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कोरोना : ठीक हुए लोगों में फेफड़ों, दिमाग में संक्रमण, याददाश्त खोने, हृदय रोग जैसे लक्षण चिंता का विषय पोस्ट कोविड स्वास्थ्य समस्याओं का विशेष अध्ययन होगाः मुख्यमंत्री Corona: Symptoms such as lungs, brain infections, memory loss, heart disease among people who have recoveredSpecial study will be done on post kovid health problems: Chief Minister

*BAHUBHASHI*
*खबरों में बीकानेर*🎤 🌐 

Corona: Symptoms such as lungs, brain infections, memory loss, heart disease among people who have recovered

Special study will be done on post kovid health problems: Chief Minister



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 🙏 मोहन थानवी 🙏




 
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 सच्चाई पढ़ें । सकारात्मक रहें। संभावनाएं तलाशें । 




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Corona: Symptoms such as lungs, brain infections, memory loss, heart disease among people who have recovered

Special study will be done on post kovid health problems: Chief Minister

कोरोना : ठीक हुए लोगों में फेफड़ों, दिमाग में संक्रमण, याददाश्त खोने, हृदय रोग जैसे लक्षण चिंता का विषय 

पोस्ट कोविड स्वास्थ्य समस्याओं का विशेष अध्ययन होगाः मुख्यमंत्री

कोरोना : ठीक हुए लोगों में फेफड़ों, दिमाग में संक्रमण, याददाश्त खोने, हृदय रोग जैसे लक्षण चिंता का विषय 

पोस्ट कोविड स्वास्थ्य समस्याओं का विशेष अध्ययन होगाः मुख्यमंत्री

कोविड-19 समीक्षा बैठक 
फेफड़ों, दिमाग में संक्रमण, याददाश्त खोने, हृदय रोग जैसे लक्षण चिंता का विषय

जयपुर, 2 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना महामारी के रोगियों के ठीक होने के बाद भी स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों का गहन अध्ययन एवं विश्लेषण करवाएगी। उन्होंने प्रदेशभर के विशेषज्ञ डॉक्टरों से कहा कि कोरोना वायरस के मानव शरीर पर होने वाले दुष्प्रभावों को रोकने के लिए प्रभावी प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए विशेष टीमें बनाकर अनुसंधान किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ’पोस्ट-कोविड’ स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया।

 श्री गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों के समूह के साथ प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से ठीक हुए रोगियों में फेफड़ों और दिमाग में संक्रमण, याददाश्त खोने, हृदय रोग तथा डायबिटीज बढ़ने जैसे कई तरह के शारीरिक एवं मानसिक प्रभाव सामने आ रहे हैं। यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि ऎसे रोगियों को भविष्य में स्वास्थ्य परेशानियों का सामना नहीं करना पडे़, इसके लिए पोस्ट कोविड उपचार पर विशेष जोर दिया जाए और इसके लिए कारगर गाइडलाइन तैयार की जाए। 

आमजन के बीच पोस्ट कोविड समस्याओं का व्यापक प्रचार करें 

मुुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड के दुष्प्रभावों से लोगों को बचाने के लिए पोस्ट कोविड क्लिनिक की व्यवस्था की है, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग इनका पूरा लाभ नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कोरोना रोगियों तक यह जानकारी पहुंचाई जाए कि वे ठीक होने के बाद भी कोई लक्षण दिखने पर समुचित इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। कोविड के विभिन्न दुष्प्रभावों और उनके इलाज के लिए आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के साथ ही व्यापक प्रचार-प्रसार कर आम लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि समय रहते जरूरी उपचार लिया जा सके। 

रात्रिकालीन कफ्र्यू जैसे प्रतिबंध कुछ दिन और जारी रहेंगे

श्री गहलोत ने कहा कि रात्रिकालीन कफ्र्यू जैसे निर्णयों तथा बेहतरीन प्रबंधन के चलते प्रदेश में कोरोना की स्थिति अब काफी हद तक नियंत्रण में है। मृत्यु दर लगातार कम हो रही है, रिकवरी रेट बढ़ रही है। साथ ही, पॉजिटिव केसों की संख्या काफी कम हो गई है। उन्होंने इन निर्णयों के सकारात्मक परिणामों को दृष्टिगत रखते हुए रात्रिकालीन कफ्र्यू सहित विभिन्न गतिविधियों पर प्रतिबंध फिलहाल आगामी कुछ और दिनों तक जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थोडे़ समय और एहतियात रखने से कोरोना संक्रमण को न्यूनतम स्तर तक लाने में मदद मिलेगी। 

