बीकानेर
शहर में ही कलेक्ट्रेट से महज एक किमी के दायरे मे कतिपय ईमित्र संचालक निर्धारित शुल्क से अधिक राशि ग्राहकों से वसूल कर रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों को कितना शुल्क देना होता होगा यह वही बता सकते हैं।
दरअसल पीबीएम हॉस्पिटल में इलाज करवाने पहुंचे एक ग्रामीण के परिजन ने हमें अनौपचारिक बातचीत में ईमित्र संचालकों द्वारा अधिक राशि लिए जाने से अनावश्यक खर्च बढ़ने की पीड़ा बताई। उसका कहना था कि प्रशासन को इस ओर ध्यान देना ही चाहिए। क्योंकि सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ उठाने वाले हम लोग पहले से ही न्यूनतम आय वर्ग से है। कुछ राहत यदि सरकार दे रही है तो उसमें भी शुल्क से अधिक राशि खर्चना हमें भारी पड़ता है।
इसके बाद हमने इस इलाके के दो मित्र संचालकों से बातचीत की, तब पता चला की ग्राहकों से सेवा शुल्क कुछ ईमित्र संचालकों द्वारा अधिक लिया जा रहा है।
जिला कलेक्ट्रेट से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर एक्स-रे गली में एक ईमित्र संचालक से आज बुधवार शाम को हमने सामाजिक सुरक्षा योजना में सत्यापन का शुल्क पूछा तो उसने निर्धारित शुल्क ₹50 ही बताया। लेकिन इसी गली में एक और संचालक से जब शुल्क पूछा गया तो उसने ₹70 की मांग की राशि से अधिक क्यों ... पूछे जाने पर उसने कहा - हम प्रिंट देते हैं। हमने उससे पूछा कि क्या तहसील से अधिक राशि लेने के बारे में आपके पास अनुमति है तब उसका जवाब था - हां, हम प्रिंट देते हैं इसलिए अधिक लेते हैं।
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