17 वर्ष बाद भारत 20-20 वर्ल्ड कप फाइनल 7 रन से जीत फिर बना क्रिकेट-किंग
भारतीय क्रिकेट टीम ने 17 वर्ष बाद एक बार फिर 20-20 वर्ल्ड कप फाइनल 7 रन से जीत फिर से क्रिकेट-किंग का प्रतीक चैम्पियनशिप खिताब अपने नाम कर लिया है। मैच अंतिम बॉल तक दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमियों की सांसों पर जीत-हार के निर्णय का रोमांच बनाए रखने वाला यादगार सिद्ध हुआ।
भारत के खिलाड़ियों ने पहले बैटिंग करते हुए दर्शकों की अपेक्षाओं को वांछित रूप से पूरा नहीं किया। अर्द्धशतक तक पहुंचने से पहले ही टीम के सिरमौर दो बल्लेबाज बाहर आ गए। विराट कोहली हालांकि टुक टुक खेलते अपनी धुकधुकी छिपाने में भी सफल नहीं हुए लेकिन अंततः टीम को विजेता बनाने में अपनी भूमिका बखूबी निभा गए।
मैच अंतिम 17-18-19 और 20वें ओवर के लिए क्रिकेट के इतिहास में भारत के नाम दर्ज रहेगा। इन ओवरों से पहले तक की अंतिम बॉल तक भारत के हाथ से मैच फिसलता हुआ साउथ अफ्रीका की झोली में बैठता दिख रहा था लेकिन चमत्कार हो ही गया।
इसके बाद भारतीय टीम के प्रशंसकों ने आतिशबाजी और जश्न की तैयारियां कर ली लेकिन आखिरी तीसरी बॉल खेले जाने के बाद ही पहले पटाखे का धमाका गूंजा। इसके बाद तो आतिशबाज़ी का ऐसा रंग जमा की रात को मानो लोग सोना ही भूल गए।
- मोहन थानवी
वल्र्ड कप फाइनल में इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 177 का टारगेट दिया । साउथ अफ्रीका सात रन से जीता डेविड मिलर 21 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें पंड्या ने पवेलियन भेजा। मार्को यानसन(2 रन) को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर दिया। उन्होंने डेथ ओवर में इस टूर्नमोंट में 15वां विकेट लिया।
हार्दिक पंड्या ने हेनरिक क्लासन को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया। क्लासन ने 27 गेंदों पर 52 रन बनाए। उन्होंने अक्षर को 2 सिक्स और 2 चौके लगाए।
जसप्रीत बुमराह ने रीजा हेंड्रिक्स और र्शदीप ने एडेन मार्करम को आउट किया। अक्षर ने ट्रिस्टन स्टब्स और डी कॉक को आउट किया।
बारबडोस से स्टेडियम में इंडिया ने पहले बैटिंग चुनी थी। पावरप्ले में रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार के विकेट गिर गए थे। कोहली ने 72 और अक्षर पटेल ने 47 रन की पारी खेली। शिवम दुबे ने तेज रफ्तार से 27 रन बनाकर स्कोर 176 तक पहुंचाया।
साउथ अफ्रीकी स्पिनर केशव महाराज और एनरिक नॉत्र्या ने 2-2 विकेट लिए। कगिसो रबाडा और मार्को यानसन ने एक-एक विकेट लिया।
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