खबरों में बीकानेर
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पंचांग आज : तिथि, योग-नक्षत्र आदि जानिए शनिदेव कैसे होंगे प्रसन्न
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~*🌞
🌤️ *दिनांक - 17 सितम्बर 2022*
🌤️ *दिन - शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - शरद ॠतु*
🌤️ *मास - अश्विन (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार भाद्रपद)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - सप्तमी दोपहर 02:14 तक तत्पश्चात अष्टमी*
🌤️ *नक्षत्र - रोहिणी दोपहर 12:21तक तत्पश्चात मृगशिरा*
🌤️ *योग - सिद्धि पूर्ण रात्री तक*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 09:30 से सुबह 11:01 तक*
🌞 *सूर्योदय - 06:27*
🌦️ *सूर्यास्त - 18:38*
👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - महालक्ष्मी व्रत समाप्त, षडशीति संक्रांति (पुण्यकाल सुबह 07:22 से दोपहर 01:46 तक*
💥 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')*
💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')*
💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
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