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मंथन : नीति नियंता से चल रही है भाजपा, पार्टी नेताओं में दम नहीं !


खबरों में बीकानेर


मंथन : नीति नियंता से चल रही है भाजपा, पार्टी नेताओं में दम नहीं  ! 
- हेम शर्मा 

 केंद्र में भाजपा सरकार ने देश में कई बुनियादी बदलाव किए हैं। बेशक सरकार अच्छा काम कर रही है। इसका कारण भाजपा और संघ के नीति नियंता और कुछेक पार्टी को समर्पित शीर्ष नेतृत्व है। इनकी साख और नेतृत्व क्षमता को बाकी पार्टी केडर और नेताओं को फायदा मिल रहा है। मोदी के चेहरे पर राजस्थान में चुनाव लडने की अमित शाह और पार्टी केडर क्यों बात कह रहा है ? 

सच तो यह है कि देशभर में भाजपा के सामने कांग्रेस कमजोर है। वास्तव में भाजपा राजनीतिक पार्टी में नेतृत्व के नाम पर निचले स्तर पर ऐसा कुछ नहीं है। जो पार्टी को ताकत दें या विशेष बनाए। लोकतंत्र में जनता ही सबकुछ है। कभी भी चमत्कार हो सकता है। पिछले लोकसभा चुनाव में एक ओपचारिक समीक्षा बैठक के दौरान मैंने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम को कहा था कि आप चुनाव मात्र इसलिए जीत रहे हैं कि मोदी के नाम का कवच है। कांग्रेस का प्रत्याशी कमजोर है और संघ का साथ है। यह नहीं होता तो जीत मुश्किल होती।


 मेरी इस बात के सार्वजनिक होने पर अर्जुन राम जी के कई समर्थक नाराज हुए। शायद अर्जुन राम जी भी। आज भी यह सच कायम है। इसे पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकारती है। राजस्थान में तो पार्टी के भीतर इसी बात को लेकर कशमकश चल रही है कि विधानसभा चुनाव में मोदी को चेहरा रखा जाए। भाजपा और केंद्र की सरकार पार्टी के नीति नियंता के बलबूते पर ही चल रही है। बाकी नेता तो अनुयायी से ज्यादा कुछ नहीं है। 

राजस्थान में भाजपा के कुछेक नेताओं के अलावा कोई राजनीतिक नेतृत्व और दक्षता कहीं दिखाई हो तो पार्टी को मजबूती मिले। जनता गुटबाजी और आपस में लेग पुलिंग तो देख रही है। प्रदेश संगठन के घोषित कार्यक्रम कहीं औपचारिकता से तो कहीं मनोयोग से जरूर किए जा दे हैं। असल में जनता की समस्या और तकलीफों को कोई आवाज नहीं दे रहा है।


 अब भाजपा को विचारधारा के आधार पर सर्व स्पर्शी और सर्व व्यापी बनाने के लिए दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर कमलोत्सव मनाया जा रहा है। ऐसे ही पार्टी मंच से अब तक कई कार्यक्रम हुए हैं। इससे विचारधार तो पुष्ट हुए होगी, परंतु इससे जनता का दर्द कम नहीं हुआ है और न ही पार्टी में नेतृत्व का विकास हो रहा है। आम जन में भी संतुष्टि नहीं है। पार्टी का विकास मोदी, नीति नियंता और शीर्ष नेतृत्व के बलबूते पर ही है। 

अर्जुन राम मेघवाल और राजस्थान भाजपा मोदी के चेहरे पर ही टिकी है। यह कोई लोकतंत्र और पार्टी को सुकून देने वाली तस्वीर नहीं है।







औरों से हटकर सबसे मिलकर










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