सच्चाई पढ़ें । सकारात्मक रहें । संभावनाएं तलाशें ।
खबरों में बीकानेर 🎤 🌐
✍️
बीकानेर ।
बीकानेर। माली सैनी समाज ने महान
समाजसेवी महात्मा ज्योति बा फूले की अर्धांगिनी देश
की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले की
जयन्ती समारोह पूर्वक मनाई। इस अवसर
पर जिले भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर
सावित्री बाई फूले का स्मरण किया गया। महात्मा
ज्योति बा फूले माली (सैनी) समाज संस्थान ने शिव
वैली स्थित समाज के सामुदायिक भवन में कार्यक्रम
रखा और संस्था का वार्षिकोत्सव भी मनाया।
व ताओं ने देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फूले
द्वारा महिलाओं की शिक्षा और विकास के लिए किए
गए कार्यो पर विचार रखे। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री
के प्रतिनिधि रवि शेखर और नगर निगम के उप
महापौर राजेन्द्र पंवार ने बीकानेर के समाजसेवी
भामाशाह भोजराज जी भाटी और धाफा देवी की यहां
स्थापित प्रतिमाओं का अनावरण किया। इस अवसर
पर समाज को शिक्षा और विकास से जोडऩे के लिए
संगठित प्रयासों की जरूरत बताई गई। सामूहिक
महाप्रसाद का आयोजन किया गया। संस्था के अध्यक्ष
पूनमचंद तंवर और मंत्री श्याम सुन्दर भाटी ने सभी
का आभार व्य त किया। श्याम सुन्दर भाटी ने बताया
कि इस अवसर पर सर्वस मति से प्रस्ताव लेकर
महात्मा ज्योति बा फूले और सावित्री बाई फूले को
मरणोपरान्त भारत रत्न से अंलकृत किये जाने की
मांग की गई।
भारत की पहली
महिला शिक्षिका माँ सावित्री बाई फुले की
जयंती के उपलक्ष्य पर माली समाज
भवन गोगागेट पर पुष्पांजलि कार्यक्रम रखा गया।
जिसमे समाज के प्रबुद्धजन, शिक्षाविद्, वरिष्ठ
नागरिक, युवा संगठन, राजनैतिक पार्टियों में
भाजपा व काग्रेस के समाज के नेतागण आदि
शामिल हुए। विकास तंवर ने बताया कि
कार्यक्रम की माँ सावित्री बाई की प्रतिमा पर
माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई
उसके बाद उपस्थित गणमान्य लोगों के बीच
समाज के नव निर्वाचित उपमहापौर एवं पार्षदों
का स्वागत किया गया और स मान किया गया।
कार्यक्रम में नवनिर्वाचित उप महापौर राजेन्द्र
पंवार, माली समाज भवन गोगागेट अध्यक्ष
तेजरतन भाटी, देवकिशन गहलोत, निर्मल
गहलोत, विकास तंवर, दिनेश, मुरली गहलोत,
भुवनेश भाटी, राजेश, श्याम तंवर एवम समाज
के अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। राजस्थान मेघवाल परिषद् की ओर से क्रांति ज्योति प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फूले
की 189 वीं जन्म जयंती धूमधाम से मनाई गई।
परिषद् की पूरी महिला कार्यकारिणी ने भाग
लिया। इस अवसर पर परिषद अध्यक्ष सुनीता
हटीला ने बताया कि माता सावित्री बाई फूले ने
देश में सर्वप्रथम महिलाओं के लिये स्कूल की
स्थापना की। जिससे महिलाओं की शिक्षा की
शुरूआत हुई। शिक्षा क्षेत्र के साथ साथ सामाजिक
परिवर्तन एवं कार्यो में भी माता सावित्री बाई फूले
का विशेष योगदान इस देश में रहा है। माता
सावित्री बाई फूले द्वारा देश में सर्वप्रथम विधवा
महिलाओं के लिये आश्रय स्थल की स्थापना की
जिससे देश में विधवा महिलाओं को
स मानजनक जीवन जीने का हक मिला उनके
योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हम
सभी को मिलकर माता सावित्री बाई फूले की
तरह सामाजिक कार्य एवं बालिका शिक्षा पर कार्य
करना चाहिए। कार्यक्रम में सरस्वती देवी, मंजू
देवी, नंदा देवी मेघवाल, मनीषा पडि़हार, बुद्ध
प्रिया आदि व ताओं ने अपने विचार रखे।
महात्मा ज्योतिबा फुले जागृति मिशन
सावित्रीबाई फुले जन्मदिवस पर सभा व
पुष्पांजलि का कार्यक्रम गोगागेट माली समाज
भवन में रखा गया। अध्यक्ष मिलन गहलोत ने
कहा कि महात्मा फुले एवं अखंड भारत की
प्रथम अध्यापिका माता सावित्रीबाई फुले नहीं
होती तो आज महिलाओं का उत्थान और पिछड़ों
का उत्थान आज भी संभव नहीं था। उन्होंने कहा
कि पाठ्यक्रम में उनकी जीवनी शामिल की जानी
चाहिए। कार्यक्रम में संतोष परिहार, भंवरलाल
बडग़ूजर, अनिल सोलंकी, उमा सुथार, झंवरलाल
गहलोत, आदि लोग उपस्थित थे।
नत्थुसर बास माली मोहल्ला
पं. गजानन्द शर्मा ने सावित्री देवी फुले के जीवन
के बारे में विस्तार से जानकारी दी कार्यक्रम का
संचालन पतंजली योग शिक्षक नन्द किशोर
गहलोत ने किया। मुकेश ओझा, दिनेश सांखला,
सुग्रीव सांखला, दीपक गहलोत, मोहित कुमार
तंवर, गोंरीशकर भाटी, नितेश कच्छावा, डॉ.
तपस्या गहलोत, टेन्ट व्यवसाई शिव गहलोत,
एडवोकेट गौरीशंकर सांखला, आदि ने विचार
व्यक्त किये।
सामाजिक संगठन सेवा संस्थान
बंसीलाल मंगलाव ने विस्तार से मां सावित्री बाई
फुले की जीवनी से अवगत करवाया। इस
अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने संकल्प लिया
कि वे सदैव मां सावित्री बाई फुले के संघर्षों को
याद रखते हुए उनका अनुसरण करने का प्रयास
करेंगे। इस अवसर पर अशोक कुमावत, राजेंद्र
सरसवा, सुरजाराम गेदर, बाबूलाल गेदर, डॉ
तुलसी कुमारी, सरोज प्रजापत आदि अनेक
प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे।
📒 📰 📑 पढ़ना और पढ़ाना जीवन सफल बनाना 📚 📖 📓
write views