Type Here to Get Search Results !

गांधी वर्तमान की जरूरत, भविष्य की संभावना - प्रो. विनोद चन्द्रा

  *BAHUBHASHI**खबरों में बीकानेर*🎤



 🥇 यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर 🙏











यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर 📰 पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 




📖विज्ञप्ति ईमेल से हिंदी क्रुतिदेव या यूनिकोड में लैटरपैड /एम एस वर्ड फाइल में भेजें mohanthanvi@gmail.com 




🌐 




✍️ यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर   🙏 मोहन थानवी 🙏 




 सच्चाई पढ़ें । सकारात्मक रहें। संभावनाएं तलाशें । 




 ✍️ पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 




📖विज्ञप्ति ईमेल से हिंदी क्रुतिदेव या यूनिकोड में लैटरपैड /एम एस वर्ड फाइल में भेजें mohanthanvi@gmail.com ✒️





✒️




यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर  




  📒 CP MEDIA 




 ☑️  




  यहां आपके प्रतिष्ठान का विज्ञापन हो सकता है। संपर्क करें - खबरों में बीकानेर  




 📝   ✍️राष्ट्रीय सेवा योजना
  ब.ज.सि. रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय, बीकानेर 
गांधी वर्तमान की जरूरत, भविष्य की संभावना - प्रो. विनोद चन्द्रा

 महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में चल रही व्याख्यान माला के क्रम में आज महाविद्यालय में प्रो. विनोद चन्द्रा का व्याख्यान कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनो ईकाइयों तथा राजीव गांधी स्टडी सर्कल के संयुक्त तत्वावधान में रखा गया। जिसका विषय ’गांधीजी के विचारों की वर्तमान में प्रासंगिकता’ था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता डाॅ विनोद चन्द्रा हेड एवं ऐसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंन्ट आॅफ सोस्योलोजी श्री जे.एन. पी.जी. काॅलेज, लखनऊ थे। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में राजकीय डूंगर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं राजीव गांधी स्टडी सर्कल के संभागीय समन्वयक डाॅ. एन. के. व्यास, महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय के शोध निदेषक प्रो. राजाराम चोयल, पर्यावरण विज्ञान के विभागाध्यक्ष डाॅ. अनिल छंगाणी, उपकुलसचिव डाॅ. बिठ्ठल बिस्सा थे। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के तैलीय चित्र पर दिप प्रज्वलन और माल्यार्पण करके हुई।
कार्यक्रम के शुरूआत में प्राचार्य डाॅ अनन्त जोषी के स्वागतीय उदबोधन से हुई। डाॅ जोषी ने मुख्य वक्ता का परीचय देते हुए उनके एकेडमीक एवं रिसर्च के योगदान से स्वयं सेवको को अवगत कराया। उन्होंने इस अवसर पर महाविद्यालय की गतिविधीयों से अतिथियों को अवगत कराया। डाॅ.जोशी ने महात्मा गांधी के आदर्षो अहिंसा सत्य परोपकार को प्रेरणा प्रसंगों के माध्यम से स्वयं सेवकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अहिंसा से तात्पर्य केवल शारीरिक हिंसा को त्यागना ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बुराईयों को त्यागना है।
गांधी कल भी प्रासंगिक थे और आज भी प्रासंगिक है ये उदगार आज महाविद्यालय परिसर में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डाॅ विनोद चन्द्रा ऐसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंन्ट आॅफ सोस्योलोजी श्री जे.एन. पी.जी. काॅलेज, लखनऊ ने कहे। उन्होंने बताया कि हिन्द स्वराज में महात्मा गांधी द्वारा कही गई बातों की वर्तमान प्रासंगिता पर विचार व्यक्त करते हुए प्रो. चन्द्रा ने कहा कि मषीन मानव के लिये उतनी ही जरूरी है जितनी कि मनुष्य उसका गुलाम न बने। मषीन सहायक बने मालिक नहीं। उन्होंने आर्टिफिसीयल इंटेलीजेन्सी तथा भारतीय संसदीय व्यवस्था की वर्तमान स्थिति पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विष्व में संसदीय लोकतंत्र श्रेष्ठ है परन्तु गांधी ने इसे 1909 में अपनी पुस्तक हिन्द स्वराज में इसे श्रेष्ठ मानने से इंकार किया। उन्होंने आज के युवा को वाटसऐप डिक्सनरी और फेसबुक डिक्सनरी से ऊपर उठकर साहित्यकारों को पढने की नसीहत दी। उन्होंने युवाओं को वैज्ञानिक दर्षन के साथ तथ्यों को मानने हेतू आग्रह किया। उन्होंने इस अवसर पर महात्मा गांधी की हिन्द स्वराज पुस्तक को पढने के लिये स्वयं सेवको को आवहान किया। उन्होंने स्वयं सेवको को आवहान किया कि गांधी जी ने हिन्द स्वराज में लिखा कि हम जो न्याय की मागं करते है तो हमें भी दुसरों के साथ न्याय करना होगा। उन्होंने गांधी जी के द्वारा चलाये गये विभन्न जन आन्दोलनों की चर्चा करते हुए उनके महात्मा बनने तक के सफर को स्वयं सेवको के बीच रखा। उन्होंने इस विषय पर विधार्थियेां से वार्तालाप भी किया और उनकी जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने स्वयं सेवको को गांधी के साथ हुए विचार विमर्ष एवं सत्य के साथ गांधी के प्रयोग जैसे साहित्य को पढने हेतू स्वयं सेवको को प्रेरित किया।
इससे पूर्व महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय के उपकुलसचिव डाॅ. बिठ्ठल बिस्सा ने विषय प्रवर्तन करते हुए महात्मा गांधी के दो सिद्धान्तों सत्य और अहिंसा के प्रति जागरूक होकर विद्यार्थियों को अनुपालन करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर राजकीय डुंगर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं राजीव गांधी स्टडी सर्कल के समन्वयक डाॅ एन.के. व्यास ने विषय पर अपना उदबोधन देते हुए स्वयं सेवको को गांधी के जीवन को अपने विचार रखे एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।

राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाईयों द्वारा आयोजित गोष्ठी में महाविद्यालय के रासेयो के प्रभारी डाॅ. रीतेष व्यास ने गांधी दर्षन के बारे में स्वयं सेवको को सम्बोधीत किया। इस अवसर पर अतिथियों का परम्परागत तरीके से साफा, शोल एवं प्रतिक चिन्ह भेंट कर महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा सम्मान किया गया।

इस अवसर पर रामपुरिया जैन महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ पंकज जैन, सिस्टर निवेदीता गल्र्स महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ रीतेष व्यास, राजकीय डुंगर महाविद्यालय के डाॅ नरेन्द्र नाथ, रूक्टा के महामंत्री डाॅ विजय ऐरी, महाविद्यालय के डाॅ बाल मुकन्द व्यास, डाॅ शराफत अली, डाॅ. राकेश धवन, डाॅ प्रीति कोचर, श्री भरत जाजडा, श्री ईषान नारायण पुरोहित, श्री मगन सोलंकी ने भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ रीतेष व्यास ने किया।


✍🏻




  📒 CP MEDIA 




 अपनी टिप्पणी /कमेंट लिखें 👇🏽 




 Khabron Me Bikaner 🎤


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies