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"आज कल में ढल गया, दिन हुआ तमाम तू भी सो जा, सो गई रंगभरी शाम..." रफी को दी स्वरांजलि व पुष्पांजलि







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*खबरों में बीकानेर*

"आज कल में ढल गया, दिन हुआ तमाम तू भी सो जा, सो गई रंगभरी शाम..."
रफी को दी स्वरांजलि व पुष्पांजलि

बीकानेर। ख्यातनाम गायक मोहम्मद रफी के इस साल जन्म शताब्दी वर्ष 2024 के उपलक्ष्य पर श्री विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान,बीकानेर द्वारा रविवार की शाम स्थानीय टाउन हॉल में मोहम्मद रफी की 44 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर चल रहे कार्यक्रमों के तहत 
स्वरांजलि एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
संस्था के अध्यक्ष मेघराज नागल ने रफी को युग पुरुष बताया व रफी के गीत " आज कल में ढल गया, दिन हुआ तमाम तू भी सो जा सो गई रंगभरी शाम"  का जिक्र करते हुए कहा कि वे विराट व्यक्तित्व एवं कृतित्व के धनी थे। इस अवसर पर नारायण बिहाणी, सुनील दत्त नागल, रामकिशोर यादव, सैय्यद अख्तर,  राजकुमार जीनगर, पवन चड्ढा,नंदकिशोर मूंड,नवल दैय्या, शाकिर हुसैन चौपदार, सुमन पंवार, एस. के. सरोज, देवेश भाटी, खेमेन्द्र जीनगर, हडमान नागल, अब्दुल सत्तार , कमलकांत, मोहम्मद शाहिद , मुकेश जेवरिया, सुमन पंवार, एस के सरोज सहित आदि ने रफी के ‘बड़ी दूर से आए हैं, प्यार का तोहफा लाए हैं, ‘बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है, ‘पूछो ना यार क्या हुआ, ‘आज मौसम बड़ा बेइमान है, ‘बेखुदी में सनम उठ गए जो कदम जैसे सदाबहार गीत प्रस्तुत किए और संगीत प्रेमियों से दाद पाई।
कार्यक्रम की शुरूआत में मोहम्मद रफी साहब और मां सरस्वती के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  सुरेश ओझा, अध्यक्षता कर रहे  रामरतन धारणिया,  नारायण बिहाणी, विशिष्ट अतिथि सुनील दत्त नागल, पत्रकार और समाज सेवी सैय्यद अख्तर अली (चूडीगर), सुशील यादव,  राजकुमार जीनगर,  मुकेश जेवरिया एवं  दिनेश अग्रवाल सहित अन्य  संगीत प्रेमी मौजूद थे।


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