Type Here to Get Search Results !

राष्ट्रीय कवि चौपाल में त्रिभाषा काव्य गोष्ठी में खूब रंग जमा



*खबरों में...*🌐



🖍️

-




-




औरों से हटकर
सबसे मिलकर

Home / Bikaner / Latest / Rajasthan / Events / Information

© खबरों में बीकानेर 

https://bahubhashi.blogspot.com
https://bikanerdailynews.com
®भारत सरकार UDAYAM REGISTRATION NUMBER RJ-08-0035999

--

... खबर 👇नीचे पढ़ें...








-

राष्ट्रीय कवि चौपाल में त्रिभाषा काव्य गोष्ठी में खूब रंग जमा

बीकानेर 12 फरवरी 2023
'आदमी कठै सूं आवै,आदमी कठै जावे आ ठा थानै भी कोनी, आ ठा म्हानै भी कोनी' यह राजस्थानी कविता प्रस्तुत की राष्ट्रीय कवि चौपाल के संस्थापक संरक्षक कवि नेमचंद गहलोत ने। वे राष्ट्रीय कवि चौपाल की 401वीं कड़ी की अध्यक्षता कर रहे थे।



 कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवियत्री सरोज भाटी ने होली पर आधारित अपनी कविता की इन पंक्तियों से माहौल को खुशनुमा कर दिया-मत मारो पिचकारी मेरे कृष्ण मुरारी/ भीगे मेरी चुनरी चोली देखे दुनिया सारी।



 त्रिभाषा कवि गोष्ठी के विशिष्ट अतिथि राजस्थानी भाषा के विद्वान डॉ. कृष्ण लाल बिश्नोई ने अपने विचार पेश करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कवि चौपाल नये कवियों के लिए सीखने का एक बेहतरीन मंच है। आपने अपनी कविता करो तुम काम ज़िंदगी में ऐसा मुश्किलें तमाम हो जाए के जरिए मुश्किलों का मुक़ाबला करने का हौसला दिया।





कार्यक्रम में राष्ट्रीय कवि चौपाल के सह संस्थापक वरिष्ठ शायर क़ासिम बीकानेरी ने अपनी ग़ज़ल के शे'रों से कवि सम्मेलन को परवान चढ़ाया। 


उनके इस शे'र को खूब पसंद किया गया-जो भी कहना है ग़ज़ल में आप कह दीजे जनाब/ इब्तिदा ए इश्क़ का इज़हार है उर्दू ग़ज़ल। काव्य गोष्ठी का आग़ाज़ वरिष्ठ कवयित्री कृष्णा वर्मा ने सरस्वती वंदना से किया । 



कृष्णा वर्मा ने ज़िंदगी बहुत खूबसूरत है कविता भी प्रस्तुत की। प्रसिद्ध हास्य कवि बाबू बम चकरी ने अपनी हास्य कविता की फुलझड़ियों के ज़रिए श्रोताओं को हंसा हंसा कर लोटपोट कर दिया। किशनलाल खरपतवार ने मेरा यार बड़ा ही सनकी कविता से रंग जमाया। 



शिव दाधीच ने शब्द शब्द का मान बढ़ाया सच्चे क़लम सिपाही ने, लक्ष्मी नारायण आचार्य ने खेल-खिलाड़ी, धर्मेंद्र राठौड़ धनंजय ने काव्य में शिव महिमा देव गुरु गंधर्व मानव आस तुमसे लगाए हैं, शमीम अहमद शमीम ने धरती माता से हमको अन्न,धन व धान मिला, महबूब देशनोकवी ने दिल और मेरे दिमाग को आदत है आपकी। 



वरिष्ठ कवि सरदार अली पड़िहार ने चलता चल भाई चलता चल कविता के माध्यम से आगे बढ़ते रहने का संदेश दिया। 




शिव प्रकाश शर्मा ने नगर के कीर्तिशेष कवियों की शान में कविता सुनाई। 

कवि गोष्ठी में राजस्थानी मोटियार परिषद के डॉ.हरिराम बिश्नोई, महेश सिंह बडगूजर, मोहम्मद इम्तियाज़ अली और कालूराम गहलोत ने विचार पेश किए। 



काव्य गोष्ठी में श्री गोपाल स्वर्णकार, मोहम्मद जरीफ, परमेश्वर सोनी, राजाराम बिश्नोई, नत्थू खान, इंसाफ अली देशनोक, हनुमान कच्छावा और रामनाथ सहित अनेक श्रोताओं ने काव्य पाठ का आनंद उठाया।





कवि गोष्ठी के प्रारंभ में सभी का स्वागत वरिष्ठ साहित्यकार सरदार अली पड़िहार ने किया जबकि अंत में आभार ओम प्रकाश भाटी ने ज्ञापित किया । 



कार्यक्रम का संचालन क़ासिम बीकानेरी ने किया 



-




Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies