Type Here to Get Search Results !

श्राद्ध पक्ष : पितरों की तृप्ति के लिए शुरू हुआ तर्पण, मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम






-श्राद्ध पक्ष : पितरों की तृप्ति के लिए शुरू हुआ तर्पण, मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम


*खबरों में बीकानेर*




-



-

*श्राद्ध पक्ष : पितरों की तृप्ति के लिए शुरू हुआ तर्पण, मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम*
बीकानेर, 18 सितंबर। पितरों की पूजा-अर्चना, उनको तर्पण करने का पर्व श्राद्ध पक्ष बुधवार से शुरू हो गए हैं। एक पखवाड़े तक प्रतिदिन पितरों को तर्पण दिया जाएगा। इसके लिए शहर के तालाबों पर आस्थावान लोग प्रतिदिन पानी में खड़े होकर पितरों के नाम तर्पण करेंगे। वहीं घरों में लोग अपने पूर्वजों का श्राद्ध करेंगे। 
शहर में धरणीधर तालाब, हर्षोल्लाव, सागर के साथ ही कोलायत तालाब पर भी बुधवार से तर्पण के अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। श्राद पक्ष के अंतिम दिन पितरों के निमित हवन होगा। इसमें सभी आस्थावान लोग आहुतियां देंगे। श्राद्ध पक्ष की पूर्णाहुति दो अक्टूबर को सर्व पितर अमावस्या के दिन हवन के साथ ही होगा। 
*तीन पारियों में चल रहा तर्पण*
धरणीधर तालाब पर पंडि़त गोपाल ओझा के सान्निध्य में तीन पारियों में तर्पण करवाया जा रहा है। इसमें पहला चरण सुबह 5 से 6 बजे, दूसरा 6 से 7 बजे और तीसरा चरण 7 से 8 बजे तक चलता है। इसी तरह पंडि़त नवरतन व्यास के सान्निध्य में भी तालाब के दूसरे छोर पर तर्पण कर्म कराया जा रहा है। इसमें भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भागीदारी है। 
*यह है खास महत्व*
श्राद्ध पक्ष में पितरों को तर्पण अर्पित करने का खास महत्व है। आस्थावान लोग अपने पूर्वजों (पितरों) की तृप्ति के लिए तालाबों पर जाकर तर्पण अनुष्ठान करते है। पंडि़त राजेन्द्र किराड़ू के अनुसार धार्मिक मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान पितर संबंधित कार्य करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसीलिए अपने पूर्वजों को याद करके पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म किया जाता है। सर्व सुलभ जल,तिल, यत्र, कुश, अक्षत, पुष्प आदि से उनका श्राद्ध सम्पन्न किया जाता हैं।
 शास्त्रीय मर्यादा के अनुसार श्राद्ध का अर्थ है, श्रद्धा से जो कुछ किया जाता है। भाद्रपक्ष की पूर्णिमा से अश्विनी कृष्ण अमावस्या तक के पक्ष में पितरों के प्रति उनकी संतुष्टि के उद्देश्य के लिए गरुड़ पुराण के अनुसार श्रद्धापूर्वक श्राद्ध, तर्पण, पिण्डदान, पितृयज्ञ, ब्राह्मण भोजन आदि श्रेष्ठ कार्य किए जाते है। इससे पितर प्रसन्न होकर मनुष्यों को आयु, यश, पुत्र, कीर्ति, पुष्टि वैभव, धन-धान्य प्रदान करते है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies