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7 खबरें : गुरुवार को आएंगे ऊर्जा मंत्री भाटी
राजस्व अधिकारियों की बैठक में लम्पी पर मंथन
RTO : सर्वर डाउन बिजली भी गुल
मरुनायक में जन्माष्टमी
तरना है तो सत्य का हाथ पकड़ो - आचार्य विजयराज
ये हैं तैराकी विजेता
संक्रांति महोत्सव में नाट्यमंचन
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बीकानेर, 17 अगस्त। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी गुरुवार प्रातः 6 बजे जयपुर से प्रस्थान कर प्रातः 11:30 बजे नोखा की ग्राम पंचायत सोवा पहुंचेंगे तथा यहां नवीन ग्राम पंचायत के शुभारंभ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। ऊर्जा मंत्री गुरुवार को श्रीकोलायत के स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे और रात्रि विश्राम बीकानेर में करेंगे।
ऊर्जा मंत्री शुक्रवार को दोपहर 1 बजे राजकीय कन्या महाविद्यालय श्रीकोलायत का शुभारंभ करेंगे तथा बीकानेर एवं श्रीकोलायत में स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे। रात्रि विश्राम बीकानेर में करेंगे।
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राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित
*लम्पी स्किन के मद्देनजर प्रभावी प्रबंधन, मेलों से जुड़ी तैयारियों सहित विभिन्न बिंदुओं पर हुई चर्चा*
बीकानेर, 17 अगस्त। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की बैठक बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
इस दौरान उन्होंने कहा कि लम्पी स्किन डिजीज के प्रसार पर प्रभावी अंकुश के मद्देनजर सभी अधिकारी पूर्ण गंभीरता से कार्य करें। प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी अपने क्षेत्र के पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारी से पूर्ण समन्वय रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी दवाइयों की कमी नहीं रहे। जागरुकता के लिए सघन गतिविधियां संचालित की जाएं। उन्होंने कहा कि मृत गोवंश का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए तथा इसकी दैनिक रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जाए। नियंत्रण कक्ष एक्टिव मोड पर रहें तथा रोगग्रस्त गोवंश के आइसोलेशन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि आगामी दिनों में भरने वाले मेलों के मद्देनजर सभी तैयारियों कर ली जाएं। मेलों के दौरान लगने वालों भंडारों की पूर्व अनुमति संबंधित उपखण्ड अधिकारी से लेनी होगी। यह भी सुनिश्चित करना होगा कि भंडारे मुख्य सड़क से थोड़े दूर लगें। उन्होंने कहा कि मेलों के दौरान डीजे के साथ पैदल यात्रा नहीं की जा सकेगी। ऐसा करने पर डीजे जब्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी अपने क्षेत्र के सभी मेला स्थलों का निरीक्षण कर लें तथा संबंधित विभागों के माध्यम से सभी व्यवस्थाएं समय रहते सुनिश्चित कर ली जाएं। इस दौरान मेलों से पूर्व सड़क दुरूस्तीकरण, मेडिकल टीम तैनातगी, सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था संधारण, पेयजल सहित विभिन्न व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई।
जिला कलक्टर ने जलदाय, विद्युत, चिकित्सा, सार्वजनिक निर्माण सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के उपखण्ड स्तरीय बिंदुओं पर चर्चा की तथा कहा कि प्रत्येक अधिकारी आपस में तालमेल रखते हुए कार्य करें, जिससे आमजन के हित से जुड़े कार्यों का समयबद्ध क्रियान्वयन किया जा सके। उन्होंने राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की तथा कहा कि इनका समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इस दौरान गैर खातेदारी से खातेदारी, अतिक्रमण, सीमाज्ञान, रास्तों से जुड़े प्रकरणों पर चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश सहित राजस्व एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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जन्माष्टमी महाउत्सव मरू नायक मंदिर मे 19 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा। मरूनायक मंदिर के ट्रस्टी घनश्याम लखाणी गोपाल मोहता ने बताया मंदिर की सजावट का काम पूरा हो गया है। रात को 12:बजे भगवान श्री कृष्ण द्वारा कंस का वध भी किया जाएगा।
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चर्चा और चर्या मिलकर करती चरित्र का निर्माण - आचार्य श्री विजयराज जी म.सा.
तरना है तो सत्य का हाथ पकड़ो - आचार्य श्री विजयराज जी म.सा.
चरित्र है तो सबकुछ है - आचार्य श्री विजयराज जी म.सा.
