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तीखे तेवर : महापौर का मंत्री डॉ कल्ला को खुल्ला चैलेंज


खबरों में बीकानेर


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*अनिश्चितकालीन धरने का पांचवां दिन*
महापौर का मंत्री डॉ कल्ला को खुल्ला चैलेंज

1062 पट्टों की नामवार लिस्ट उपलब्ध करवा दें तो ना सिर्फ में धरना खत्म कर दूंगी बल्कि तत्काल प्रभाव से महापौर पद से इस्तीफा देकर भविष्य में कभी राजनीति में नहीं आऊंगी












बीकानेर 
अनिश्चितकालीन धरने के पांचवें दिन महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित सभी पार्षद तथा सभी कार्यकर्ता काफी आक्रामक नजर आए। धरना स्थल पर सुबह से ही लगातार विभिन्न संगठनों तथा कार्यकर्ताओं की भारी आवाजाही लगी रही।


कल मंत्री बीडी कल्ला के बयानों में महापौर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद विवाद ज्यादा गरमा गया। मंत्री कल्ला ने आयुक्त गोपाल राम को अनुभवी और ईमानदार अधिकारी बताते हुए महापौर की फाइलों में भ्रष्टाचार की बू आने जैसे आरोप मंढ दिए। जिसके बाद सुबह से ही सभी कार्यकर्ताओं में मंत्री कला के खिलाफ भारी रोष देखने को मिल रहा था। धरना स्थल पर सभी वरिष्ठ भाजपा नेताओं द्वारा अपने भाषण में मंत्री कल्ला के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उसे निराधार बताया।

 जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने कहा कि मंत्री कल्ला अपनी विफलता छुपाने के लिए ऐसे अधिकारी को नगर निगम लेकर आए हैं जो भाजपा बोर्ड को काम करने से रोक रहा है। 

डॉ सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि बिना तथ्यों के शहर की प्रथम नागरिक पर ऐसे निराधार आरोप लगाना इतने वरिष्ठ नेता को शोभा नहीं देता । किसी भी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर आरोप लगाने से पूर्व आरोपों को साबित करने के लिए तथ्य होने आवश्यक है । कल्ला द्वारा लगाए गए आरोप निराधार ही नहीं बल्कि इन आरोपों में मंत्री कल्ला के विफलता तथा डूबते राजनीतिक कैरियर की खीज साफ नजर आ रही है।

 वरिष्ठ भाजपा नेता गुमान सिंह राजपुरोहित में अपने संबोधन में कहा कि आयुक्त पट्टों में गलत नियमों के आधार पर जनता के खून पसीने की कमाई को लूट रहे हैं । इतना ही नहीं पट्टों के नाम पर भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ गया है कि आयुक्त के शह में अधिकारी और खुद आयुक्त जनता से हजारों रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं। ऐसे भ्रष्टाचारी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से सरकार को हटाना होगा नहीं तो बीकानेर की जनता ऐसे अधिकारियों को हटाना अच्छे तरीके से जानती है।

*बीकानेर केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबूलाल गहलोत ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जनहित में धरने पर बैठी महापौर की जायज मांग आयुक्त को हटाने को लेकर सरकार द्वारा अगर आगामी 2 दिनों में कोई कदम नहीं उठाया गया तो शहर के सभी 1800 केमिस्ट अपनी दुकानों की चाबियां कलेक्टर को सौंपेंगे।* धरना स्थल पर आज महापौर को एबीवीपी, किन्नर समाज, केमिस्ट एसोसिएशन, ठेला यूनियन तथा विभिन्न संगठनों का भारी सहयोग और समर्थन मिला।

