Type Here to Get Search Results !

वीडियो : बीकानेर से 10 बसों में गर्जना रैली दिल्ली के लिए जाएंगे किसान kisan garjana raily




Home / Bikaner / Latest / Rajasthan / Events / Information


✍️   


वीडियो : बीकानेर से 10 बसों में गर्जना रैली, दिल्ली के लिए जाएंगे किसान 


© खबरों में बीकानेर 
https://bahubhashi.blogspot.com
https://bikanerdailynews.com
®भारत सरकार UDAYAM REGISTRATION NUMBER RJ-08-0035999 

🌞:
















औरों से हटकर सबसे मिलकर


वीडियो : बीकानेर से 10 बसों में गर्जना रैली, दिल्ली के लिए जाएंगे किसान


लागत आधारित लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर दिल्ली में किसान गर्जना रैली

भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में 19 दिसंबर को आयोजित होगी किसान रैली






बीकानेर 16 दिसंबर। किसान बीकानेर की सभी तहसीलों से गर्जना रैली में भाग लेने के लिए दिल्ली जाएंगे। भारतीय किसान संघ के स्थानीय नेतृत्व ने इसके लिए प्रत्येक बस के लिए प्रभारी नियुक्त किये हैं। इनकी जिम्मेदारी यह भी तय की गई है कि बस में कोई भी अवांछित तत्व दिल्ली के लिए रवाना न हो सके। क्योंकि संगठन शांतिपूर्ण रैली निकालने का पक्षधर है। संगठन के जिलाध्यक्ष ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता में खबरों में बीकानेर की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी। 

विगतवार :-
भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में देशव्यापी आंदोलन के तहत लागत आधारित लाभकारी मूल्य सहित विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में 19 दिसंबर 2022 को किसान गर्जना रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देशभर के किसान शामिल होंगे।

इस संबंध में बीकानेर में आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन के जिला अध्यक्ष कैलाश जाजड़ा ने बताया की बीकानेर जिले की सभी तहसीलों से 1 हजार से अधिक किसान जायेंगे दिल्ली, बांटे जा रहे पीले चावल भारतीय किसान संघ की ओर से दिल्ली में आयोजित होने वाली किसान गर्जना रैली में बीकानेर जिले से 1 हजार किसान भाग लेंगे। जिले से रेल, बसों व निजी वाहनों से दिल्ली पहुंचेंगे किसान। जिला प्रचार प्रमुख रघुवीर शर्मा ने बताया की संगठन की ओर से जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। गांव गांव में दीवार लेखन व पीले चावल बांटने का अभियान चल रहा है। संगठन की ग्राम इकाइयों की बैठके आयोजित कर प्रत्येक किसान तक किसान गर्जना रैली के मुद्दो को पहुंचाया जा रहा है। इस अवसर पर बैनर का सार्वजनिकरण भी किया गया। 
विजय सिंह भाटी, हरिकिशन गहलोत, गोपाल सिंह(अरजनसर) कैलाश सारस्वत, जगदीश शर्मा, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

संघर्ष यात्रा : एक नजर में

भारतीय किसान संघ की 8-9 अक्टूबर को दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय प्रबंध समिति की बैठक में फसलों की बढ़ती उत्पादन लागत व लागत से नीचे फसल बिकने से किसानों पर बढ़ते कर्ज को लेकर चिंतन के पश्चात इसके समाधान हेतु किसान गर्जना रैली की घोषणा की थी। जाजड़ा ने बताया की भारतीय किसान संघ किसानों को लागत आधारित लाभकारी मूल्य दिलाने को लेकर लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में हाल ही के वर्षो में हुए प्रयासों का जिक्र करते हुए जाजड़ा ने बताया की 2013 में दिल्ली में आयोजित किसान अधिकार रैली के बाद देश की राष्ट्रीय पार्टियों ने किसानों को लाभकारी मूल्य देने को लेकर घोषणा पत्र जारी किए थे। संगठन की ओर से 2015 में देश भर के लोकसभा व राज्यसभा के 600 से अधिक सांसदो को उनके संसदीय क्षेत्र में ज्ञापन प्रेषित किए थे। इसी क्रम में 10 अप्रैल 2017 को जंतर मंतर पर देशभर से संगठन के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक धरना दिया था। गत वर्ष 20 सितम्बर को देशभर के 513 जिलों में जिला कलेक्ट्री पर धरना प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजे थे। इसके दूसरे चरण में 11 जनवरी 2022 को फिर से जिला मुख्यालयों पर देशभर में लाखों किसानों ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से लागत आधारित लाभकारी मूल्य घोषित करने व घोषित मूल्य दिलाना सुनिश्चित करने की मांग रखी थी। परिहार ने बताया की आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन कर किसानों को लागत आधारित लाभकारी मूल्य देने, कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म करने, किसान सम्मान निधि राशि में बढ़ोतरी करने, जीएम सरसों को प्रतिबंधित करने व हर खेत को नहरी सिंचाई का पानी देने हेतु नदियों को जोड़ने की मांग रखेंगे।

 
 संगठन के प्रांतमंत्री भवानी शंकर शर्मा ने बताया की भारतीय किसान संघ न्यूनतम समर्थन मूल्य के बजाय फसलों के लागत आधारित लाभकारी मूल्य की मांग कर रहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य फसलों की वास्तविक लागत से बहुत दूर है ऐसे में किसान पूंजीगत लागत पर ब्याज, मशीनरी के मूल्यह्रास, किसान का कुशल उद्यमी अनुसार मेहनताना जोड़ कर आने वाली लागत के अनुसार फसल उत्पादन लागत की गणना कर उस पर 50 प्रतिशत लाभांश जोड़कर कर लाभकारी मूल्य घोषित किए जाने की मांग कर रहे है।

जिला उपाध्यक्ष मांगीलाल प्रजापत ने बताया की किसान फसल उत्पादक होने के बावजूद किसानों को जीएसटी का इनपुट क्रेडिट नही मिलता है इसलिए किसान गर्जना रैली में कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म करने की मांग भी रखी जायेगी। सिंवर ने बताया की बढ़ती महंगाई व मुद्रा स्फीति के अनुसार किसान सम्मान निधि राशि में भी बढ़ोतरी नहीं हुई है ऐसे में रैली के दौरान इसे भी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जायेगा।



भारतीय किसान संघ की किसान गर्जना रैली की ये है प्रमुख मांगे - 

- लागत आधारित लाभकारी मूल्य दिए जाने की मांग।

- कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म करने की मांग।

- किसान सम्मान निधि राशि में बढ़ोतरी करने।

- जीएम फसलों को प्रतिबंधित करने।

- नदियों को जोड़कर हर खेत को सिंचाई का पानी देने की मांग।

 




Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies