होंठों पर टपकी बरसात की बूंदों को अपने में समेट लेना / बादल संग उड़कर दामिनी संग नृत्य करना / पंछियों के पंख उधर मांग …
ये भी खूब रही --- क्रिकेट डे --- मैच रोमांचक क्षणों में पहुँच चुका था ! जीत के लिए २ रन की दरकार और आखिरी बॉल ... …
राग दरबारी गूंजता रहा है... गूंजता रहेगा इस गूंज में सुनाई देते स्वरों को श्रोताओं पाठकों तक पहुंचाने का जिम्मा स…
करतार सिंह / सिंधी से अनूदित उपन्यास का अंश करतार सिंह : हां यह सच है यार। मेरे जन्म से भी 10-12 साल पहले जन्मा षहीद …
चांद मुस्कराता रहा... आधी रात को जैसे ही रंगों से घिरे मुस्कराते चांद को देखा, कलर रिंग से घिरे चांद को... देखने…
र वीं द्र रं ग मं च के लिए एक आंदोलन ऐसा भी... रंगकर्मियांे की भावनाएं और करोड़ों का मंच उपेक्षित कला-साधकों की …
आकाश मेरा है सिंधी से अनूदित कहानी .../ *BAHUBHASHI* *खबरों में बीकानेर*🎤 🌐 ✍️ 🙏 मोहन थानवी 🙏 …
घास खाने को नहीं मिलती बरसात के बाद जल गई तेज धूप से मैं पषुओं को ले दर-दर भटकता रहा षहर और गांवों में टीवी, रेल, हवाई…
मित्र सुरेश हिंदुस्तानी की काव्य पंक्तियां... विस्मृत प्यार... तुम्हारे प्यार में विस्मृत है प्यार के अर्थ शब्द, ताल,…
दर्द आंख उठाकर देख सकता नहीं नजर मिला सकता नहीं देता जो हमेशा दूसरों को तिरस्कार अपनापन किसी से ले सकता नहीं हृद…
bahubhashi: नींद में जागा-जागा- सा......वह भागता रहा वह यूं ही भागता रहा उसके पीछे... इंद्रधनुष को पकड़ने वह क…
वह यूं ही भागता रहा उसके पीछे... इंद्रधनुष को पकड़ने वह कल से आज तक भागता रहा हर बार वह बस... थोड़ी दूर ही रह गया…
काव्यांश ... मत भूल संसार में अंग-देश भी है एक और राजा-चित्ररथ6 की रानी है प्रभावती प्रस्तर-चित्र बनना है अगर तो सूर…
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