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नास्त्रेदमस, ज्योतिष शास्त्र और सूर्य ग्रहण : आशंकाओं से घिरा अक्टूबर - मोहन थानवी






-नास्त्रेदमस, ज्योतिष शास्त्र और सूर्य ग्रहण : आशंकाओं से घिरा अक्टूबर

- मोहन थानवी 


*खबरों में बीकानेर*




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 नास्त्रेदमस, ज्योतिष शास्त्र और सूर्य ग्रहण : आशंकाओं से घिरा अक्टूबर

- मोहन थानवी 

इस वर्ष 2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 2 अक्टूबर को लगने वाला है। हालांकि इस मोहक खगोलीय घटना को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। इसी कारण भारत में ग्रहण के सूतक आदि भी मान्य नहीं होंगे। बावजूद इसके ग्रहण को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं है गर्म है। यहां तक कि इस सूर्य ग्रहण को नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही ज्योतिषीय (Jyotish) और धार्मिक दृष्टि से भी अशुभ बताते हुए आश्रम गांव को गहरा कर सामने लाया जा रहा है। 




बताते चलें कि नास्त्रेदमस फ्रांस के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता (Nostradamus) अपनी भविष्यवाणियों के लिए बीते वर्षों से कुछ अधिक ही चर्चा में बनाए जाते रहे हैं। कहा जाता है कि उन्होंने जर्मनी में हिटलर (Hitler) के प्रादुर्भाव और अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी (John F. Kennedy) की हत्या सहित कुछ और भविष्यवाणियां की थी। हांलांकि यह भी सत्य है कि नास्त्रेदमस कि किसी भी एक भविष्यवाणी को स्पष्ट रूप से पढ़ा नहीं जा सका है। वर्ष 2024 के सूर्य ग्रहण को लेकर भी उनके शब्दों को आशंकाओं के घेरे में रखा जा रहा है। 

नास्त्रेदमस की 2024 के अक्टूबर माह में होने वाले सूर्य ग्रहण से संबंधित भविष्यवाणी की बात आगे बढ़ाएं उससे पहले यहां यह स्मरण करना बेहद जरूरी है कि हमारे भारत में ज्योतिषीय गणना के मुताबिक सूर्य और चंद्र ग्रहण की भविष्यवाणियां बहुत पहले ही कर दी जाती रही है। साथ ही इन खगोलीय घटनाओं से सावधानियां बरतने की हिदायतें भी हमारे सामने स्पष्ट रूप से मौजूद है। 100 - 200 रु में उपलब्ध पंचांग में कम से कम वर्ष भर पहले ही लगभग सभी तिथियां नक्षत्र और सूर्य चंद्र ग्रहण के संबंध में जानकारियां घर-घर तक पहुंच जाती है। ऐसी जानकारी के लिए नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों की तरह कयास नहीं लगाए जाते बल्कि वह सहज सरल शब्दों में स्पष्ट रूप से लिखिए जाती है। 

नवसंवतसर पर वर्ष 2024 दुनिया के लिए कैसा रहेगा और 2024 में कौन कौन सी प्रिय अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं, इसके बारे में भी पंचांगकर्ता जानकारी दे चुके हैं। हमारे भारत के ज्योतिष शास्त्र की ऐसी विशेषताओं को एक बारगी दरकिनार रखते हुए सोशल मीडिया पर बताया जाने लगा है कि नास्त्रेदमस ने हजारों साल पहले ही बता दिया - साल 2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 2 अक्टूबर को लगेगा। 

ग्रहण स्पर्श और मोक्ष

दो अक्टूबर 2024 को सूर्य ग्रहण स्पर्श भारतीय समयानुसार (क्षेत्रानुसार समय में आंशिक अंतर संभव) रात 09 बजकर 13 मिनट पर और मोक्ष आधी रात बाद 03 बजकर 17 मिनट पर हो जाएगा

यहांं नहीं, वहां दिखेगा ग्रहण 

 यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। न ही प्रभाव पड़ेगा। लेकिन अर्जेंटीना, प्रशांत महासागर, आर्कटिक, दक्षिणी अमेरिका, पेरू और फिजी आदि देशों में इसे देखा जा सकेगा। यहां इसका प्रभाव भी पड़ेगा। 

शुभ क्यों नहीं माना जा रहा अक्टूबर में लग रहा यह सूर्य ग्रहण

इसी महीने 17-18 सितंबर 2024 को चंद्र ग्रहण की खगोलीय घटना हुई। मात्र 15 दिन में ही 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगेगा। भारत में प्रचलित मान्यताओं के साथ-साथ देश-दुनिया में भी एक ही पक्ष में यानी 15 दिन में ही सूर्य और चंद्र ग्रहण का होना शुभ नहीं माना जाता है। वराहमिहिर रचित बृहत्संहिता ग्रंथ के राहुचाराध्याय में भी इसका उल्लेख है। उसके मुताबिक एक पक्ष में दो ग्रहण से तूफान, भूकंप, आगजनी जैसी घटनाओं के होने और जनहानि के योग दृष्टिगोचर होते हैं। 

ऐसे ही संदर्भों को लेकर भारत में कतिपय ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाता, ज्योतिषाचार्य और भविष्यवक्ता 2024 में लगने वाले सूर्य ग्रहण को बहुत अच्छा नहीं मान रहे। कहा जा रहा है कि 2024 में ऐसी ही स्थिति बन रही है जैसी महाभारत काल तथा उसके बाद 1979 और 2022 में बनी थी। 

महाभारत काल की एक ही पक्ष में सूर्य और चंद्र ग्रहण लगने के बाद हुई घटनाओं को हम जानते हैं। इसी तरह 1979 में 22 अगस्त को सूर्य ग्रहण और 6 सितंबर को चंद्र ग्रहण लगे थे, तब मच्छु नदी (Machchhu River) का बांध टूटने से बड़ी संख्या में लोगों की अकाल मृत्यु हो गई थी। दो वर्ष पूर्व 2022 में 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण और 15 दिन बाद 8 नंवबर को चंद्र ग्रहण लगा था। इस पक्ष में 30 अक्टूबर 2022 को गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी का ही पुल टूट गया था और करीब 190 लोगों की मौत हो गई थी। 

अब बात नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी संबंधित करें तो स्पष्ट समझ में आ जाएगा की उन्होंने एक पक्ष में सूर्य और चंद्र ग्रहण लगने पर आशंकाओं के बादल यूं ही खड़े नहीं किए। बल्कि उससे बहुत पहले हमारे भारत के ज्योतिष शास्त्र ज्ञाताओं ने ऐसी घटनाओं पर मंथन विवेचन कर शुभ अशुभ के निष्कर्ष आमजन के सम्मुख रख दिए थे। 

कहा यह जा रहा है कि 2024 के लिए नास्त्रेदमस ने अप्रिय भविष्यवाणियां की थीं। अब ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि उनकी अप्रिय भविष्यवाणियां अक्टूबर में सच हो सकती है!

ये हैं अप्रिय कयास

 साल 2024 में बड़ा आर्थिक संकट आ सकती है। दुनिया को गंभीर जलवायु परिवर्तन देखने को मिल सकता है।  

नोट : हम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं। यहां केवल अपने पाठकों को जागरूक बनाने और अप्रमाणित जानकारी पर ध्यान न देने की सलाह देने के उद्देश्य से इनका उल्लेख किया गया है। 


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