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आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...
Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
आज फिर 5 सवाल कुलबुला रहे उंगली के निशान पर... नंबर 1 सब कुछ तो तुम कह देते हो कुर्सियों पर बैठे हुए लोगों हमें तुम...
Posted by Mohan Thanvi on Wednesday 1 May 2024
जीत कर हारे, हार कर जीत गए सभी दल !
- मोहन थानवी
लोकसभा आम चुनाव 2024 कौतुक भरे परिणाम के साथ चुनावी प्रक्रिया को संपन्न करने जा रहा है। कौतुक भरा परिणाम इसलिए कि किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है। अपेक्षित परिणाम भी सामने नहीं आए हैं। न केवल दलों की अपेक्षा पूरी नहो सकी वरन् एग्जिट पोल की माहिर एजेंसियां भी अपने आंकड़ों को अब अचंभे से ताक रही हैं।
लोकतंत्र में मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है हमेशा रही है और 2024 के यह लोकसभा आम चुनाव भी इसी श्रेणी के हैं। जब मतदाताओं ने दलों को हरा कर जीता दिया और जीता कर हार भी दिया।
यह जनादेश नतीजे 1991 के लोकसभा चुनाव का स्मरण करवा रहा है। याद ही होगा कि उस दौर में कांग्रेस ने 232 सीटों पर विजयी पताका फहरा कर भी पीवीस नरसिंहा राव को प्रधानमंत्री पद का दायित्व निर्वहन का अवसर दिया था । उन्होंने अन्य दलों के समर्थन से सरकार संचालित की थी। इस बार भाजपा भी 240 के आसपास है। गठबंधन अब उसकी मजबूरी है। कह सकते हैं कि भाजपा इन परिस्थितियों में अन्य दलों की वनिस्पत जीत कर भी हारी हुई स्थिति में है और अपने गठबंधन में सहयोगी दलों के दम पर वह जीत का दम भर रही है। । जबकि कांग्रेस अपने गौरवमयी इतिहास में प्राप्त सीटों से बहुत कम सीटें जीत कर भी विजयी मुस्कान लिए हुए सामने आ रही है। बहरहाल सभी दलों को शुभकामनाएं ।
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