सुरक्षित प्रसव का मूल मंत्र है गुणवत्तापूर्ण एएनसी
प्रसव पूर्व जांच को मजबूती देने जपाईगो की ओर से उच्च स्तरीय बैठक आयोजित
बीकानेर, 15 जुलाई। सुरक्षित प्रसव, सुरक्षित माता और सुरक्षित शिशु, इसी लक्ष्य के पीछे मूल मंत्र के रूप में मौजूद है गुणवत्तापूर्ण एएनसी जांच। पूरे गर्भकाल में एक गर्भवती की कम से कम चार बार एएनसी जांच की जाती है जिसमें हीमोग्लोबिन, बीपी, पेट की जांच, वजन, ऊंचाई, एचआईवी, सिफलिस, सोनोग्राफी इत्यादि कई आवश्यक जांचे की जाती है। गर्भवतियों के लिए प्रसव पूर्व जांच की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से सहयोगी संस्था जपाईगो की ओर से स्थानीय होटल सभागार में बोर्न हेल्दी कार्यक्रम के तहत उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। संयुक्त निदेशक बीकानेर जॉन डॉ देवेंद्र चौधरी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण एएनसी एक सतत प्रक्रिया है जिसमें प्रतिदिन आमुखीकरण, सुधार के प्रयास और मॉनिटरिंग की आवश्यकता है। यह जरूरी है कि प्रत्येक एएनसी का एक निश्चित क्रम अनुसार प्रोटोकॉल तय हो और बिना चूक के प्रत्येक जांच की जाए। उपनिदेशक डॉ राहुल हर्ष ने कहा कि प्रसव पूर्व जांचों में होने वाली प्रत्येक जांच महत्वपूर्ण है इसका एहसास एएनएम तक होना आवश्यक है क्योंकि किसी एक भी जांच का अभाव किसी मातृ मृत्यु या शिशु मृत्यु का कारण बन सकता है। सीएमएचओ डॉ राजेश गुप्ता ने प्रत्येक 9, 18 व 27 तारीख को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान तथा एमसीएचएन दिवस पर प्रत्येक गर्भवती को श्रेष्ठ एएनसी सेवाएं देने के निर्देश दिए। आरसीएचओ डॉ मुकेश जनागल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के समस्त कार्यों के मूल में मातृ मृत्यु व शिशु मृत्यु को कम करना ही है। डॉ नवल किशोर गुप्ता ने मातृ मृत्यु नियंत्रण के लिए एनीमिया नियंत्रण की महता प्रतिपादित की। जपाईगो के डॉ आरके वेनीवाल ने मातृ शिशु स्वास्थ्य में राज्य की तुलना में जिले के आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण किया साथ ही प्रसव वॉच में इंद्राज की आवश्यकता जताई। नर्सिंग ट्यूटर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि कुल मातृ मृत्यु में से 35% तो एएनसी के दौरान ही हो जाती है जिसे गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच सेवा देकर आसानी से रोका जा सकता है। इसी प्रकार यूएनडीपी के योगेश शर्मा व विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ अनुरोध अनुरोध तिवारी ने भी अपनी बात रखी। बैठक में प्रत्येक गर्भवती को शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण चार एएनसी जांच सुविधा देने का संकल्प लिया गया। आयोजन सहयोग जपाइगो के कार्यक्रम समन्वयक जीवराज सिंह, विनीत पुरोहित, विपुल गोस्वामी व तुषार पवार का रहा। बैठक में समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, ब्लॉक सीएमओ, बीपीओ, बीएचएस, चिकित्सा अधिकारी तथा नर्सिंग अधिकारी मौजूद रहे।
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