-दीपावली : एक स्वर में बोले बीकानेर के विद्वान - शास्त्र-सम्मत दीपावली 1 नवंबर को
दीपावली : एक स्वर में बोले बीकानेर के विद्वान - शास्त्र-सम्मत दीपावली 1 नवंबर को
बीकानेर 20 अक्टूबर 2024
दीपावली त्यौहार मनाए जाने की तारीख को लेकर देश भर के साथ-साथ बीकानेर में बनी भ्रम स्थिति को दूर करने के सार्थक प्रयास करते हुए बीकानेर के विद्वानों ने एक स्वर में दीपावली एक नवंबर को मनाने की बात कही है। अपनी इस सम्मति के पक्ष में विद्वानों ने एक और जहां 60 - 70 वर्ष पुराने पंचांगों का संदर्भ रखा वहीं अयोध्या आदि नगरों में भी एक नवंबर को दीपावली मनाने की बात बताई ।
विदित रहे की बीते दिनों बीकानेर में विद्वानों ने एक सभा में एक नवम्बर को दीपावली मनाए जाने की बात कह दी थी लेकिन देश के कुछ अन्य शहरों में 31 अक्टूबर को दीपावली मनाने की बात भी सामने आने के बाद लोगों में भ्रम उत्पन्न होता जा रहा था।
इस स्थिति पर मंथन और विमर्श के दौर के चलते संभाग मुख्यालय के जाने-माने पंडितों, विद्वानों, पंचांगकर्ताओं के मत भी सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को बीकानेर में भी विद्वानों ने विमर्श कर दीपावली 1 नवम्बर को मनाने की बात पर मुहर लगाई है।
रत्ताणी व्यास बगेची में ख्यातनाम विद्वानों, शास्त्रों, पंचांगों के संदर्भों के साथ पत्रकारों से वार्ता में पंडित बाबूलाल शास्त्री ज्योतिष बोध संस्थान के पं. राजेंद्र किराडू, ब्रजेश्वरलाल व्यास, महेंद्र व्यास, सुशील किराडू, अशोक ओझा, गोपाल नारायण व्यास, अशोक ओझा नानकाणी ने विषयगत प्रमाण रखे। जिसके आधार पर बताया कि एक नवम्बर को ही दीपावली शास्त्रसम्मत सही है।
पं. किराडू ने बताया कि यदि दोनों दिन अमावस्या प्रदोष व्यापिनी हो तो दूसरे दिन ही अमावस्या में दीपावली पर्व मनाया जाएगा। इसी तरह यदि प्रथम दिन अमावस्या प्रदोष व्यापिनी है लेकिन अगले दिन अमावस्या उदयव्यापिनी (सूर्योदय से साढ़े तीन प्रहर से अधिक है एवं प्रतिपदा वृद्धिगामिनी है तो भी दूसरे दिन उदयव्यापिनी अमावस्या वाले दिन ही यह पर्व शास्त्रविहित है)।
पं किराडू ने यह भी बताया कि 1 नवम्बर को देश में अयोध्या, इंदौर, कुरुक्षेत्र, हरिद्वार सहित कई शहरों में दीपावली मनाने की बात कही जा रही है। ब्रजेश्वर व्यास ने 1943 से लेकर कई पुराने पंचांगों के संदर्भ के साथ प्रमाण प्रस्तुत किए।
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