Type Here to Get Search Results !

शामलात की पुनर्स्थापना के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

*BAHUBHASHI* 


  ✒️ 


  *खबरों में बीकानेर*🎤



यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर 


🙏 


यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर 


पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 


 📖 विज्ञप्ति ईमेल से हिंदी क्रुतिदेव या यूनिकोड में लैटरपैड /एम एस वर्ड फाइल में भेजें mohanthanvi@gmail.com 


 🙏 मोहन थानवी 🙏 


 सच्चाई पढ़ें । सकारात्मक रहें। संभावनाएं तलाशें ।


 


 पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 


✍🏻 

शामलात की पुनर्स्थापना के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

बीकानेर, 31 मार्च। शामलात की पुनर्स्थापना के लिए ग्रामीण समुदाय के क्षमतावर्धन कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार को जिला परिषद सभागार भवन में संपन्न हुआ।

आईटीसी मिशन सुनहरा कल, राजस्थान सरकार और फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी का एक संयुक्त क्षमता वर्धन कार्यक्रम का क्रियान्वयन राज्य के 8 जिलों में किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण में जिला परिषद के सहायक अभियंता नोडल अधिकारी आराधना शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आईटीसी से निलेश कर्पे द्वारा इस कार्यक्रम का सामान्य परिचय बताया गया। जिला समन्वयक कैलाश शर्मा द्वारा प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। ऑनलाइन जूम कॉल के माध्यम से गिरधारी लाल वर्मा द्वारा तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। इस प्रशिक्षण के माध्यम से खंड स्तर व पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। शामलात संसाधनों के संरक्षण के लिए जानकारी प्रदान की गई। अधिशासी अभियंता जिला परिषद यशपाल पूनिया ने बताया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत शामलात संसाधनों को संरक्षण प्रदान किया जा सकता है। चारागाह विकास के अंतर्गत पौधारोपण, खाई खुदाई के बारे में जानकारी दी गयी। चारागाह का विकास समिति गठन के बारे में पूर्ण जानकारी भी दी गई। चरागाह एवं गोचर जमीन के प्रति स्थानीय लोगों का लगाव होना जरूरी है यदि लोग जागरूक हो गए तो चारागाह का अच्छा विकास किया जा सकता हैं। ग्रामीण समुदाय का जीवन प्राकृतिक संसाधनों पर जुड़ा हुआ है। प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है। चारागाह समिति नियम बनाने के बारे में बताया गया।
       आईईसी समन्वयक गोपाल जोशी द्वारा आगामी कार्य योजना के बारे में बताया गया। कैलाश शर्मा द्वारा विभिन्न परिपत्रों के उपयोग के बारे में बताया गया। बंजर भूमि विकास कार्यक्रम के बारे में जिला प्रशिक्षण समन्वयक सुनील जोशी द्वारा बताया गया। इस अवसर पर मनीष पूनिया अधिशाषी अभियंता ईजीएस जिले के सभी तकनीकी सहायक, सहायक विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता अभियांत्रिकी जोर सिंह गोदारा, फाउंडेशन फोर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी मगाराम कड़ेला, महावीर गोगा राम दिनेश कुमार, आईटीसी देवव्रत मनोज मिश्रा उपस्थित रहेे।
 📒 CP MEDIA 


Khabron Me Bikaner 🎤 🙏 


यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर 


पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 



Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies