नशे के विरूद्ध जागरुकता अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित वक्ताओं ने बताए नशे के दुष्प्रभाव, नशा नहीं करने की ली शपथ
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नशे के विरूद्ध जागरुकता अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित
वक्ताओं ने बताए नशे के दुष्प्रभाव, नशा नहीं करने की ली शपथ
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नशे के विरूद्ध जागरुकता अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित
वक्ताओं ने बताए नशे के दुष्प्रभाव, नशा नहीं करने की ली शपथ
बीकानेर, 25 जून। मादक पदार्थाें के दुरूपयोग एवं दुष्प्रभाव के प्रति आमजन को जागरुक करने के उद्देश्य से चल रहे पखवाड़े के तहत मंगलवार को टीबी क्लिनिक सभागार में नशे के विरूद्ध जागरुकता कार्यशाला आयोजित हुई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश गुप्ता ने कहा कि आज नशा समाज को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति अधिक घातक है। इसके प्रति जागरुक होने और दूसरों को प्रेरित करने की जरूरत है।
इंडियन रेडक्राॅस सोसायटी के स्टेट वाइस चेयरमेन विजय खत्री ने कहा कि प्रशासन के साथ विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं को इस मुहीम से जुड़ने की जरूरत है। इस जनआंदोलन बनाते हुए प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच बनाई जाए। उन्होंने कहा कि सोसायटी द्वारा इस दिशा में अनवरत कार्यवाहियां की जा रही है।
अभियान प्रभारी एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एलडी पंवार ने पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस दौरान केन्द्रीय कारागृह, स्कूलों और काॅलेजों, अस्पतालों में विभिन्न कार्यक्रम हुए। जिला कलक्टर की पहल पर जिले में नशा छोड़ने वालों के लिए ई-शपथ और ई-प्रमाण पत्र संबंधी नवाचर किया गया।
वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि नशा मुक्ति से जुड़े विभिन्न विभाग नशा करने वालों के साथ नशे का व्यापार करने वालों तक भी पहुंचे। उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया और कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही नशे के दंश से बचा जा सकता है।
इससे पहले क्षय रोग निवारण अधिकारी डाॅ. चंद्रशेखर मोदी ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से नशे की स्थिति एवं प्रकार, इनके दुष्प्रभाव तथा बचाव के उपायों के बारे में बताया। मानसिक रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. श्रीगोपाल गोयल ने भी नशे से जुड़ा प्रस्तुतीकरण दिया।
जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक हरि शंकर आचार्य ने आभार जताया और नशामुक्ति की शपथ दिलाई। इस दौरान नशे को ना कहें फिल्म भी दिखाई गई। कार्यक्रम का संचालन दंतौर विकास सार्वजनिक पुण्यार्थ ट्रस्ट के रामकिशोर बिश्नोई ने किया।
कार्यशाला में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एड. जुगल किशोर व्यास, सदस्य जन्मेजय व्यास, हाजरा बानो, सुनीता चौधरी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अरविंद सिंह सेंगर, किरण गौड़, डॉ. तनवीर मालावत, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, डूंगर महाविद्यालय के डाॅ. अन्नाराम शर्मा, उद्योग विभाग के सहायक निदेशक सुरेंद्र कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. अरविंद आचार्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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