स्वागत... नववर्ष का स्वागत करने को अब दिल नहीं करता
स्वागत !!! ( Old Poem ) नववर्ष का स्वागत करने को अब दिल नहीं करता क्योंकि कुछ लोग ऊपर से नजर आते हैं गांधी, कु…
स्वागत !!! ( Old Poem ) नववर्ष का स्वागत करने को अब दिल नहीं करता क्योंकि कुछ लोग ऊपर से नजर आते हैं गांधी, कु…
फिर सो ना जाना कह रही है सितारों से झाँकती वो आंखें हर घर हर बेटी बन देखती रहूंगी जाग्रत रहना फिर सो ना जाना…
Gidwani's "March of the Aryans" along with his earlier book, Return of the Aryans" सम्माननीय भ…
समकालीन चूहे और लोहे की तराजू भेड़िया आया, रँगा सियार जैसी कहानियाँ हमेशा राह दिखाती हैँ।डरने और डराने वालोँ को…
साजिश और सादगी साजिश में मशगूल / साजिशी को फुर्सत नहीं थी / सज्जन साजगिरी गुंजाता / सादगी से 'पा…
रोने से रोज़ी नहीं बढ़ती अनथक कर्म करने के बावजूद वांछित प्रतिफल नहीं मिलने की षिकायत करने वाले बहुतेरे होंगे लेकिन…
पल पल विश्वास मुस्करा रहा पल पल आओ करें आने वाले नए पल का स्वागत पल पल बीत रहा पल पल जी रहा पल पल मुस्कान…
मचलना हवाओं से सीख संग चलना लहरों से सीख जीना जिंदादिलों से सीख हर खुशी हऱ दर्द से सीख भीड़ में अलग दिखना सीख…
पंजाब केसरी राजस्थान संस्करण में ... 18 Dec 2012 (श्री राजेंद्र सैन) ऐतिहासिक उपन्यास कूचु ऐं शिकस्त...13…
ऐतिहासिक उपन्यास कूचु ऐं शिकस्त...1300 साल पहले का कथानक
... सौदा कर नफा हो अनोखे काम करने वाले को प्रसिद्धि मिलती है लेकिन ऐसे ‘‘अनोखे लाल’’ बहुत कम होते हैं। कम ही ज…
निक्की जई कुड़ी रब वसदा उस घर जिस घर विच होवे इक निक्की जई कुड़ी जेड़े वेले वेखो खेडदी कुडदी खिलदी खिलाँद…
सिन्धु जे करे... Sindhi story सिंधी कहानी - मोहन थानवी .......................................... बेबी - …
काटा और उलट गया आज कतिपय लोग अपनी बात से, अपने द्वारा किए गए काम से, अपने बयान से, अपने वक्तव्य से, अपने वादों…
आप से गया तो जहान से गया आज की बात नहीं बल्कि प्राचीन काल से हमारी संस्कष्ति, हमारे संस्कार और परंपराएं हमें स…
शब्द तेरे लिए हैं अपने मायना खुद लगा मेरे या किसी और के अर्थ किताबों से बाहर आ भी जाएं तो क्या तेरे लिए तो वो…
MUKHAUTE = mohan thanvi आगे चलते हैं पीछे की खबर नहीं अकस्मात तो कुछ भी हो सकता है। जागरूक हो कर चलने वाले…
sindhi paheli = कारे बन में कारो जीवु खून पीअण वारो आ हीउ = जूं+सिर के काले बालों में जूं
तिनके की चटाई नौ बीघा फैलाई आदमी का स्वभाव वक्त बीतने के साथ बदलता है और हम कहते हैं वक्त बदल गया। लेकिन आदमी का द…
सिंधी नाटक कृपालु संत जे पहिरियें सीन जो आखिरी भांङों पेशु आहे -- ( इयो नाटक हिंदू अजमेर में अरबी सिंधीअ में सा…
sckech by & PIYU अजब कीमियासाज हैं 'वे' लोग । मिट्टी को सोना बताते हैं ... । लेकिन इससे नुकसान न सोने…
प्रकृति पहले स्वयं बदलती है फिर हमें बदलना ही पड़ता है। Novelist Mohan Thanvi Bikaner प्रकृति पहले स्वयं बदलती…
Hindi / Sindhi / Rajasthani Novelist Mohan Thanvi पांच रुपए की दीर्घ कथा- बाबूजी साग वाले से बोले - बेटा चार…
गीत जीत रा गावां ला जी... करणी माता जावांला... देशनोक में करणीमाता जी के भी दर्शन किए तो अहमदबाद से आए भतीजे पिंटू …
गीत जीत रा गावां ला जी... करणी माता जावांला... देशनोक में करणीमाता जी के भी दर्शन किए तो अहमदबाद से आए भतीजे पिंटू न…
उनका ख्याल भी लहरें सागर की ... उनकी मुस्कान भी कहकहा मान दिल धड़क धड़क जाता है ... वो …
भुलाने लगे कोई जब तो... ठहरे हुए पानी में... कंकर मार कर ... हिलोरे उठाना, बताना... बचपन की दोस्ती और... किशोर…
दीवाली रा दीआ दीठा अबकै... गजानंद जी रिद्धि सिद्धि सागै... महालक्ष्मी विष्णु जी सागै... अबकै दीवाली री म…
kailandar sun barai ... Rajasthani Novel se chuninda ansh... राजस्थानी नावेल कैलंडर सूं बारै से चुनंदा अंश ... ब…
एलियन और सिनेमाई जादू ... क्या यह पौराणिक है... ! 2009 में प्रकाशित सिंधी नॉवेल केदार साहब से चुनिंदा और संपादित अं…
क्या होगा मिट जाने वाली लकीरें खींचने से आंखें तो अनंत तक देखती रहेंगी
नाट्य कृति... जो छू गई दिल को... ************************* sindhi - पुस्तक परिचय नाटक - हत्या हिक सुपने जी ( Bese…
sindhi novel Kartar singh by mohan thanvi महंगाई सज संवर कर बाज़ार पहुंची बाकी सब पीछे हट गए भ्रष्टाचार की बो…
याद राखणौ जरूरी है कै 1857 रै जुद्ध रै बाद भारतेन्दु अष्र दूजा कवि भासा अष्र परतंत्र देस री बात्यां कागद माथै उकेर …
कृपालु संत साधु वासवानी जी का यह भजन पूना से प्रकाशित श्याम साप्ताहिक से अरबी सिंधी से देवनागरी में रूपांतरित कर अपन…
साथ जुड़ना एक शुरूआत है; साथ रहना प्रगति है और साथ काम करना ही सफलता है- हेनरी फ़ोर्ड
eid mubaraq eid mubaraq ईद मुबारक eid mubaraq ईद मुबारक eid mubaraq ईद मुबारक eid mubaraq ईद मुबारक eid mubaraq …
हम और हमारा विश्वास
देखू जो आईना तो कोई बड़ी बात नहीं कहती है दुनिया दिखाउं जो आईना तो बड़ी बात मान लेती है दुनिया... ... …
घर में तू बनाती पेट भरने को मां, वह रोटी भी क्यों गोल !... Panting :- Kritika Thanvi : Shishu Vihar BKN क्या…
फ़ूल और तितली की तरह / मुस्कुरा / पंख लगा / काँटों में भी जी / प्रकृति - समभाव आत्मसात कर ! तितली ! फ़ूल और …
घास खाने को नहीं मिलती बरसात के बाद जल गई तेज धूप से मैं पशुओं को ले दर-दर भटकता रहा षहर और गांवों में टीवी, रेल, हवाई…