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ज्योतिषी नहीं ज्योतिष विज्ञान का इशारा : ग्रहों के प्रभाव से वर्ष 2020 में देश के हालात चिंतनीय होंगे...?





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ज्योतिषी नहीं ज्योतिष विज्ञान का इशारा : ग्रहों के प्रभाव से वर्ष 2020 में देश के हालात चिंतनीय होंगे...?

मैं नही ग्रह कहतें हैं सरकार के विपरीत ‘‘ होंगे हालात,
आमजन में होगी परेशनी, राजनैतिक दलों का होगा कड़ा विरोध

- पं. ब्रजेश्वर लाल व्यास (ज्योतिषी)

भारतीय ऋषी मुनियों ज्योतिषीयों एवं कवियो की लेखनी मे जो सत्यता होती है वो एक दम सही होती हैं जब मै ज्योतिष विद्या का अध्ययन करता था  ग्रहो के चालन व गति से ज्ञात भविष्यवाणी पर षोघकर्ता था हिन्दी की कविताओ की पोथी पढ़ता था तो मन प्रसन्न होता था उन कविताओ में जो झलक पढ़ने को मिलती थी वह आज समय समय पर हमे आभास कराती हैं किसी कवि ने दिसम्बर माह का वर्णन कितना सुन्दर किया हैं -
पड रही कडाके की सर्दी ठंडा है माह दिसम्बर का
पेर तले धरती ठरती चु रहा कलेजा अम्बर का।
किस हत भागे शाॅहजाह की मुमताज बिलखती जाती हैं
यह कौन हर हर ती जाती हैं यह कौन ठिठुरती जाती

इस संदर्भ में पंचाग में तों भवानी भेरव संवाद में वर्ष की भविष्यवाणी पहले ही करदी जाती है की इस वर्ष ठंड अधिक होगी गर्मी अधिक होगी यह सब बिस्वों में लिखी होती है लेकिन ज्योतिषषास्त्र में भी हमें सही भविष्यवाणी ज्ञात हो जाती हैं सम्वत 1958 शाकः 1823 सन् 1901-1902 श्रावण मास अधिक मास था इस पंचाग में लिखा हैं कि - 
मेघमाल वर्षा करे षुक्ल पक्ष आसाढ
श्रावण खेच दिखावसी पवन लगावे आड
षाखा होसी सांतरी दरखत बेलालूम।
कोई दिषा के माॅहने टीडी करसी घूम ।
    सम्वत् 1958 में यह स्थति बनी थी ठंड का अधिक प्रकोप था उस समय टिड्डी का प्रकोप भी था। उस समय दिसम्बर माह में धनु राषि में चार ग्रह थें सूर्य बुध बृहस्पति व षनि  इस बार भी यह योंग सम्बत 2076 शाकः 1941 सन् 2019-2020 में बने हुए हैं सम्बत 1976 शाकः 1841 सन् 1919-1920 में वही स्थति 1901 वाली बनी थी। 
इस बार भी षनि केतु बृहस्पति एक राषि पर जाय
ओला वर्षा कष्ट भय मंदा धान्य बिकाय
 इस समय ग्रह योग से सर्दी अधिक होगी टिड्डी का प्रकोप अधिक   कही बर्षा अधिक तो कही सुखें के हालात रहे राजनीति में उथल पुथल सत्ता पक्ष में विरोध जात पात धर्म पर विद्रोह  युद्व के हालात भी बन सकते हैं ऐसा योग सम्वत 1986 सन् 1929 में पाॅच ग्रह सूर्य बुध शनि मंगल साथ थें सम्वत 2018 में सूर्य मंगल बुध शुक्र साथ थे। यही हालात सम्वत 2077 षाकः 1942 सन् 2020-2021 में भी सूर्य शनि शुक्र बृहस्पति मकर राषि में पोष माह में आ रहे हैं । अधिक मास आसोज बना  ऋतु ताप प्रतिचार चक्रवात आंधी तुफान भूकम्पन क्षतिसार । इन परिस्थितियों में यह नया वर्ष उथल पुथल का रहेगा। आम जन के मन में षान्ति नही होगी। लूटपाट हिंसा विमान क्रेस रेल दुर्घटना अधिक होगी। इस वर्ष खण्ड वर्षा होगी तो कही पर अकाल के बादल छाये रहेगे। इस समय का निवास वेष्य के घर हैं रोहिणी का वास संधि पर हैं । किसानों को परेषानी रहेगी टिड्डी दल को पुनः प्रकोप माली हालात खराब होगी देष में षान्ति नही रहेेगी। राजनेता व सरकारी कर्मचारी अपनी कूटनीति विचारों से जनता को परेषान करेगे। राजनीतिज्ञ पार्टीयों की छवी खराब रहेगी। जन्म बिस्वा  पाॅच मृत्यु मरण बिस्वा 13 होने से उत्साह मे कमी रहेगी।
अतः निष्कर्ष के अनुसार हम यह कह सकते है कि आगामी वर्ष 2020 में देश के हालात आम जनो के हित से दूर रहेंगे  राजनैतिक दलो को कड़ा विरोध का सामना करना पडे़गा और देष के हालात नाजुक रहेंगे जिससे हर आमजन सरकार के विपरित रहेगा।







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