2010 से ब्लागिंग की दुनिया में ⛹️
औरों से हटकर सबसे मिलकर 🏅
खबरों में बीकानेर 📰
आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...
Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...
Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
दरारों से दो किमी जमीन दरकी, किसान हैरान
ऑयल एंड गैस प्लांट के पास की घटना
प्रशासन ने दरारों से दूर रहने के दिए निर्देश
बीकानेर में पहले बना रहस्यमय 82 फिट गहरा गड्ढा
बीकानेर के बाद अब बाड़मेर में 2 किमी तक दरकी धरती
बाड़मेर । बीकानेर में जमीन धंसने से हुए 82 फीट के गड्ढ़े के बाद अब बाड़मेर में 2 किलोमीर तक जमीन दरक गई है। घटना के बाद स्थानीय नागरिक हैरान हैं। सूचना पर मौके पर पहुंची जियोलॉजिकल टीम जांच में जुटी है। जमीन दरकने की घटना बाड़मेर जिले के नागाणा इलाके में हुई है। रहस्यमय तरीके से करीब 2 किलोमीटर की जमीन में दरार आ गई। ये दरार किसानों के खेतों में आई है जिससे स्थानीय लोग हैरान हैं। उनका कहना है कि इसके पहले खेतों में कोई दरार नहीं आई थी। यह पहली बार है, जब उनके खेतों में दरार आई है। घटना के कई वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में वायरल है।
पास में है ऑयल एंड गैस प्लांट बता दें कि जिस स्थान पर जमीन में दरार की घटना हुई है उसके पास ही ऑयल एंड गैस प्लांट है। बाड़मेर जिला कलक्टर निशांत जैन ने भी इसका जिक्र किया और बताया कि पास में ही केयर्न ऑयल एंड गैस का प्लांट है। यह जिले का सबसे बड़ा वेल ऑयल प्वाइंट और मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल हैं। ऐसे में संभावना यही है कि तेल निकालने के लिए होने वाली ड्रिलिंग के चलते कोई दरार आई है। उन्होंने बताया कि केयर्न ऑयल एंड गैस प्लांट की जियोलॉजिकल टीम का भी सहयोग लिया जा रहा है।
कलक्टर जैन ने स्थानीय किसानों से इस मामले में शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है। मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल (एमपीटी) के वेल पैड (तेल के कुएं) नंबर 3 से 7 के बीच धंसी जमीन और दरार देखकर लोग हैरान रह गए। ज्ञात रहे कि बीते महीने बीकानेर के पास लूणकरणसर में अचानक जमीन धंसने से 82 फीट का विशाल गहरा गड्ढ़ा बन गया, जो कि करीब डेढ़ बीघा क्षेत्र में फैल गया। यही नहीं, धीरे-धीरे गड्ढे का विस्तार होता रहा और आसपास के पेड़ और सड़क भी इसमें समा गए। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए ज्योलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) के वैज्ञानिकों को मौके पहुंचे और इसकी जांच की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना का मुख्य कारण भूमिगत जल का अत्यधिक दोहन बताया गया है। प्रशासन ने लोगों को दरारों वाली जगह से दूर रहने के निर्देश दिए हैं।
🙏युगपक्ष
हिस
0 Comments
write views