होंठ माथै पड़ी बिरखा री बूंद भीतर उतार लेवां / बादळ सागै उड़'र बिजली सागै नाचणो / पंछियाँ स्यूं पंख उधारी ले'र हवावाँ रौ कर्जो चुकाणो / कागद री नांव नै रोही में बैवती नद्यां री लहरां भरोसे तिराणो / धोरां बिचालै ** रेशम - सी लाल डोकरी ** जोवा अ'र हथेलियाँ मायं साम्भ'र स्कूल रै साथीडा माथै *रौब* मारणो / कितरौ चोखो  लागै / बाळपणे नै फेरूँ  जी लेवणो ! ___
--- HINDI ___होंठों पर टपकी* बरसात की बूंदों को अपने में समेट लेना / बादल संग उड़कर दामिनी संग नृत्य करना / पंछियों के पंख उधर मांग कर हवाओं का ऋण चुकाना / कागज़ की नाव को सड़क किनारे  उफनती सरिता की लहरों पर छोड़ना / धोरों के बीच *रेशम - सी लाल डोकरी* खोजना और हथेली में सहेज कर स्कूल में *धाक* जमाना.../ कितना अच्छा लगता है / फिर से बचपन पा जाना...