सौभाग्यशाली नगरी है बीकानेर, सेवा सत्कार के वाहक है यहां के दानवीरः वीर पुष्प जैन






-सौभाग्यशाली नगरी है बीकानेर, सेवा सत्कार के वाहक है यहां के दानवीरः वीर पुष्प जैन


*खबरों में बीकानेर*




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*सौभाग्यशली नगरी है बीकानेर, सेवा सत्कार के वाहक है यहां के दानवीरः वीर पुष्प जैन*

बीकानेर, 28 सितम्बर। बीकानेर मे सेवा कार्यो का एक अनूठा आयोजन लगभग 1000 बच्चों का पंाच दिवसीय स्वरोजगार प्रशिक्षण डागा पैलेस मे शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण शिविर का शुभांभ वीर पुष्प जैन, लोकेश कावड़िया, वीर वीजय सिंह डागा, शिवरतन अग्रवाल फन्ना बाबू, नोखा के शिवरतन सोनी, रमेश लाम्बा , सतीश नागरे, आशोक मोदी, हंसराज डागा, उतम चंद सेठिया, लालचन्द भूरा, मीसो बीकानेर के सचिव ओम बिहाणी महिला विंग की पूजा मोहता ने भगवान गणेश व महावीर के चित्र के आगे दीप प्रज्जवलन कर किया। 


मीसो के अंतर्राष्ट्ररीय अध्यक्ष वीर पुष्प जैन ने उपस्थित दानदाताओं, सहयोगियों, अतिथियों, प्रशिक्षकों और दिव्यांगों को सम्बोधित करते हुए विराट् आयोजन के लिए सहयोगियों का आभार प्रकट किया। उन्होने कहा कि सौभाग्यशली नगरी है बीकानेर, और सेवा सत्कार के वाहक है यहां के दानवीर भामाशाह। उन्होने दिव्यांगों के साथ हुए प्राकृतिक अन्याय की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि हमे ऐसे कार्य करते रहना चाहिए जो हमारे पुण्य मे जुड़ते हो। 
मीसो के अंतर्राष्ट्ररीय सचिव लोकेश कावड़िया  ने कहा कि  पूरे देश भर से बच्चे आये जिनको यहां स्वरोजगार प्रशिक्षण मिल जायेगा l

  बीकानेर मे इस आयोजन को करने के सूत्रधार भामाशाह विजय डागा ने अपने उद्बोधन में कहा की मूक बधिर बच्चों की स्वरोजगार निर्माण करने की सेवा अपने आप में पुण्य का काम है जो मेरे साथ बीकानेर वासियों को मिला है और भामाशाहों की नगरी बीकानेर के सेवा भावी लोगो ंके प्रयासो यह विराट् सेवा संकल्प पूरा हो रहा है।
 
आज 75 विविध विषयों मे से 50 से अधिक रोजगार स्क्लिस का कालांश लगाए गए जिसमें नेल आर्ट, कन्फेक्शनरी, टेक्स्चर मेकिंग, आॅर्गेनिक साबुन, कपड़े की माला, मशीन से दीये की बाती, मेंहदी, फिनाईल, बर्ड हाऊस निर्माण, पौधों की नर्सरी तैयार करना, कम्पयुटर कार्टेज रिफिलिंग, सहित ढेर सारे विधाओं का प्रशिक्षण शुरू हुआ। रवििवारको  बीकानेर दर्शन करने के लिए रवाना होगें। विधायक सिद्धी कुमारी के विशेष प्रयास से प्रात 9 बजे ही निःशुल्क रूप से जूनागढ़ दर्शन, उष्ट्र तथा अश्व अनुसंधान केन्द्र के दर्शन, देशनोक मे करणी माता का दर्शन करने जायेंगें। 

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