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खबरों में बीकानेर 🎤 : सुखनि सां झोलियूं भरण वरी ईन्दो झूलेलाल... भजनों की गूंज में किया 151 कन्याओं का पूजन

खबरों में बीकानेर 🎤

 बीकानेर । असुचंड महोत्सव के मुख्य आयोजन व शारदीय नवरात्रा के तहत अमरलाल मंदिर ट्रस्ट रथखाना और सुदर्शना नगर,पवनपुरी.,धोबीतलाई स्थित झूलेलाल मंदिरों में पूजा अर्चना कर झंडारोहण किया और वरिष्ठ भगत हीरालाल रिझवानी सहित गणमान्य नागरिकों के मार्ग दर्शन में नवरात्रा घट की स्थापना की गई। संत कंवरराम सिन्धी समाज ट्रस्ट एवं भारतीय सिन्धु सभा महानगर की ओर से बुधवार को धोबीतलाई में तीन दिवसीय असुचंड महोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन मुख्य अनुष्ठान किए गए। सभा के वरिष्ठजन श्याम आहूजा, लालचंद तुलसानी मनुमल दीपचंद सदारंगानी, अर्जुनदास आवतरामानी, मानसिंह मामनानी, लक्ष्मण किशनानी के सान्निध्य में सुबह झंडारोहण के बाद संत कंवरराम सिंधु भवन स्थित झूलेलाल मंदिर में भजनों की गंगा बही।  दुर्गा मां व झूलेलाल के जयकारों के बीच मोहल्ले में गृहणियों व बालिकाओं ने घरों के बाहर रंगोली सजाई।  अमरलालजी की भव्य आदमकद मूर्ती का अभिषेक किया गया व  पूजा-अर्चना तथा आरती की गई। दोपहर में सभी ने सामूहिक रूप से 151 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन करवाया तथा भेंट स्वरूप शिक्षण सामग्री व रिबन, बिंदिया, काजल आदि सौंदर्य प्रसाधन की चीजें दी। टीकम पारवानी, मनीष भगत, हीरालाल, सुमन, वर्षा, दादी कमला आदि भगत-मंडली ने सुखनि सां झोलियूं भरण वरी ईन्दो झूलेलाल..., मुहिंजी बेड़ी अथई विच सीर ते,...,  झूलण तुहिंजे दरबार मूं को न मोट्यो मुंझलु... आदि सिंधी भजनों से समा बांधा।    ट्रस्ट के तेजप्रकाश वलीरमानी व सभा के किशन  सदारंगानी,  ने बताया कि श्रद्धा से सराबोर माहौल में मनाये गये इस महोत्सव के पर भक्तों ने देवी मां और झूलेलाल के जयकारों से समूचे मोहल्ले को गुंजायमान कर दिया।  महिला मंडली ने पल्लव डाल कर अरदास करवाई।  श्याम वाधवानी ने बताया कि दिनभर अनुष्ठान चलते रहे हैं। संध्याकालीन भजनमाला व युवाओं के छेज नृत्य के बाद पवित्र बहराणा साहिब की झांकी शोभायात्रा के रूप में निकाली गई। असुचंड महोत्सव के तीन दिवसीय आयोजनों को पवित्र जोत का जल में विसर्जन कर विराम दिया ।

बनी रही सिन्धी लोक भजनों की गूंज
भक्ति संगीत के आयोजन में मातृशक्ति रूक्मणी वलीरमानी, भारती ग्वालानी, कमला सदारंगानी, ज्योति नवानी, कांता हेमनानी, निर्मला हरवानी ने सिन्धी लोक भजन प्रस्तुत किए।

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