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वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना जिले के 1031 वरिष्ठ नागरिक रेल मार्ग से तथा 206 यात्री हवाई मार्ग से करेंगे तीर्थ यात्रा ऑनलाइन लॉटरी से हुआ चयन






-वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना
 जिले के 1031 वरिष्ठ नागरिक रेल मार्ग से तथा 206 यात्री हवाई मार्ग से करेंगे तीर्थ यात्रा
 ऑनलाइन लॉटरी से हुआ चयन



*खबरों में बीकानेर*




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वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना
 जिले के 1031 वरिष्ठ नागरिक रेल मार्ग से तथा 206 यात्री हवाई मार्ग से करेंगे तीर्थ यात्रा
 ऑनलाइन लॉटरी से हुआ चयन

बीकानेर 27 सितम्बर। देवस्थान विभाग द्वारा वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से एक हजार 31 यात्रियों का रेल द्वारा तीर्थयात्रा हेतु तथा 206 यात्रियों का हवाई जहाज द्वारा तीर्थ यात्रा करने के लिए चयन किया गया है। 
अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ दुलीचंद मीना की उपस्थिति में जिला स्तरीय समिति के समक्ष शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्राप्त आवेदनों में से कम्प्यूटर पर ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से यात्रियों का चयन किया गया। सहायक आयुक्त गौरव सोनी ने बताया कि वर्ष 2024-25 हेतु ऑनलाइन आवेदन 23 सितंबर तक प्राप्त किए गए। जिसके क्रम में हर जिले के लिए निर्धारित कोटा के अनुसार लॉटरी द्वारा यात्रियों का चयन किया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष यात्रा हेतु बीकानेर जिले से 3 हजार 298 आवेदन प्राप्त हुए जिनमे तीर्थयात्रियों के जीवनसाथी व सहायक को मिलाकर कुल 5 हजार 478 यात्रियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। चयनित यात्रियों की सूची विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। रेल के द्वारा 15 चयनित स्थानों के विकल्प यात्रियों को प्रदान किए गए हैं तथा हवाई यात्रा के द्वारा चयनित यात्रियों को काठमांडू नेपाल स्थित भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करवाए जाएंगे। यह यात्राएं विभिन्न दिनांक पर अलग-अलग तीर्थ क्षेत्र के लिए प्रस्तावित विभिन्न रेल गाड़ियों द्वारा करवाई जाएगी जिनके लिए संबंधित यात्रा दिनांक से पूर्व यात्रियों को विभाग द्वारा फ़ोन करके निर्धारित रेलवे स्टेशन पर उपस्थित होने के लिए सूचना दी जाएगी। सामान्यत करीब 5 से 7 दिनों की समय अवधि में यात्रा होती है जबकि हवाई यात्रा के लिए जयपुर में एकत्रीकरण करके दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट में यात्रियों को काठमांडू ले जाया जाता है। काठमांडू की यात्रा सामान्य तीन दिनों की होती है। 

साहायक आयुक्त गौरव सोनी ने बताया कि यह तीर्थयात्राएं पूर्णतया निशुल्क होती है। जिसमें समस्त व्यय राजस्थान सरकार द्वारा वहन किया जाता है । आईआरसीटीसी के माध्यम से रेल, स्थानीय ऑटो टेम्पो व ठहरने हेतु धर्मशाला होटल एवं भोजन व जलपान इत्यादि की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने कहा कि यात्री किसी भी प्रकार के ठग, फर्जी एजेंट आदि के झांसे में नही आएं, यात्रियों से कोई शुल्क या व्यय नही लिया जाता है, पूरी तरह से निःशुल्क यात्रा होती है।

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