खचाखच भरे धरना स्थल को संबोधित करते हुए महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित में जनता से मिले इस अपार समर्थन का आभार व्यक्त किया। महापौर ने कहा कि पिछले 3 वर्षों में नगर निगम द्वारा सभी वार्ड में कराए गए कार्यों और भाजपा बोर्ड की बढ़ती लोकप्रियता मंत्री कल्ला पचा नहीं पा रहे हैं। मंत्री जी द्वारा दिए गए बयान बचकाने नजर आ रहे हैं। 
मेरे द्वारा तथ्यों और सबूतों के साथ आयुक्त पर लगाए गए आरोपों पर चर्चा करने के बजाए कल्लाजी का यह कहना कि मुझे अखबार से पता चला है कि महापौर ऑफिस में नहीं बैठती स्थानीय विधायक के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं। अगर मंत्री खुद बीकानेर में धरातल स्तर पर कार्य करते तो उन्हें पता होता कि मैं निगम में कितना समय देती हूं। अखबार से उनको यह जानकारी लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती। मंत्री जी द्वारा मुझ पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप पूर्णतया निराधार है। *मैं मंत्री जी को खुला चैलेंज देती हूं कि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार की एक फाइल लाकर दिखा दे नहीं तो कल मैं दसों फाइलें मंत्री जी के इस ईमानदार अधिकारी की लाकर दिखाती हूं जिसमें बड़े स्तर पर नियमों और कानून की धज्जियां उड़ाकर आयुक्त गोपाल राम द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है। कल्लाजी जिस अधिकारी को ईमानदार और अनुभवी बता रहे हैं वह अधिकारी वास्तव में झूठ का पुलिंदा और नगर निगम इतिहास का सबसे नकारा अधिकारी है। गूगल सीट पर सरकार को भेजे गए आंकड़े एक दफा मान लें कि गलती से भेज दिए गए हैं लेकिन हाल ही में आयोजित प्रशासन शहरों के संग अभियान की कार्यशाला में आयुक्त ने जो 1062 पट्टों के आंकड़े दिए हैं, अगर कल्ला जी और उनके ईमानदार अधिकारी उन 1062 पट्टों की नामवार लिस्ट उपलब्ध करवा दें तो ना सिर्फ में धरना खत्म कर दूंगी बल्कि तत्काल प्रभाव से महापौर पद से इस्तीफा देकर भविष्य में कभी राजनीति में नहीं आऊंगी। नगर निगम द्वारा मात्र 400 पट्टे जारी किए गए हैं बार-बार झूठी सूचनाएं देकर आयुक्त गोपालराम ना सिर्फ सरकार को गुमराह कर रहे हैं बल्कि सरकार के इस बड़े अभियान की विश्वसनीयता और सरकार की साख भी खत्म कर रहे हैं।*

महापौर के संबोधन के बाद सभी कार्यकर्ताओं द्वारा तिरंगे के साथ कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए रैली निकाली गई। आयुक्त द्वारा बीकानेर की जनता को बैकवर्ड और बेचारा कहने पर कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे महापौर और कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया। जिसके बाद महापौर सुशीला कंवर, उपमहापौर राजेंद्र पवार, डॉ सत्यप्रकाश आचार्य, मोहन सुराणा, विक्रम सिंह राजपुरोहित, सुमन छाजेड़ समेत 12 सदस्य दल ने कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन दिया। कलेक्टर से हुई वार्ता में डॉ सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि आयुक्त द्वारा बीकानेर और बीकानेर के बाशिंदों के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों पर आयुक्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगे अन्यथा नगर निगम का घेराव कर भारी प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।


कलेक्ट्रेट के घेराव और धरना स्थल पर आप डॉ सत्यप्रकाश आचार्य, जिला महामंत्री मोहन सुराणा, वरिष्ठ भाजपा नेता गुमान सिंह राजपुरोहित, महावीर सिंह चारण, शिवराज विश्नोई, इंदर ओझा, सभी मंडल अध्यक्ष, बनवारी लाल शर्मा, जिलाध्यक्ष एससी मोर्चा सोहनलाल चांवरिया, जिला अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा उस्मान गनी, जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा सुमन छाजेड़, पूर्व भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विक्रम सिंह भाटी समेत सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता तथा शहरवासी मौजूद रहे।




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