बीकानेर। महापुरुष फरमाते हैं, आचार्यों के पास आगम का बल होता है, वे उस आगम के बल से विश्व का कल्याण करते हैं। जैन धर्म में चार आगम हैं, इनमें से दूसरे आगम दश्वैकालिक सूत्र पर व्याख्यान कार्यक्रम हो रहा है। इसमें चर्चा भी होनी है और चर्या के बारे में भी बताया गया है। चर्चा और चर्या मिलकर ही हमारे चरित्र का निर्माण करती है। श्री शान्त क्रान्ति जैन श्रावक संघ के 1008 आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने यह उद्गार व्यक्त किए। मंगलवार को सेठ धनराज ढ़ढ्ढा की कोटड़ी में चल रहे नित्य प्रवचन के दौरान महाराज साहब ने सत्य विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी श्रावक-श्राविकाओं को दते हुए चरित्र के निर्माण पर ध्यान देने की बात कही।
आचार्य श्री ने कहा कि चरित्र है तो सबकुछ है, चरित्र के अभाव में कुछ भी नहीं है। महाराज साहब ने इसका उदाहरण देते हुए बताया कि जिस प्रकार एक हॉल मकान से बड़ा नहीं होता, हॉल से बड़ा कमरा नहीं होता, कमरे से बड़ा दरवाजा नहीं होता और दरवाजे से बड़ा कूंट नहीं होता तथा कूंट से बड़ा ताला नहीं होता एवं ताले से बड़ी चाबी नहीं होती है। चाबी छोटी सी होती है और बड़े तालों को खोल देती है। ठीक वैसे ही भाग्य का ताला पुरुषार्थ की चाबी खोलती है। आप सौ गलत चाबियां लगाओ ताला नहीं खुलेगा। लेकिन एक चाबी सही लगते ही ताला एक बार में खुल जाता है। ठीक इसी प्रकार चरित्र की चाबी हमारा भाग्योदय करती है। इसके लिए जरूरी है कि हम सत्य को आत्मसात करें, जब तक हम सत्य को आत्मसात नहीं करेंगे, हमें साता की प्राप्ती नहीं होगी। साता की अनुभूति साता के उदय से होती है। इसलिए साता का बंध करना चाहते हो तो सत्य में रमण करो।
आचार्य श्री ने दोहा सुनाते हुए कहा कि ‘सांच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप, जाके हद्धय सांच है, बाके हद्धय आप’। आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब ने बताया कि साता वेदनीय कर्म के बंध में 15 बोल हैं। इसका चौथा बोल सत्य है। सत्य का हाथ पकड़ो, सत्य का साथ छोड़ दिया तो डूब जाओगे। सत्य को देखा नहीं जा सकता, सत्य को जाना भी नहीं जा सकता लेकिन सत्य को जीया जा सकता है। सत्य का आदर करो, जो सत्य का आदर करता है वह शक्तिशाली होता है। आगमों का सार शील, सत्य और सदाचार है। महाराज साहब ने भजन ‘सत्य की पूजा करो सब, सत्य ही वरदान है, पापियों को पार करता, सत्य ही वरदान है’ गाकर प्रवचन श्रृंखला को विराम दिया।
दश्वैकालिक सूत्र पर व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित हुआ
दश्वैकालिक सूत्र पर बुधवार को सेठ धनराज ढ़ढ्ढा की कोटड़ी में व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित हुआ। श्री शान्त क्रान्ति जैन श्रावक संघ के 1008 आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब के सानिध्य में हुए जैन दर्शन के आगम पर विश्व भारती शान्ति निकेतन (प. बंगाल) के प्रोफेसर जमनाराम भट्टाचार्य का व्याख्यान दश्वैकालिक सूत्र पर रहा। इसमें उन्होंने सूत्र की निर्युक्ति टीकाएं, भाष्य, चूर्णि पर गहनता से प्रकाश डाला। भट्टाचार्य ने कहा कि साधु के जीवन में श्रावक-श्राविकाओं की वजह से कोई कठिनाई ना आए, यही दश्वैकालिक सूत्र के मूल में है। यह सूत्र जितना उपयोगी साधु-साध्वियों के लिए है, उतना ही उपयोगी श्रावक-श्राविकाओं के लिए भी है। प्रोफेसर जमनाराम भट्टाचार्य ने बताया कि इसमें दस अध्ययन के विषय हैं। प्रथम द्रुमपुष्पिका में उत्कृष्ट मंगल धर्म का माधुकरी वृति से आचरण, द्वितीय श्रमण्यपूर्वक में संयम में धृति तक श्रमणधर्म के पालन से पूर्व काम-राग का निवारण, तृतीय अध्ययन क्षुल्लकाचार कथा में आचार और अनाचार का विवेक, चतुर्थ अध्याय में षडजीवनिका में नवदीक्षित के लिए नवतत्व में निरुपण, पंचम अध्याय में पिण्डेषणा, गवेषणा, ग्रहणैषणा और भौगेषणा की शुद्धीपूर्वक निर्दोष भिक्षा का विधान, षष्टम में महाचार कथा में व्रतष्टक कायषटक और अकल्प की प्ररुपणा तथा सप्तम में वाक्यशुद्धी में अहिंसा एवं सत्य आधारित भाषा के विवेक पर अष्टम में आचार प्रणीधि के अंतर्गत आचार में इन्द्रियों व मन को सुप्रविहित करने एवं नवम अध्याय में विनय समाधि के