इल्मस के दीवाली धूम धड़ाका पर मेडले गानों की मची धूम

इल्मस के दीवाली धूम धड़ाका पर मेडले गानों की मची धूम










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*खबरों में बीकानेर*









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मेरे तुम्हारे सबके लिये हैप्पी दिवाली
इल्मस के दीवाली धूम धड़ाका पर मेडले गानों की मची धूम

अजमेर। दिनांक 09 नवम्बर 
*इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी* द्वारा 
मिले सुर मेरा तुम्हारा की अनवरत चलती आ रही 62वीं कड़ी में *दीवाली धूम धड़ाका 2024* कार्यक्रम रखा गया ।

उपाध्यक्ष डॉ दीपा थदानी और महासचिव कुंजबिहारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बस स्टैंड स्थित रेस्टोरेंट में आयोजित गीत संगीत कार्यक्रम में सदस्यों ने गीतों में दीपावली यानि प्रकाश के पर्व को ध्यान में रखते एकता , रोशनी , उमंग , भाईचारे का सकारात्मक संदेश दिया । 
महासचिव कुंज बिहारी लाल ने वंदना मिश्रा के साथ ऐसी दीवानगी देखी नहीं और रशिम मिश्रा के साथ दिल लगी ने दी हवा, वर्षा निहलानी , पूजा तंवर एंव डाॅ लाल थदानी ने हंसता हुआ नूरानी चेहरा , हर किसी को नही मिलता,जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा, श्याम पारीक एंव अर्चना पारीक मुझको हुई ना खबर, मुझे नींद ना आए के युगल गीतों के मस्त भरे माहौल के बाद लता लख्यानी सिलसिला ये चाहत का, डाॅ दीपा थदानी प्यार दीवाना होता है, ज्योति खोरवाल प्यार हुआ चुपके से, मीना कंजानी वादियाँ मेरा दामन को अपनी सधी हुई आवाज़ से प्रभावित किया ।
9 साल की दक्षिता तंवर ने जब अपनी मां पूजा के साथ कान्हा तू सोजा रे गाया तो सभागार मंत्रमुग्ध हो गया ।
  डॉ अभिषेक माथुर, अशोक दरियानी, डॉ भट्ट, मोहन मिश्रा, कुमकुम जैन, आलोक वर्मा,
डॉ लाल थदानी, दीपक भार्गव, प्रहलाद चन्द तिवारी के दो मेडले गानों पर सभी महिला पुरुष सदस्यों ने मिलकर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया । देखा न हाय रे सोचा न, मैं हूं डॉन, बचना ए हसीनों , सारा ज़माना हसीनों का दीवाना,आजा सनम मधुर चांदनी में हम, मैं हूँ प्रेम रोगी , डम २ डीगा २, ऐ मेरी ज़ोहरा-ज़बीं, फूलों सा चेहरा तेरा,सवेरे वाली गाड़ी से चले जायेंगे मेडले गानों
पर हाल तालियों की थाप और कदमों की थिड़कन से गूंज उठा ।
कुमकुम जैन मेरा नाम चिंग चिंग चु, लोकेश त्रिपाठी साला मैं तो साहब बन गया,अशोक दरियानी दिल में हो तुम साँसो में तुम, दिलीप लौंगानी ना तुम हमें जानों ना हम तुम्हें और जाने कहां गए वो दिन, रविन्द्र माथुर सुहाना सफर और ये मौसम हंसी, नरेश रतनानी चल अकेला चल अकेला, आलोक वर्मा दे दे प्यार दे प्यार दे ,लक्ष्मण हरजानी चाहिए थोडा प्यार , प्रहलाद चन्द तिवारी पल भर के लिए कोई हमें, शिव शंकर अग्रवाल दीवानी दीवाना,दीपक भार्गव तुमने किसी की जान को , जय पाहवा मुझे इश्क है तुझी से में नए पुराने गायकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज़ की ।
अंतिम सत्र में पुरुष गायकों ने याद आ रहा है और ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे तथा महिलाओं ने हंसते हंसते कट जाएं रस्ते कोरस गीत प्रस्तुत किए ।
मेरे तुम्हारे सबके लिये हैप्पी दिवाली समूह गान में गायकों ने संदेश दिया कि अंधकार रूपी अज्ञानता और नकारात्मकता का नाश करते हुए आध्यात्मिक दृष्टि से, आत्मज्ञान और सत्य की के दीप को जलाए रखना है । महासचिव कुंज बिहारी लाल अशोक दरियानी रश्मि मिश्रा ने स्टेज, लैपटॉप और लिस्ट मैनेजमेंट बखूबी संभाला । संचालन लता लख्यानी और अशोक दरियानी ने किया।
अंत में सबने एक दूसरे का अभिवादन करते हुए दीपावली की बधाई दी और संस्थापक डॉ लाल थदानी ने आभार व्यक्त करते हुए 24 दिसंबर को मोहम्मद रफ़ी के 100 वां जन्मोत्सव, 26 जनवरी 25 को देश भक्ति और 9 मार्च को वार्षिक 4th लाइव कार्यक्रम की सूचना दी । इस के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।


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