राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति ने 2025 के पुरस्कारों की घोषणा की
साहित्यश्री सम्मान जोधपुर की पद्मजा शर्मा और महिला लेखन पुरस्कार बीकानेर की संगीता सेठी कोे
देवेन्द्र मिश्रा, नागेश पाण्डेय, कुमार सुरेश और विश्वनाथ तंवर भी किये जायेंगे पुरस्कृत
14 सितम्बर को अर्पित किये जायेंगे पुरस्कार
खुद में वो बदलाव लाइए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं - महात्मा गांधी
नई सुबह...
काली पीली आंधी से घिरी शाम में पंछी की अकुलाहट पेड़ तो समझता है मगर हवाएं उसे उड़ा ले जाने को बेताब हैं। अपने घोंसले, पेड़ की शाखों से जुड़ी पतली टहनियों के पत्तों के बीच दुबके हुए आंखें भींचे बैठे रहने की भरसक कोशिश में कामयाब पंछी हवा पर सवार रेत के तीखे, तीर की मानिंद चुभते कणों से भी हार नहीं मानते। शाम ढलती जाती है। चांद गगन पर मुंह उठाये दिखने लगता है। चांदनी के रथ पर सवार रेत के कण शनै शनै जमीन चूमने लगते हैं। घनी होती रात के साथ कतिपय पंछी नीड़ों से बाहर निकल पंखों को व्यायाम कराने या उदरपूर्ति के लिए किसी पर झपटते दिखते हैं। जीवन के इस संघर्ष पर छाया अंधेरा दूर पूरब में दिखाई देती लालिमा के साथ छंटने लगा है। और... रश्मियों के रथ पर भास्कर देव के आगमन के साथ फैलता प्रकाश जीवन की मुस्कान को इंद्रधनुषी खुशियां देने लगा है। यही है.. यही है... यही है... पंछी के जीवन में खुशी का पल। नई सुबह।
इस सुबह में कुछ खास है.../
अपनेपन की महक से लबरेज हवा.../
तुम्हारी खुशबू का भी अहसास है.../
अंधेरे को शिकस्त देकर निखरी रोशनी.../
आशाओं के दीपों की जगमगाहट.../
द्वन्द्व पर विजयी होने की ताकत.../
इस सुबह में कुछ खास है...
- मोहन थानवी
bahubhashi.blogspot.com
20 अगस्त 2025 बुधवार
खबरों में बीकानेर
✒️@Mohan Thanvi
राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति ने 2025 के पुरस्कारों की घोषणा की
साहित्यश्री सम्मान जोधपुर की पद्मजा शर्मा और महिला लेखन पुरस्कार बीकानेर की संगीता सेठी कोे
देवेन्द्र मिश्रा, नागेश पाण्डेय, कुमार सुरेश और विश्वनाथ तंवर भी किये जायेंगे पुरस्कृत
14 सितम्बर को अर्पित किये जायेंगे पुरस्कार
राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ ने हिन्दी सृजन हेतु दिए जाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी है । संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि और उपाध्यक्ष डॉ. मदन सैनी के अनुसार वर्ष 2025 का संस्था का सर्वोच्च व प्रतिष्ठित मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान जोधपुर की प्रख्यात साहित्यकार डॉ. पद्मजा शर्मा को उनके समग्र साहित्यिक अवदान के लिए प्रदान किया जाएगा। घोषित पुरस्कारों की जानकारी साझा करते हुए संस्था के मंत्री और पुरस्कार समिति के संयोजक रवि पुरोहित ने बताया कि इस बार देश-भर के दस से अधिक राज्यों से प्रविष्टियां व प्रस्ताव प्राप्त हुए। डॉ. नंदलाल महर्षि स्मृति हिन्दी सृजन पुरस्कार मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित कथाकार देवेन्द्र मिश्रा को बोधि प्रकाशन सेे प्रकाशित डस्ट और अन्य कहानियां कथा संग्रह के लिए अर्पित किया जाएगा। इसी प्रकार श्री शिवप्रसाद सिखवाल स्मृति महिला लेखन पुरस्कार बीकानेर की ख्यातनाम साहित्यकारा संगीता सेठी को उनके कहानी संग्रह तुम कब आओगे को और श्याम सुन्दर नागला स्मृति बाल साहित्य पुरस्कार शाहजहांपुर के वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ. नागेश पाण्डेय को उनकी प्रसिद्ध बाल कथा कृति ‘नटखट बाल कहानियां’ के लिए घोषित कियेे गये हैं। पं. गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार से समादृत लेखक श्री सुरेश ओझा के सौजन्य से प्रारम्भ किये गये इतर साहित्यिक लेखन क्षेत्र का सुरेश कंचन ओझा लेखन पुरस्कार भोपाल के कुमार सुरेश को उनकी कृति ‘संभवामि युगे युगे’ के लिए प्रदान किया जाएगा। इसी वर्ष से प्रारम्भ किये गये श्री चन्द्रमोहन हाड़ा हिमकर स्मृति उपन्यास लेखन पुरस्कार के लिए सरदारशहर के उपन्यासकार विश्वनाथ तंवर की कृति ‘तपस्या’ का चयन किया गया है। आयोजन समन्वयक महावीर माली ने बताया कि सभी पुरस्कार 14 सितम्बर, 2025 को श्रीडूंगरगढ में संस्था द्वारा ं आयोज्य भव्य समारोह में अर्पित किये जायेंगे। संस्था के कोषाध्यक्ष रामचन्द्र राठी के अनुसार मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान में 21 हजार रुपए नगद तथा अन्य सभी चयनित कृतियों के रचनाकारों को पुरस्कार स्वरूप ग्यारह हजार रूपये नगद राशि के साथ सम्मान-पत्र, स्मृति-चिह्न, शॉल आदि अर्पित किए जायेंगे। उपाध्यक्ष कवि सत्यदीप ने बताया कि पुरस्कार अर्पण के अलावा संस्था के वार्षिकोत्व के अवसर पर संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी। आयोजन सचिव महावीर सारस्वत ने बताया कि रामकिशन उपाध्याय स्मृति समाज सेवा सम्मान की घोषणा भी शीघ्र की जाएगी।
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