खबरों में बीकानेर
👇
लंपी रोग से ग्रसित गौ माता के देवलोक गमन व 7 नवंबर 1966 को बलिदान हुए गो भक्तों को श्रद्धांजलि, भावांजलि सभा का आयोजन
बीकानेर
गौ गोचर संरक्षण संयुक्त मोर्चा के द्वारा वर्तमान समय में लंपी रोग से ग्रसित गोवंश के देवलोक गमन होने पर उन्हें श्रद्धांजलि और 7 नवंबर 1966 को बलिदान हुए गो भक्तों के लिए भावांजलि सभा का आयोजन आज शिव मठ शिव बाड़ी मंदिर बीकानेर में किया गया ।
यह महति आयोजन 2 स्तर में आयोजित किया गया, प्रथम कड़ी के अंदर दिवंगत गौ माताओं को श्रद्धांजलि और 7 नवंबर 1966 को संपूर्ण गोहत्या बंदी कानून की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन में तत्कालीन सरकार के द्वारा आंदोलन को कुचलने के लिए चलाई गई गोलियों में, बलिदान हुए गो भक्त, साधु संतों को भावांजलि अर्पित की गई।
मुख्य वक्ता के रूप में अपनी बात रखते हुए राष्ट्रीय आंदोलन के अध्यक्ष व भारतीय देशी गोवंश एवं गोचर एक राष्ट्रीय धरोहर महाअभियान के संयोजक सूरजमालसिंह नीमराणा ने 7 नवंबर 1966 की घटना पर प्रकाश डाला और उपस्थित गो भक्तों से गोचर में हो रहे कब्जों के प्रति जागरूक रहकर उन्हें हटवाने,कब्जा करने वालों के खिलाफ मुकदमा करने, और गोचर में बने मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना नहीं करने का संकल्प दिलवाया ।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री देवी सिंह जी भाटी ने कहा कि वर्तमान में जो गोचर भूमि पड़ी है, उसकी पैमाइश अति शीघ्र की जावे, अतः सभी गौ भक्त, गो सेवी संगठन, गोचर संरक्षक संगठन अब एक होकर इस हेतु संघर्ष करें, तभी जाकर बीकानेर के आसपास की गोचर आदि भूमि को हम बचा पाएंगे। छद्म रूप से राज्य सरकारें गोचर आदि भूमि का अधिग्रहण कर रही है, गोवंश का नस्ल सुधार का नुकसान कर रही है, उससे भी सावधान रहने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ग्राम विकास विभाग के सह प्रांत प्रमुख निर्मल कुमार बरडिया, गौ ग्राम सेवा संघ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष ललित दाधीच ने अपनी बात रखी।
विमर्शानन्द गिरी महाराज ने कहा कि हमारा उद्देश्य जिले की समस्त गो सेवी संगठनों को एक मंच पर लाकर, एक दूसरे का सहयोग करवाने का है । आज यह मंच "गौ गोचर संरक्षण संयुक्त मोर्चा" का गठन किया है। जिसकी प्रथम समितियों की घोषणा आज की गई है।
संतो के पावन सानिध्य में आयोजित इस कार्यक्रम की दूसरी कड़ी में बीकानेर के समस्त गो भक्तों, गौशाला संचालक ,गो सेवी संगठन, आदि को एक मंच पर लाने के लिए गो गोचर संयुक्त मोर्चा के समन्वय समिति का गठन किया गया। इसमें परम पूज्य विमर्शानंद गिरि जी महाराज के दिशा निर्देश के अंतर्गत 4 समितियों का गठन किया गया 1.समन्वय एवं संयोजन समिति, 2.संचालन एवं क्रियान्वयन समिति, 3.विधि एवं सलाहकार समिति, 4.परामर्श मंडल एवं सहयोग समिति। इस समिति का संयोजक मनोज कुमार सेवग व सह संयोजक निर्मल कुमार बरडिया को बनाया गया, प्रत्येक समिति में 10 -10 सदस्य लिए गए और समय अनुसार इसमें संख्या घटाई में बढ़ाई जा सकेगी।
आज के कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन सूरज प्रकाश राव ने दिया। मंच का संचालन गोपाल सिंह नाथावत ने किया।
इस अवसर पर बीकानेर जिले के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों -उज्जैन संत चंद्रशेखरानंद जी महाराज, संत गोविंदस्वरूप जी महाराज,सरे नथानिया गोचर के संचालक ब्रिजरतन किराडू, पार्षद अनूप गहलोत आदि ने अपनी बात रखी। और सभी ने कहा कि हमें गो भक्तों के संगठन को मजबूत करना है हम सभी एक साथ एक आवाज पर खड़े होंग।
औरों से हटकर सबसे मिलकर

✍️
0 Comments
write views