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कायाकल्प अवार्ड में बीकानेर का दबदबा जिले के 6 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों ने जीते 50-50 हजार रूपए के नकद पुरस्कार


कायाकल्प अवार्ड में बीकानेर का दबदबा
जिले के 6 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों ने जीते 50-50 हजार रूपए के नकद पुरस्कार
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बीकानेर। स्वच्छता से स्वास्थ्य के मूलमन्त्र से जुड़े वार्षिक कायाकल्प अवार्ड में इस बार बीकानेर ने जबरदस्त उपलब्धि हासिल की है। जिले के एक नहीं दो नहीं बल्कि 6 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों ने सांत्वना पुरस्कार स्वरुप 50-50 हजार रूपए के नकद पुरस्कार जीते हैं। प्रदेशभर की कुल 20 विजेता यूपीएचसी में से 6 अकेले बीकानेर जिले से हैं। श्रीगंगानगर की यूपीएचसी पुरानी आबादी ने राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 7 अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में जयपुर के इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोज्य समारोह के दौरान चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ द्वारा ये पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने सभी यूपीएचसी प्रभारियों व राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई प्रेषित की है। उन्होंने बताया कि पुरस्कार ग्रहण करने एनयूएचएम सलाहकार नेहा शेखावत, डॉ. एम. अबरार पंवार, डॉ. आर.के. गुप्ता, डॉ. एम. ए. दाउदी, डॉ. राजेश धवल, डॉ. सुधीर शर्मा व डॉ. दिनेश बिनावरा सहित यूपीएचसी के पीएचएम व नर्सिंग इंचार्ज 7 अप्रैल को जयपुर जाएंगे।

ये हैं विजेता यूपीएचसी 

यूपीएचसी अंक प्रतिशत राज्य में स्थान
यूपीएचसी न. 1 अणचा बाई अस्पताल 74 10
यूपीएचसी न. 5 कोटगेट 74 11
यूपीएचसी न. 7 रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र 73 12
यूपीएचसी न. 3 महेश्वरी भवन के पास 72.5 13
यूपीएचसी न. 4 विवेक विहार 72.5 14
यूपीएचसी न. 2 भुजिया बाजार 71 18

क्या है कायाकल्प कार्यक्रम ?
डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ किया गया जिसमें सभी सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई को बढावा देने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। इसके तहत राज्य के चिकित्सालयों-जिला चिकित्सालय, सामुदायिक/प्राथमिक/उप स्वास्थ्य केन्द्रांे में कायाकल्प कार्यक्रम के तहत साफ-सफाई, स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण के लिये पुरस्कार देने की एक राष्ट्रीय पहल आरंभ की गई है। इस वर्ष पहली बार शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को भी इसमें शामिल किया गया है। कायाकल्प कार्यक्रम के तहत 6 बिन्दुओं के आधार पर निरीक्षण किया जाता है:-
1. अस्पताल का रखरखाव                          2. सैनिटेशन एंड हाइजीन
3. अपशिष्ट निस्तारण (बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट)      4. संक्रमण नियंत्रण 
5. सपोर्ट सर्विस                      6. हाइजीन प्रमोशन

कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने बताया कि 6 बिन्दुओं के आधार पर पहले स्वयं सस्ंथान द्वारा खुद को अंक दिए जाते हैं फिर कोई नजदीकी संस्थान द्वारा निरीक्षण कर अंक दिए जाते हैं। पियर अस्सेसमेंट में 70 प्रतिशत से अधिक अंक आने पर राज्य स्तर से आए दल द्वारा एक्सटर्नल अस्सेसमेंट किया जाता है जिसमे 70 प्रतिशत से अधिक अंक मिलते ही ईनाम पक्का हो जाता है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता से एक तो इन्फेक्शन का नियंत्रण होता है दूसरा खुशनुमा वातावरण बनता है जिससे मरीज जल्दी ठीक होता है जिस से प्रति मरीज लागत कम होती है। 

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