बीकानेर संसदीय क्षेत्र में मतगणना से पहले की चुप्पी



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आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...

Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024

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Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
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बीकानेर संसदीय क्षेत्र में मतगणना से पहले की चुप्पी हेम शर्मा बीकानेर संसदीय क्षेत्र से कोन जीतेगा? इसका आकलन करके भाजपा और कांग्रेस के लोग निढाल हो गए हैं। कयासों का बाजार नि:स्तब्ध हो गया है। सट्टे के दावे और सटोरियों के लोजिक चुकता हो गए है। सब जोश चुप्पी में बदल गया है। धरातल की स्थिति जो समझते और जानते हैं वे भी आशंकित है। कांग्रेस के लोगों ने आपने तई आकलन तैयार किया है और दावा किया है कि 20 हजार के आस पास कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है। लोजिक है अर्जुन राम के प्रति मतदाताओं का सत्ता विरोध रेवेया ,आमजन में नाराजगी और जातीय वोटों का समीकरण। हालांकि यह लोजिक मोदी की स्वीकार्यता और अर्जुन राम के आभा मंडल के चलते आमतौर पर कोई स्वीकार नहीं कर पा रहा है फिर भी एक आशंका जरूर उभरती है? यह आशंका तब ज्यादा बलवंती हो जाती है जब यह आकलन आता है कि राजस्थान में कांग्रेस 10 सीटें जीत सकती है। इधर अर्जुन राम ही बीकानेर संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतेंगे यह बात वो व्यक्ति भी कहता जिसने अर्जुन राम को वोट नहीं दिया। जिन नाराज लोगों ने नोटा का बटन दबाया वे भी जीत तो अर्जुन राम की ही मान रहे हैं। हर 10 में से 7 व्यक्ति चाहे वे किसी दल के वो बताते तो अर्जुन राम की जीत ही है साथ में जुमला भी कह देते है सामने कोई विकल्प नहीं। मोदी का कोई सानी नहीं। अर्जुन राम से लोग संतुष्ट भी नहीं है! मोदी ने जो किया उसको जनता शिरोधार्य करती है। मतदाता मोदी को आदर के साथ सम्मानित नेता के रूप में परिभाषित करती है। इसके बावजूद अगर अर्जुन राम कम वोटों से जीतते है या चुनाव हार जाते है तो समझो की मतदाताओं के बीच उनकी कितनी स्वीकार्यता या साख है। 4 जून अब नजदीक आ गया है। बीकानेर सीट को लेकर धुकधुकी छूट रही है। मोदी के प्रति इतनी गहरी जनास्था के चलते भाजपा प्रत्याशी सम्मानजनक वोटो से जीतते हैं तो ही उनकी जनता और पार्टी में उनकी पैठ रह सकती है अन्यथा तो चुनाव जीत कर लोकसभा तक जाना ही है।

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