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चुनाव : पर्दे के पीछे - "कुर्सी" को लेकर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों के ठहरे हुए पानी में हलचल...!!
- मोहन थानवी
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 शांतिपूर्वक संपन्न हुए। मतगणना के बाद भाजपा को बंपर जीत मिलने और अशोक गहलोत के नेतृत्व की परीक्षा में कांग्रेस को सम्मानजनक विपक्ष का ओहदा मिलने की चर्चा तो महज दो-चार घंटे ही चल सकी। इसके बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों के ठहरे हुए पानी में हलचल मच गई ।
"कुर्सी संभालने वाले संभावित नाम" की खोज के लिए समझी जाने वाली भाजपा प्रदेश और केंद्रीय नेताओं की मुलाकातें लोगों की उत्सुकता को बढ़ाती रही। कुछ नेताओं को दिल्ली से बुलावा भी आ गया ऐसी खबरें भी आती रहीं।
इधर, कुछ न्यूज़ चैनलों पर खबर फ्लैश होने लगी की दिल्ली में सीएम की कुर्सी पर बैठने वाले नाम तय हो चुके हैं। इसके साथ ही जयपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर हलचल तेज होती गई। शाम होते-होते वहां लगभग दो दर्जन विधायकों का जमावड़ा होने की खबरें भी सुनाई दी। ठीक इसी दौरान खबर मिली की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भी बैठक बुलाई है।
इससे लोगों में यह चर्चा और गर्म होने लगी की गुपचुप भीतर ही भीतर कोई खिचड़ी तो नहीं पक रही । बहरहाल अधिकांश लोगों का यह कहना है कि राजनीतिक गलियारों की यह हलचल मंगलवार को मुख्यमंत्री का नाम सामने आने पर शांत हो सकती है।
कुछ लोग फुसफुसाते हुए यह भी अंदेशा जता रहे हैं कि अप्रत्याशित रूप से जोड़-तोड़ की एक नई राजनीतिक गाथा बुनती हुई दिखाई दे सकती है। लेकिन इसकी संभावनाएं क्षीण हैं।
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