुशनुमा रहता है।
वेद लक्षणा गौमाता के पवित्र गौबर से निर्मित धूपबत्ती जलाएं, गंगा जल जितने पवित्र गौमूत्र से निर्मित गोनाइल का घर में पौछा लगाए, धूपबत्ती और गौनाइल से घर स्वच्छ होगा तथा हानिकारक किटाणु नहीं पनपेंगे।
गौ धन मित्र से गौमय पदार्थ खरीद कर आप गौ सेवा करते हैं ।
आज से पचास वर्ष पूर्व भगवान की स्थापना से पहले घर आंगन को गौबर गौमूत्र से लिपा जाता था,आज समय बदल गया है ,घर में पक्की फर्श है तो घर मे गौमूत्र से निर्मित गौनाइल का पौछा लगा सकते हैं , गौबर से बनी धूपबत्ती जला सकते हैं ,गौमाताओं को कत्लखाने में कटने से बचाने के लिए हम अपने नित्य जीवन में गौ धन मित्र के बनाए गौ उत्पाद का उपयोग करने का संकल्प रिद्धि सिद्धि के दाता गणेश जी के समक्ष लें।
जय श्रीकृष्ण
गौवंश को बचाने का एक तरीका यह है कि गौमय उत्पाद को हर आदमी अपने नित्य जीवन में अपनाए , क्योंकि पचास वर्ष पूर्व भी आदमी के लिए गौमाता का गौबर और बैल दोनों काम के थे इसलिए आदमी गाय बैल पालता था ।
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