अंतर्गत लोकोत्तर विनय की अराधना का निरुपण और दशम में सदभिक्षु के गुणों का प्रतिपादन के साथ दो चुलिकाएं प्रथम र8िावा1य चूलिका में श्रमण धर्म में रति उत्पन्न करने वाली तथा द्वितीय में विविक्त चर्या चूलिका में प्रति स्त्रोत गमन रूप मोक्ष मार्ग के उपाय पर विवेचना की गई। प्रोफेसर भट्टाचार्य ने बताया कि दश्वैकालिक सूत्र में साधु कैसे रहे...?, चले कैसे...?,बैठे कैसे...?, इन और इन जैसे विषयों पर ध्यान दिया गया है। प्रोफेसर भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि दश्वैकालिक सूत्र से भी आगे एकादस सूत्र श्रावकों के लिए लिखने की आवश्यकता है। प्रोफेसर ने आचार्य श्री से आग्रह किया कि वे श्रावकों के लिए इस परम्परा को आगे बढ़ाएं।
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जिला स्तरीय सीनियर तैराकी प्रतियोगिता का समापन समारोह कार्यक्रम स्थानीय ब्रह्म बगीचा में आयोजि हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तैराकी संघ के अध्यक्ष हीरालाल हर्ष थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता तैराकी संघ के उपाध्यक्ष संजय व्यास ने की। संघ के सचिव शशांक शेखर जोशी ने बताया कि कल शाम महालक्ष्मी तरणताल पर सम्पन्न हुई तैराकी प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में 50 मीटर फ्री स्टाइल में प्रथम गौरव, द्वितीय मुकेश औऱ तृतीय स्थान पर बजरंग रहे।
100 मीटर फ्री स्टाइल में प्रणव प्रथम, दूसरे स्थान पर बजरंग व तीसरे पर मुकेश रहे। 200 मीटर फ्रीस्टाइल में प्रथम केशव, द्वितीय नवीन और तृतीय बजरंग रहे। 400 मीटर फ्रीस्टाइल में प्रथम नवीन, द्वितीय केशव व तृतीय बजरंग रहे। इसी ग्रुप में 50 व 100 मीटर बैक स्ट्रोक में क्रमश चिराग, प्रणव व कृष्ण कुमार रहे। 200 मीटर बैकस्ट्रोक में चिराग प्रणव व कृष्ण कुमार क्रमशः प्रथम व द्वितीय तृतीय रहे। 50 मीटर बटरफ्लाई में क्रमशः चिराग, मुकेश व भानु प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे है। 100 मीटर बटरफ्लाई में चिराग, आदित्य व भानु प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। 200 मीटर आइ एम में आदित्य प्रथम, बजरंग द्वितीय व भानु तृतीय स्थान पर रहे।
महिला वर्ग में 50 मीटर फ्रीस्टाइल में भजनिता प्रथम, अश्लेषा द्वितीय व अंतिमा तृतीय रही। 100 मीटर फ्रीस्टाइल में क्रमशः भजनिता, अश्लेषा व अंतिमा। 400 मीटर फ्री स्टाइल में प्रज्ञा प्रथम, भजनिता द्वितीय व हर्षिता तृतीय व 50, 100 व 200 मीटर बैकस्ट्रोक में क्रमशः नैऋति, प्रज्ञा व अंतिमा प्रथम द्वितीय व तृतीय रही। सभी विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया।
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संभाग के सबसे बड़े जिला परिवहन कार्यालय बीकानेर में डीटीओ के रिक्त पदों एवं आरटीओ व एआरटीओ के जयपुर प्रवास के चलते परिवहन विभाग का हाल दो दिन से सबसे ज्यादा बुरा हैं।अपने वाहन संबंधी काम हो या लाइसेंस संबंधी काम हो ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से आने वाले सैंकड़ों लोग तीन दिन के अवकाश के बाद कल जब कार्यालय पहुंचे तो कल दोपहर से ही इंटरनेट का सर्वर डाउन हो गया तथा बिजली भी गुल हो गई।लोगो के विंडो पर पहुंचते ही एक ही जवाब मिलता हैं।सर्वर डाउन,तो कभी बिजली गुल हैं।कल आना।
बीकानेर सिटीजन एसोसिएशन के एडवोकेट हनुमान प्रसाद शर्मा ने बताया कि अभी पन्द्रह
- बीस दिनो से इंटरनेट नही चलना व लम्बे अवकाश के बाद ऑफिस खुलते ही सर्वर बंद हो जाना,डीटीओ कार्यालय में एक गंभीर समस्या बनी हुई हैं।
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संक्रांति महोत्सव में हुआ नाट्यमंचन, तपस्वियों का किया अभिनंदन
त्याग शूरवीरों का मार्ग : साध्वी अक्षयदर्शना
बीकानेर। तपस्वियों के बहुमान, नाट्यमंचन व भजनों की प्रस्तुति के साथ बुधवार को रांगड़ी चौक स्थित पौषधशाला में चातुर्मास की दूसरी संक्रांति महोत्सवपूर्वक मनाई गई। साध्वी सौम्यप्रभा, साध्वी सौम्यदर्शना, साध्वी अक्षयदर्शना, साध्वी परमदर्शना के सान्निध्य में संक्रांति महोत्सव का शुभारम्भ वल्लभ गुरु को पुष्प अर्पित कर किया गया।
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