कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत मिलेगा भारत रत्न सम्मान
वे दो बार बिहार के सीएम और एक बार डिप्टी सीएम रहे
नई दिल्ली । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। वह पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे। 24 जनवरी को ही उनकी जयंती है। कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के सीएम और एक बार डिप्टी सीएम रहे। वे बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। उन्होंने पहली बार 1952 में विधानसभा चुनाव जीता था। 1967 में कर्पूरी ठाकुर ने डिप्टी सीएम बनने पर बिहार में अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म कर दिया। सामाजिक व्यवस्था परिवर्तन में कर्पूरी के आदर्श थे जेपी, लोहिया और आचार्य नरेंद्र देव। कर्पूरी के पहले समाजवादी आंदोलन को खाद उच्च वर्ग से ही मिलती थी। कर्पूरी ने पूरे आंदोलन को उन लोगों के बीच ही रोप दिया, जिनके बूते समाजवादी आंदोलन हरा होता था। वह 1970 में जब सरकार में मंत्री बने तो उन्होंने आठवीं तक की शिक्षा मुफ्त कर दी।
write views