Type Here to Get Search Results !

इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स ने रफी के सदाबहार गीतों से समां बांधा




Home / Bikaner / Latest / Rajasthan / Events / Information


© खबरों में बीकानेर 
https://bahubhashi.blogspot.com
https://bikanerdailynews.com
®भारत सरकार UDAYAM REGISTRATION NUMBER RJ-08-0035999 

🌞:











औरों से हटकर सबसे मिलकर
✍️   


मुझको मेरे बाद जमाना ढूंढेगा
इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स ने रफी के सदाबहार गीतों से समां बांधा 

अजमेर ।
इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स ने मिले सुर मेरा तुम्हारा की हर महीने लोकप्रिय गायकों की कड़ी में मोहम्मद रफी के सदाबहार गीतों से स्वरांजली दी गई ।
उपाध्यक्ष श्रीमती भारती नंदी, महासचिव कुंजबिहारी और सांस्कृतिक प्रभारी प्रणय नन्दी ने आगुंतकों का स्वागत किया । गोपेंद्र सिंह , मंजू और लक्ष्मण चैनानी ने व्यवस्था संभाली। संस्थापक मुख्य संरक्षक डॉ लाल थदानी और ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर होने वाले और रोज़ 2 घंटे स्टार मेकर ऑनलाइन पार्टी रूम में जाकर गाने की जानकारी दी ‌।
कार्यक्रम में एकल और युगल गीतों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई । मंजू चैनानी :- तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है, लक्ष्मण चैनानी : तुम जो मिल गए हो और दोनों का युगल गीत वादा करले साजना ने तालियां बटोरी । कमल शर्मा :- ना जा कहीं अब ना जा, lशकील खान:- गुलाबी ऑखे जो तेरी देखी, नीरज मिश्रा क्या हुआ तेरा वादा, कमरजहाॅ मेरा दिल यह पुकारे आजा, रशिम मिश्रा :- बाबु जी धीरे चलना प्यार में, मनीषा सक्सेना : लक्ष्मी सक्सेना तोरा मन दर्पण कहलाये, वीरेंद्र पाठक :– यकीन कर लो मुझे मोहब्बत है तुमसे , गोपेनद्र पाल सिंह ;- तेरी ऑखो के सिवा दुनियाॅ मे रखा ,तनुश्री ने प्रणय नन्दी के साथ :- कितना प्यारा वादा है फिर गीतांजली के साथ जानेमन हसीन दिलरूबा ,लता लखियानी झूठी मुट्ठी मितवा पावन बोले और शरत शर्मा के साथ इस मोड़ से जाते हैं , वंदना मिश्रा एंव कुंज बिहारी लाल :- तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती, रजनी एंव नानग सिंह :- ये दिल तुम बिन कहीं और यूहीं तुम मुझसे बात करते हो ,कुमकुम जैन के लाखों हैं निगाह में ,योगेश चौहान पुष्कर से अकेले है चले आओ ,उषा मित्तल :- गर तुम भुला ना दोगे सपने ये सच और प्रकाश झमटानी के साथ इतना तो याद है मुझे, प्रदीप वाधवा किशनगढ़ पुकारता चला हूं मैं गली गली , रजनीश मैसी ये तेरी सादगी,शंकर धनवानी:- ये दुनियाॅ ये महफिल मेरे काम, 
दलबीर सिंह मुझे दर्द ए दिल का पता न था ,योगेश गौड़ वादियाँ मेरा दामन नवोदित कलाकारों ने समां बांधा । इसके बाद डेसमंड फ्रेंकलिन पर्दा है पर्दा, देवी सिंह रावत :-है दुनियाॅ उसी की जमाना, प्रकाश जेठरा :- बदन पे सितारे लपेटे हुए, डॉ लाल थदानी : ये जो चिलमन है और रीतू मोतिरामनी के साथ रिम झिम के गीत सावन गाए ,वहीं रितु कमल शर्मा ने जरा सा झूम लुं मै गाकर कार्यक्रम को ऊंचाइयां दी । अंत में उड़े जब जब जुल्फें तेरी सदस्यों ने नाच गाने के साथ कार्यक्रम का समापन किया ।




 





Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies