Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

बीकानेर : बरसात में प्लास्टिक ने सताया ! बिन बारिश भी नाली-नालों को अटकाया


खबरों में बीकानेर

खबर या कोई लाइन सुनने के लिए सिलेक्ट करके टच करें ।




✍🏻

बीकानेर : बरसात में प्लास्टिक ने सताया ! बिन बारिश भी नाली-नालों को अटकाया

बीकानेर। रविवार दोपहर को हुई बारिश के दौरान सड़कों पर पानी बहने लगा। जहां नाले नालियां है वहां भी पानी उन से बाहर ही बह रहा था। कई जगह अभी भी ऐसे हालात हैं। डीआरएम आफिस द्वार के सामने आईडीबीआई बैंक के पास सीवर लाइन की सफाई 1 दिन पूर्व ही की गई। बीती शाम वहां से आवागमन भी बाधित रहा। और इसका कारण था भारी मलबा सड़क के बीचो बीच। और अब बारिश के दौरान ही वहां लोगों को आने जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।  ऐसी और भी बहुत सी जगह है। जहां मलबे में प्लास्टिक थैलियां देखी जा सकती हैं। 
एक दिन पूर्व ही प्रतिबंधित प्लास्टिक को लेकर बीकानेर के नामी फड़ बाजार में कार्रवाई की गई और वहां से काफी मात्रा में प्लास्टिक जब्त किया गया। 

केन्द्र सरकार द्वारा एक जुलाई से यूज एंड थ्रो प्लास्टिक पर बैन लगा दिया गया है। कहीं पर इसकी बिक्री न हो इस हेतु बीकानेर में नगर निगम टीम द्वारा शुक्रवार से अभियान शुरू किया है। बाजार में कार्रवाई निगम आयुक्त गोपालराम बिरदा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोक कुमार व्यास के निर्देशानुसार स्वच्छता निरीक्षक नेक मोहम्मद, हितेश यादव, बुलाकी सियोता, किशन व्यास द्वारा की गई। इस दौरान होमगार्ड के जवान भी मौजूद रहे।

प्लास्टिक ने सीवरेज सिस्टम को भी प्रभावित किया है। सीवर लाइन जो कि शहरवासियों की सुविधा के लिए बनी है। उसके भी चेंबर बहुत सी जगहों पर ओवरफ्लो में दिखाई दे रहे हैं। कहा जा सकता है कि रविवार को हुई बारिश तेज थी और ज्यादा भी हुई। 

लेकिन जब बारिश नहीं होती तब भी बहुत सी जगह नाले नालियां उफनती दिखती है। तो कुछ एक जगह सीवर लाइन के चेंबर भी ओवरफ्लो रहते हैं। एक जानकारी के अनुसार सीवर लाइन चेंबर के लिए प्राय रोजाना दो से चार जगह तक की शिकायतें संबंधित विभाग तक पहुंचती है। कुछ मौखिक कुछ लिखित। ऐसे में जब चेंबर की सफाई होती है तब मलबे में प्लास्टिक की थैलियां और प्लास्टिक की अन्य चीजें ऐसी नजर आती है। यह सही है कि इन दिनों मलबे में निकलने वाला प्लास्टिक उतनी मात्रा में नहीं होता जितना कि दो चार साल पहले तक मलबे में प्लास्टिक निकलता था। इससे एक बात साफ है कि पानी निकासी की व्यवस्था में प्लास्टिक एक बहुत बड़ी बाधा के रूप में सामने आ चुका है। लेकिन अब इस समस्या से निजात की उम्मीद बंधी है। सरकार ने 1 जुलाई से यूज एंड थ्रो वर्ग के चयनित प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है। और इसके खरीदने बेचने पर जुर्माना भी तय किया गया है। यह हम सभी को और दुकानदारों को भी ध्यान में रखना चाहिए कि प्रतिबंधित प्लास्टिक अब नुकसानदायक श्रेणी में शामिल है। और हम जानबूझकर अथवा अपने चंद रुपयों के स्टॉक और उपयोग को देखते हुए इस की खरीद-फरोख्त ना करें। इसका इस्तेमाल भी ना करें








Post a Comment

0 Comments