प्रदेश में वैक्सीनेशन के ड्राई रन की सफलता सुखद

मुख्यमंत्री ने कोविड के टीकाकरण के लिए प्रदेश में किए गए ’ड्राई रन’ की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि कोविड रोगियों की संख्या कम होने के साथ ही वैक्सीनेशन की दिशा में हमारे तेजी से बढ़ते कदम सुखद संकेत हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में जल्द से जल्द वैक्सीनेशन शुरू हो और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले। उन्होंने वैक्सीन के परिवहन के साथ-साथ प्रशिक्षण, लोगों को इसे लगाने के लिए प्रोत्साहित करने तथा इसके संबंध में भ्रांतियों को दूर करने पर विशेष जोर दिया। 

स्वास्थ्य मित्रों से सहयोग लेंगे डॉक्टर

श्री गहलोत ने कहा कि विभिन्न बीमारियों से पीड़ित रोगियों को सरकारी अस्पतालों में इलाज मिलने में सहायता के लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य मित्रों का चयन किया है। ये लोग समाज सेवा के रूप में जरूरतमंद मरीजों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला अस्पतालों से लेकर स्वास्थ्य उपकेन्द्रों तक डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को स्वास्थ्य मित्रों से सहयोग करने के लिए निर्देशित किया जाए।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या कम होने के कारण ईएसआई अस्पताल को नॉन-कोविड करने तथा 100 से अधिक बेड वाले अस्पतालों में कोविड के लिए आरक्षित बेड की संख्या 40 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत एवं 100 से कम बेड वाले अस्पतालों में 30 से घटाकर 20 प्रतिशत करने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। 
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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन ने कोविड-19 की स्थिति पर प्रस्तुतीकरण में बताया कि प्रदेश में अब कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 9,223 रह गई है, जो जुलाई माह के अन्तिम सप्ताह की संख्या के बराबर है। वर्तमान में 1200 बेड वाले आरयूएचएस अस्पताल में कोविड के केवल 101 मरीज भर्ती है। राजस्थान में पॉजिटिविटी दर तथा रिकवरी दर में भी लगातार सुधार हो रहा है। 
श्री महाजन ने बताया कि शनिवार को प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या 500 से भी कम रही। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां तीव्र गति से चल रही है। विभिन्न स्तर पर वैक्सीन अभियान से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों तथा अन्य कार्मिकों को समुचित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आमजन को वैक्सीन लगाने की तैयारी के तहत इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों, संस्थाओं तथा संगठनों से सहयोग का पूरा खाका भी तैयार कर लिया गया है।

बैठक में उपस्थित विशेषज्ञ डॉक्टरों ने रात्रिकालीन कफ्र्यू तथा सार्वजनिक स्थलों पर भीड़-भाड़ को रोकने जैसे प्रतिबंधों को फिलहाल नहीं हटाने का सुझाव दिया। उनका मानना था कि सर्द मौसम और तीव्र गति से संक्रमण फैलाने वाले कोरोना वायरस के ’नए स्ट्रेन’ की उपस्थिति के दृष्टिगत प्रतिबंध जारी रहने चाहिए। डॉक्टरों ने आगामी कुछ दिनों में शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि जो वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी वह काफी प्रभावी है। लेकिन लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन लगाने के बाद भी कई सप्ताहों तक मास्क पहनने, नियमित रूप से हाथ धोने, सामाजिक दूरी और भीड़-भाड़ से बचने जैसे हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना करना बहुत आवश्यक है।

इस अवसर पर चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री वैभव गालरिया, शासन सचिव स्वायत्त शासन श्री भवानी सिंह देथा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार तथा वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टर वीडियो कॉन्फं्रेस के माध्यम से जुड़े।



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