युवा ज्योतिषाचार्य मानव पुरोहित को
ज्योतिष शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया
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युवा ज्योतिषाचार्य मानव पुरोहित को
ज्योतिष शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया
बीकानेर। ज्योतिष शिक्षण जन
कल्याण समिति रतलाम मध्य प्रदेश द्वारा
आयोजित अखिल भारतीय पंचांग
ज्योतिष वास्तु महाकुंभ में बीकानेर के
युवा ज्योतिषाचार्य मानव पुरोहित को
ज्योतिष शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया।
बीकानेर के ही द फोरकास्ट हाउस के निदेशक व उत्तराखंड के पूर्व मंत्री डॉ नंद किशोर पुरोहित ने कार्यक्रम की अध्यक्षत की।
ज्योतिष शिक्षण जन
कल्याण समिति के अध्यक्ष भादवामाता
पंचांगकर्ता भागीरथ जोशी, पं.कृपाराम
उपाध्याय (भोपाल), कालचक्र
पंचांगकर्ता पं. रमेश पंड्या (धार),
मंडलेश्वर व्यासाचार्य (उज्जैन), पं.
जितेन्द्र नागर महंत बजरंग पुरी
महाराज धर्मेंद्र मनीष कुमार ने मानव
पुरोहित को यह सम्मान पंचांग में स्थित
मुहूर्त की व्याख्या करने पर प्रदान किया।
अध्यक्ष डॉ पुरोहित ने अपने अभिभाषण में कहा कि पंचांग गणना में हजारों साल पूर्व की गणित विज्ञान की गई है सूर्य पक्षीय और ब्रह्म पक्षीय दो प्रकार के होते हैं जिनकी गणना में थोड़ा बहुत अंतर आने से कभी तिथि आगे पीछे हो सकती है उन्होंने बताया कि वाराणसी जबलपुर उज्जैन दक्षिण भारत में रेखांश अक्षांश अलग-अलग होते हैं ऐसे में कोशिश की जाएगी की पंचांग निर्माता आगे से पंचांग में स्पष्ट लिखें कि कौन सा समय कौन से स्थान पर लागू होगा उन्होंने कहा कि शास्त्रों में विधि के साथ लोकाचार को बहुत महत्व दिया गया है और समय के साथ आधुनिकता को शामिल करना भी बहुत जरूरी है इस विषय पर भी मंथन होगा कहा कि कहा विक्रम संवत लागू करें सरकार सरकार अभी तक संवत के अनुसार शक संवत के अनुसार तिथियों पर आने वाले पर्व की छुट्टी घोषित करती है जबकि आम जीवन में विक्रम संवत को मानते हैं ऐसी ऐसे में तो क्यों में होने वाले विरोधाभास को दूर करने के लिए हम सरकार से विक्रम संवत को शासकीय अवकाश के निर्धारण में अपनाने का अनुरोध सभी राज्य व केंद्र सरकार से करेंगे इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आने वाले समय की गणना पूर्व एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोलॉजी की विधियों द्वारा की जाए तो भविष्य की घटनाओं को स्पष्ट तिथि और समय के साथ बताए जा सके उन्होंने कहा कि कर्म करना तो निश्चित है लेकिन उसे कैसे किया जाए या बदल यह बदलकर फल बदला जा सकता है। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों के अलावा देश विदेश के कई ज्योतिषाचार्य वास्तु शास्त्र और पंचांग करता उपस्थित थे। रतलाम के गणमान्य व्यक्तियों ने मास्टर मानव पुरोहित की भूरी भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम रतलाम के नारायणी पैलेस में आयोजित किया गया।
ज्योतिष शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया
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आयोजित अखिल भारतीय पंचांग
ज्योतिष वास्तु महाकुंभ में बीकानेर के
युवा ज्योतिषाचार्य मानव पुरोहित को
ज्योतिष शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया।
बीकानेर के ही द फोरकास्ट हाउस के निदेशक व उत्तराखंड के पूर्व मंत्री डॉ नंद किशोर पुरोहित ने कार्यक्रम की अध्यक्षत की।
ज्योतिष शिक्षण जन
कल्याण समिति के अध्यक्ष भादवामाता
पंचांगकर्ता भागीरथ जोशी, पं.कृपाराम
उपाध्याय (भोपाल), कालचक्र
पंचांगकर्ता पं. रमेश पंड्या (धार),
मंडलेश्वर व्यासाचार्य (उज्जैन), पं.
जितेन्द्र नागर महंत बजरंग पुरी
महाराज धर्मेंद्र मनीष कुमार ने मानव
पुरोहित को यह सम्मान पंचांग में स्थित
मुहूर्त की व्याख्या करने पर प्रदान किया।
अध्यक्ष डॉ पुरोहित ने अपने अभिभाषण में कहा कि पंचांग गणना में हजारों साल पूर्व की गणित विज्ञान की गई है सूर्य पक्षीय और ब्रह्म पक्षीय दो प्रकार के होते हैं जिनकी गणना में थोड़ा बहुत अंतर आने से कभी तिथि आगे पीछे हो सकती है उन्होंने बताया कि वाराणसी जबलपुर उज्जैन दक्षिण भारत में रेखांश अक्षांश अलग-अलग होते हैं ऐसे में कोशिश की जाएगी की पंचांग निर्माता आगे से पंचांग में स्पष्ट लिखें कि कौन सा समय कौन से स्थान पर लागू होगा उन्होंने कहा कि शास्त्रों में विधि के साथ लोकाचार को बहुत महत्व दिया गया है और समय के साथ आधुनिकता को शामिल करना भी बहुत जरूरी है इस विषय पर भी मंथन होगा कहा कि कहा विक्रम संवत लागू करें सरकार सरकार अभी तक संवत के अनुसार शक संवत के अनुसार तिथियों पर आने वाले पर्व की छुट्टी घोषित करती है जबकि आम जीवन में विक्रम संवत को मानते हैं ऐसी ऐसे में तो क्यों में होने वाले विरोधाभास को दूर करने के लिए हम सरकार से विक्रम संवत को शासकीय अवकाश के निर्धारण में अपनाने का अनुरोध सभी राज्य व केंद्र सरकार से करेंगे इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आने वाले समय की गणना पूर्व एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोलॉजी की विधियों द्वारा की जाए तो भविष्य की घटनाओं को स्पष्ट तिथि और समय के साथ बताए जा सके उन्होंने कहा कि कर्म करना तो निश्चित है लेकिन उसे कैसे किया जाए या बदल यह बदलकर फल बदला जा सकता है। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों के अलावा देश विदेश के कई ज्योतिषाचार्य वास्तु शास्त्र और पंचांग करता उपस्थित थे। रतलाम के गणमान्य व्यक्तियों ने मास्टर मानव पुरोहित की भूरी भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम रतलाम के नारायणी पैलेस में आयोजित किया गया।
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